‘आसमानी किताब को बैन करो, नूपुर शर्मा ने क्या गलत कहा?’: दिल्ली में हिन्दुओं का प्रदर्शन

                                            कन्हैया लाल की बेरहम हत्या के विरुद्ध सड़क पर उतरे हिन्दू
नूपुर विवाद में जिस बात की शंका थी, जिसे दबे शब्दों में व्यक्त भी किया जा रहा था, वह सत्य होती दिख रही है। जून 29 को दो काम ऐसे हुए हैं, अगर इन दोनों ने तूल पकड़ लिया, कोई मुस्लिम देश बचाव में नहीं आएगा, पहला, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान द्वारा मदरसों पर प्रहार, दूसरा हिन्दुओं द्वारा कन्हैया लाल की हत्या को लेकर राजस्थान हाउस दिल्ली में हुए प्रदर्शन में उठी कुरान पर बैन की मांग। भारतीय कट्टरपंथियों को एक बात अच्छी तरह समझ लेनी चाहिए कि आज प्रधानमंत्री राजीव गाँधी नहीं है, जिसने 31 जुलाई 1986 को तीस हज़ारी कोर्ट के कुरान की आयतों के विरुद्ध निर्णय को लागु होने से रुकवा दिया था। नीचे लिंक पर क्लिक करें। दूसरे, कलकत्ता हाई कोर्ट में भी 124 आयतों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। किताब Quran Petition पढ़ लो। 29 मार्च 1985 को कुरान को Sections 153A and 295A के अंतर्गत बैन करने का केस दर्ज हुआ था।
और अगर अनवर शेख की पुस्तकें चलन में आ गयीं, फिर तो ऊपर वाला ही मालिक है। लेखक अनवर शेख के खिलाफ किसी में फतवा देने या फिर उनकी किसी भी किताब को बैन बनने की हिम्मत नहीं हुई। 
कट्टरपंथियों के दोगलेपन की भी हद है, जिसे हर शांतिप्रिय मुस्लिम को समझना होगा। वह यह कि एक तरफ तो टीवी पर चर्चाओं में कहते हैं कि मुगलों से हमारा कोई वास्ता नहीं, दूसरी तरफ कहते हैं कि 'एक मस्जिद खो दी दूसरी नहीं खोएंगे।' मतलब यह की मुगलों की वकालत भी कर रहे हैं। 
अयोध्या पर कितना विवाद खड़ा किया था। खुदाई में मिले सबूतों को ही कोर्ट से छुपा लिया गया था। जिसका उल्लेख पुरातत्व विभाग के तत्कालीन निदेशक के.के. मोहम्मद जिनके संरक्षण में अयोध्या में खुदाई हुई थी, ने अपनी पुस्तक में लिखा कि मंदिर कई साल पहले बन चुका होता, अगर कोर्ट से खुदाई में मिले सबूत छुपाये नहीं गए होते। नूपुर तो एक बहाना है, ज्ञानवापी और मथुरा को बचाना है।  
कश्मीर से जब हिन्दुओं को भगाया गया, महिलाओं इस्लाम न कबूलने पर बलात्कार और हत्या की जा रही थी, सबके मुंह में दही जमा हुआ था। 
दिल्ली के जंतर-मंतर पर ‘बजरंग दल’ और ‘विश्व हिन्दू परिषद (VHP)’ ने राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल तेली का सिर कलम कर हत्या किए जाने के विरोध में प्रदर्शन किया। इस दौरान कइयों ने गिरफ्तारियाँ भी दी। पुलिस उन्हें DTC की बसों में भर कर ले गई। कई अन्य जगहों पर भी हिन्दू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। पृथ्वीराज रोड स्थित राजस्थान हाउस के सामने भी हिन्दू कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगा। 

इस दौरान एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “वो बाहर आकर वही करते हैं जो उनकी किताब में लिखा है। नूपुर शर्मा ने कुछ बोल भी दिया तो वही बोला जो उनकी किताब में लिखा है। क्या गलत बोला? इस बेचारे का क्या कसूर है? इसने सिर्फ समर्थन में एक डीपी लगाई थी। एक सप्ताह पहले इन्होंने रिपोर्ट लिखवाई थी, लेकिन अशोक गहलोत की सरकार बैठी रही। ये सब मदरसों में सिखाया जा रहा है। कश्मीर से हिन्दुओं को भगा दिया गया।”

एक प्रदर्शनकारी महिला ने कहा कि सरेआम सारे सबूत पब्लिक डोमेन में मौजूद हैं, ऐसे में उसका कीमा बना दिया जाना चाहिए, उसे फाँसी होनी चाहिए। महिलाओं ने कहा कि नूपुर शर्मा हमारी बहन है, हम सब उनकी डीपी लगाएँगे। महिलाओं ने नूपुर शर्मा के बयान को दोहराया। उन्होंने कहा कि हिन्दुओं का क़त्ल करना इन्हें सिखाया जाता है। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को धमकी दी गई है वीडियो बना कर, उन्हें जरा भी खरोंच भी आ गई तो गजब हो जाएगा। इस दौरान उन्होंने ‘हिंदुस्तान को तालिबान नहीं बनने देंगे’ जैसे पोस्टर्स भी ले रखे थे।

एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि पूरा मामला साफ़ होना चाहिए और जो-जो साजिश में शामिल हैं, सबको पकड़ा जाना चाहिए। लोगों ने कहा कि नरेंद्र मोदी को धमकी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दोनों हत्याओं को हमारे हवाले कर दो – लोगों ने डिमांड की। इस दौरान उन्होंने कहा, “इस देश में आसमानी किताब पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।” साथ ही लोगों ने हिन्दुओं को बाँटने का आरोप लगाते हुए पूछा कि ‘अवॉर्ड वापसी गैंग’ चुप क्यों हैं?

अवलोकन करें:-

‘तुम काफिर हिंदुओं को हम अंजाम तक पहुँचाएँगे’: कन्हैया लाल को रियाज और गौस मोहम्मद ने कैसे काटा,

NIGAMRAJENDRA.BLOGSPOT.COM
‘तुम काफिर हिंदुओं को हम अंजाम तक पहुँचाएँगे’: कन्हैया लाल को रियाज और गौस मोहम्मद ने कैसे काटा,

Court Ruling: Some Ayats in the Quran cause Communal Riots | IndiaFacts
INDIAFACTS.ORG
Court Ruling: Some Ayats in the Quran cause Communal Riots | IndiaFacts
Revisiting a Classic—The Calcutta Quran Petition: Book Review | IndiaFacts

INDIAFACTS.ORG
Revisiting a Classic—The Calcutta Quran Petition: Book Review | IndiaFacts

हिन्दू संगठन के एक अन्य पदाधिकारी ने कहा कि सीमा पार करने वालों को जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ‘बजरंग दल’ हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है और हम हर एक हिन्दू पीड़ित के साथ खड़े हैं। उन्होंने प्रशासन पर भी FIR करने की माँग की, क्योंकि हिन्दुओं की टारगेट किलिंग और कई बार शिकायत दिए जाने के बावजूद वो चुप बैठे रहे। इस दौरान लगातार ‘जय श्री राम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगते रहे।

No comments: