पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद खूनी खेल शुरू हो गया है। राज्य में कई जगहों पर राजनीतिक हिंसा की घटनाएँ हो रही हैं। जगह-जगह तोड़फोड़ और आगजनी हो रही है तो घरों में घुसकर लोगों को मारा-पीटा जा रहा है। लूटपाट की जा रही है तो कई लोगों को मौत के घाट भी उतार दिया गया है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसाओं के साथ राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर दु:ख जताया है। प्रधानमंत्री ने बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से फोन पर बात करते हुए हालात पर चिंता व्यक्त की है।
यदि समय रहते कार्यवाही नहीं हुई, बंगाल दूसरा कश्मीर बन सकता है। क्योकि यदि यही हिंसा किसी भाजपा शासित राज्य में हुई होती, समस्त छद्दम धर्म-निरपेक्ष सडकों पर आकर कोहराम मचा रहे होते, लेकिन अब चुप्पी साधे रहने से शंका हो रही है। केंद्र सरकार को केवल इस बात की जाँच नहीं करनी होगी कि मरने वाला भाजपा से सम्बंधित है या किसी अन्य पार्टी से, जाँच इस बात कि होनी चाहिए कि इस खुनी साज़िश के पीछे अवैध रूप से रह रहे राजनितिक संरक्षण में पाकिस्तानी, बांग्लादेशी या रोहिंग्या तो नहीं? चुनावी सभा में ममता बनर्जी द्वारा मुस्लिमों से एकजुट होकर मतदान करने की अपील को गंभीरता से लेना होगा।
PM called and expressed his serious anguish and concern at alarmingly worrisome law & order situation @MamataOfficial
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) May 4, 2021
I share grave concerns @PMOIndia given that violence vandalism, arson. loot and killings continue unabated.
Concerned must act in overdrive to restore order.
— Saumitra khan (@KhanSaumitra) May 4, 2021
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने आरोप लगाया है कि नतीजों के बाद उनकी पार्टी के करीब 100 दफ्तरों और कार्यकर्ताओं के घरों को तबाह कर दिया गया और कुछ को आग के हवाले कर दिया गया है। कई बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या की खबरें आ रही है। बीजेपी ने अपनी 2 महिला पोल एजेंट के साथ गैंगरेप का भी दावा किया है। ‘अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद’ ने भी अपने दफ्तरों और कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने के आरोप टीएमसी के गुंडों पर लगाए हैं।
राजधानी कोलकाता में स्थित एबीवीपी के दफ्तर में टीएमसी के गुंडे घुस गए और उन्होंने वहां जम कर तोड़फोड़ मचाई। साथ ही वहां मौजूद कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की। टीएमसी के गुंडे यही तक नहीं रूके। उन्होंने देवी-देवातओं को भी नहीं छोड़ा। जान-बूझकर मां काली और भगवान हनुमान की प्रतिमाओं के साथ तोड़फोड़ की। प्रतिमाओं को नीचे गिरा कर उन्हें पैरों तले रौंदा भी गया। दफ्तर में मौजूद श्यामा प्रसाद मुखर्जी, सुभाष चंद्र बोस और रवीन्द्रनाथ टैगोर की तस्वीरों को भी तोड़ डाला। एबीवीपी की महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा कि जिन्होंने भी ममता बनर्जी के खिलाफ बोला, उनको निशाना बनाया जा रहा है।
शुभेंदु अधिकारी के विधानसभा क्षेत्र नंदीग्राम के केन्डमारी गांव में टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी की महिला कार्यकर्ताओं को जमीन पर पटक-पटक कर पीटा, जिसका वीडियो वायरल होने के बाद लोग राज्य में महिला सुरक्षा पर भी सवाल उठा रहे हैं। पश्चिम बंगाल में बीजेपी के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने आरोप लगाया कि महिलाओं को पीटने वाले ‘टीएमसी के मुस्लिम गुंडे’ हैं। अब तक करीब एक दर्जन लोगों की हत्या की बात कही जा रही है।
किसी भी हिंदू हत्या का मनोवैज्ञानिक लाभ भले ही बहुत सी पार्टियों को होता हो,लेकिन इसका राजनीतिक लाभ सिर्फ और सिर्फ भाजपा को होता है और यही वो एकमात्र वजह है कि पिछले 6 सालों से देश में भाजपा की सरकार होने के बावज़ूद आज भी हिंदुओं की हत्यायें नहीं रुक रहीं।
— Vinay Garg (@vinayar86541007) May 4, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फोन पर बातचीत की जानकारी राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने खुद दी है। उन्होंने मंगलवार(मई 4, 2021) दोपहर को ट्वीट करते यह जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट में लिखा है, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज फोन पर बात कर बंगाल में जारी हिंसा को लेकर चिंता व्यक्त की है। मैंने पीएमओ को हिंसा संबंधी बर्बरता, आगजनी की गंभीर चिंताओं को साझा किया है। यहाँ लूट और हत्याएँ बेरोकटोक जारी हैं। इस पर नियंत्रण बहुत ही जरूरी है।”
बंगाल में चल रहे भाजपाकार्यकर्ताओं की हत्या,उनकी गैंगरेप की खबरों से बिल्कुल अनजान बनकर मीडिया आज जिस प्रकार दिल्ली का ऑक्सीजन वाला केस दिखाकर लोगों को गुमराह करने का कुत्सित प्रयास कर रही है,उसे देखकर पूरा विश्वास हो गया है कि यदि आप भाजपाई हैं तो आपको अपनी रक्षा स्वयं करनी होगी
— धरम जी (मानव) (@maanavtripathi1) May 4, 2021
Reports indicate horrendous state of affairs. Horrified people are fleeing to save themselves. Flooded with SOS appeals.
