मोदी जी बंगाल को कश्मीर बनने से बचाओ

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद खूनी खेल शुरू हो गया है। राज्य में कई जगहों पर राजनीतिक हिंसा की घटनाएँ हो रही हैं। जगह-जगह तोड़फोड़ और आगजनी हो रही है तो घरों में घुसकर लोगों को मारा-पीटा जा रहा है। लूटपाट की जा रही है तो कई लोगों को मौत के घाट भी उतार दिया गया है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसाओं के साथ राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर दु:ख जताया है। प्रधानमंत्री ने बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से फोन पर बात करते हुए हालात पर चिंता व्यक्त की है।

यदि समय रहते कार्यवाही नहीं हुई, बंगाल दूसरा कश्मीर बन सकता है। क्योकि यदि यही हिंसा किसी भाजपा शासित राज्य में हुई होती, समस्त छद्दम धर्म-निरपेक्ष सडकों पर आकर कोहराम मचा रहे होते, लेकिन अब चुप्पी साधे रहने से शंका हो रही है। केंद्र सरकार को केवल इस बात की जाँच नहीं करनी होगी कि मरने वाला भाजपा से सम्बंधित है या किसी अन्य पार्टी से, जाँच इस बात कि होनी चाहिए कि इस खुनी साज़िश के पीछे अवैध रूप से रह रहे राजनितिक संरक्षण में पाकिस्तानी, बांग्लादेशी या रोहिंग्या तो नहीं? चुनावी सभा में ममता बनर्जी द्वारा मुस्लिमों से एकजुट होकर मतदान करने की अपील को गंभीरता से लेना होगा।  

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने आरोप लगाया है कि नतीजों के बाद उनकी पार्टी के करीब 100 दफ्तरों और कार्यकर्ताओं के घरों को तबाह कर दिया गया और कुछ को आग के हवाले कर दिया गया है। कई बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या की खबरें आ रही है। बीजेपी ने अपनी 2 महिला पोल एजेंट के साथ गैंगरेप का भी दावा किया है। ‘अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद’ ने भी अपने दफ्तरों और कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने के आरोप टीएमसी के गुंडों पर लगाए हैं।

राजधानी कोलकाता में स्थित एबीवीपी के दफ्तर में टीएमसी के गुंडे घुस गए और उन्होंने वहां जम कर तोड़फोड़ मचाई। साथ ही वहां मौजूद कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की। टीएमसी के गुंडे यही तक नहीं रूके। उन्होंने देवी-देवातओं को भी नहीं छोड़ा। जान-बूझकर मां काली और भगवान हनुमान की प्रतिमाओं के साथ तोड़फोड़ की। प्रतिमाओं को नीचे गिरा कर उन्हें पैरों तले रौंदा भी गया। दफ्तर में मौजूद श्यामा प्रसाद मुखर्जी, सुभाष चंद्र बोस और रवीन्द्रनाथ टैगोर की तस्वीरों को भी तोड़ डाला। एबीवीपी की महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा कि जिन्होंने भी ममता बनर्जी के खिलाफ बोला, उनको निशाना बनाया जा रहा है। 

शुभेंदु अधिकारी के विधानसभा क्षेत्र नंदीग्राम के केन्डमारी गांव में टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी की महिला कार्यकर्ताओं को जमीन पर पटक-पटक कर पीटा, जिसका वीडियो वायरल होने के बाद लोग राज्य में महिला सुरक्षा पर भी सवाल उठा रहे हैं। पश्चिम बंगाल में बीजेपी के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने आरोप लगाया कि महिलाओं को पीटने वाले ‘टीएमसी के मुस्लिम गुंडे’ हैं। अब तक करीब एक दर्जन लोगों की हत्या की बात कही जा रही है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फोन पर बातचीत की जानकारी राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने खुद दी है। उन्होंने मंगलवार(मई 4, 2021) दोपहर को ट्वीट करते यह जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट में लिखा है, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज फोन पर बात कर बंगाल में जारी हिंसा को लेकर चिंता व्यक्त की है। मैंने पीएमओ को हिंसा संबंधी बर्बरता, आगजनी की गंभीर चिंताओं को साझा किया है। यहाँ लूट और हत्याएँ बेरोकटोक जारी हैं। इस पर नियंत्रण बहुत ही जरूरी है।”

इससे पहले राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक (DGP) पी नीरजनयन और कोलकाता पुलिस (CP) कमिश्नर सोमेन मित्रा से इस मसले पर तत्काल रिपोर्ट तलब किया। डीजीपी और कोलकाता सीपी ने राज्यपाल से मुलाकात कर मंगलवार को कार्रवाई का आश्वासन दिया था। मगर इसके बावजूद राज्य में हिंसा थम नहीं रही है। राज्यपाल ने मंगलवार को ट्वीट किया, “रिपोर्ट्स भयावह स्थिति को दर्शाती हैं। भयभीत लोग खुद को बचाने के लिए भाग रहे हैं। एसओएस में अपील की बाढ़ आ गई है। हत्या और विनाश का तांडव मचाया जा रहा है। संवैधानिक मूल्यों के प्रति इस तरह के संबंध को नहीं माना जा सकता। सीएम ममता बनर्जी व्यवस्था को सँभाले।”

पश्चिम बंगाल में 2 मई को चुनाव के नतीजे घोषित किए गए हैं, जिसके बाद से ही राज्य में हिंसा का दौर जारी है। बंगाल के कई जिलों में तोड़फोड़, आगजनी, लूटपाट, रेप और हत्या होने की शिकायत सामने आई है।

भारतीय जनता पार्टी ने भी आरोप लगाया है कि नंदीग्राम, कोलकाता, आसनसोल समेत कई इलाकों में उनके समर्थकों, कार्यकर्ताओं की दुकानें लूट ली गई हैं, घरों में आग लगाई गई है। इतना ही नहीं महिलाओं के साथ रेप किया गया है, जबकि कई कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है।

कैलाश विजयवर्गीय का दावा है कि नतीजों के बाद से बंगाल में 9 बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है। इनमें से 6 नाम सामने आ चुके हैं। जगदाल में शोभा रानी मंडल, राणाघाट में उत्तम घोष, बेलेघाट में अभिजीत सरकार, सोनारपुर दक्षिण में हरोम अधिकारी, सीतलकुची में मोमिक मोइत्रा और बोलपुर में गौरब सरकार की हत्या का बीजेपी ने दावा किया है।

इंडिया टुडे ने कहा कि बीजेपी ने ननूर में तृणमूल के गुंडों पर अपनी दो महिला कार्यकर्ताओं के साथ गैंगरेप का आरोप लगाया है। हालाँकि पश्चिम बंगाल पुलिस ने अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट कर इसे नकार दिया। इंडिया टुडे के एग्जीक्यूटिव एडिटर दीप हालदार ने भी बंगाल बीजेपी के हवाले से ट्वीट कर कहा था कि बीरभूम में भाजपा की दो महिला पोल एजेंट के साथ गैंगरेप हुआ है और कई महिलाओं को प्रताड़ित किया गया है। हालदार बंगाल में वामपंथी शासनकाल में हुए मरीचझापी नरसंहार पर किताब भी लिख चुके हैं।

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