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) May 4, 2021
Harmads are on killing and destruction spree.
Such nosediving of constitutional values cannot be countenanced.
Call upon @MamataOfficial to restore order.
I know many are angry but nothing can be done in Bengal. If president rule is imposed TMC will move to supreme court. And knowing the supreme court it will revoke president rule. And after that Didi will definitely provoke people against BJP that might lead to more violence.
— Brown man. (@brownman1122) May 4, 2021
ये क्या हो रहा है बंगाल में, @MamataOfficial तुम एक औरत की रक्षा नही कर सकती, कल तक चंडी पाठ, आज से ये हालात
— Digambar Prasada (@DigambarPrasada) May 4, 2021
बंगाल में ये क्या हो रहा है ...
— Sambit Patra (@sambitswaraj) May 3, 2021
हे प्रभु !! pic.twitter.com/yRpXmaLerA
आम्ही पश्चिम बंगाल हिंसाचारावर मिठाची गुळणी धरलेली नाही. ज्या मराठी पत्रकारांनी तशी मिठाची गुळणी धरली असेल त्या मागे कुणाचा अदृश्य हात आहे ते त्यांना विचारा?https://t.co/UaAPbzbaJ3
— Prasad Kathe (@PrasadVKathe) May 4, 2021
Kyu hum asahay mahsus kar rahe hai,kya shapathgrahan se pahle governor 1 month ke liye sab kuch apne haath mai nahi le sakta.
— sumeet (@choukade) May 4, 2021
Chunav aayog se kah kar military deploye kar dijiye ,pls kuch kijiye.
Another 5 years
— Srinivasamurthy (@ksmkkbookscom) May 4, 2021
अपराधियों को दण्डित करने के लिये और दुबारा ऐसी हिंसक घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो,इसके लिये जरूरी है #CBI जांच।
— Raychand J Daftari (@raychandjd) May 4, 2021
जांच परिणाम आने तक राष्ट्रपति शासन।
Banglar maa:
— Keshab Ray (@keshab_ray) May 4, 2021
Next time a BJP Karyakarta will Think 1000 times before Campaigning, Speaking JSRam , Contesting or even Coming Out in Open in WB#PresidentsRuleinBengal@RSSorg @VHPDigital @me_locket@RoopaSpeaks @smritiirani @MukulR_Official@Tithi_Mishrahttps://t.co/M0tOVSIJQg
इससे पहले राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक (DGP) पी नीरजनयन और कोलकाता पुलिस (CP) कमिश्नर सोमेन मित्रा से इस मसले पर तत्काल रिपोर्ट तलब किया। डीजीपी और कोलकाता सीपी ने राज्यपाल से मुलाकात कर मंगलवार को कार्रवाई का आश्वासन दिया था। मगर इसके बावजूद राज्य में हिंसा थम नहीं रही है। राज्यपाल ने मंगलवार को ट्वीट किया, “रिपोर्ट्स भयावह स्थिति को दर्शाती हैं। भयभीत लोग खुद को बचाने के लिए भाग रहे हैं। एसओएस में अपील की बाढ़ आ गई है। हत्या और विनाश का तांडव मचाया जा रहा है। संवैधानिक मूल्यों के प्रति इस तरह के संबंध को नहीं माना जा सकता। सीएम ममता बनर्जी व्यवस्था को सँभाले।”
पश्चिम बंगाल में 2 मई को चुनाव के नतीजे घोषित किए गए हैं, जिसके बाद से ही राज्य में हिंसा का दौर जारी है। बंगाल के कई जिलों में तोड़फोड़, आगजनी, लूटपाट, रेप और हत्या होने की शिकायत सामने आई है।
भारतीय जनता पार्टी ने भी आरोप लगाया है कि नंदीग्राम, कोलकाता, आसनसोल समेत कई इलाकों में उनके समर्थकों, कार्यकर्ताओं की दुकानें लूट ली गई हैं, घरों में आग लगाई गई है। इतना ही नहीं महिलाओं के साथ रेप किया गया है, जबकि कई कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है।
कैलाश विजयवर्गीय का दावा है कि नतीजों के बाद से बंगाल में 9 बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है। इनमें से 6 नाम सामने आ चुके हैं। जगदाल में शोभा रानी मंडल, राणाघाट में उत्तम घोष, बेलेघाट में अभिजीत सरकार, सोनारपुर दक्षिण में हरोम अधिकारी, सीतलकुची में मोमिक मोइत्रा और बोलपुर में गौरब सरकार की हत्या का बीजेपी ने दावा किया है।
इंडिया टुडे ने कहा कि बीजेपी ने ननूर में तृणमूल के गुंडों पर अपनी दो महिला कार्यकर्ताओं के साथ गैंगरेप का आरोप लगाया है। हालाँकि पश्चिम बंगाल पुलिस ने अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट कर इसे नकार दिया। इंडिया टुडे के एग्जीक्यूटिव एडिटर दीप हालदार ने भी बंगाल बीजेपी के हवाले से ट्वीट कर कहा था कि बीरभूम में भाजपा की दो महिला पोल एजेंट के साथ गैंगरेप हुआ है और कई महिलाओं को प्रताड़ित किया गया है। हालदार बंगाल में वामपंथी शासनकाल में हुए मरीचझापी नरसंहार पर किताब भी लिख चुके हैं।
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