‘न मोदी से डरना न शाह से, सिर्फ जमीन-ओ-आसमान को बनाने वाले अल्लाह से डरो’: ओवैसी ने मुस्लिमों को भड़काया

जब भी टीवी पर किसी भी परिचर्चा में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के प्रवक्ता को देखने पर उस चैनल पर हंसी आती है और आनी भी स्वाभाविक है। तेलंगाना विधान सभा में देखिए कितनी सीटें है और ओवैसी से पूछो कितने उम्मीदवार चुनाव लड़ते हैं, लगभग 5 या 6 प्रतिशत, यानि जिस पार्टी की अपने ही राज्य तेलंगाना में ही पकड़ नहीं, टीवी पर किसी भी परिचर्चा में इस पार्टी के प्रवक्ता को देख क्या चैनल पर हंसी नहीं आएगी। क्या चैनल वाले अपनी TRP बढ़ाने के लिए बुलाते हैं? मुसलमानो के नाम पर अपनी दुकान खोल रखी है। अपने मुस्लिम बहुल क्षेत्र में हिन्दू देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणियां करने वाले हैदराबाद मुस्लिम क्षेत्रों से बाहर सियासत करते हैं दलितों की। अब इसको दोगलापन न कहा जाए तो क्या कहा जाए?  

दिल्ली मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का आलोचक जरूर हूँ, लेकिन एक बात की प्रशंसा करता हूँ कि "इस आदमी में जनता की नब्ज पकड़ने की क्षमता है", जो ओवैसी में नहीं। पिछले विधान सभा चुनावों में भी तेलंगाना में था और अभी संपन्न हुए चुनावों में भी। पिछले चुनावों में केजरीवाल ने आज़ाद उम्मीदवारों को समर्थन दिया, लेकिन इन चुनावों में अपने उम्मीदवार खड़े किए, भले ही सब की जमानत जब्त हो गयी, NOTA से भी कम वोट मिले।  

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने मुस्लिमों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से न डरने की सलाह दी है। हैदराबाद से सांसद औवेसी ने अपने एक्स हैंडल से बुधवार (17 जनवरी, 2024) को जारी 36 सेकेंड्स की वीडियो क्लिप में ये ऐलान किया है।

ओवैसी ने कहा, “हम सिर्फ ज़मीन-ओ-आसमान को बनाने वाले से डरते हैं, बाकी किसी से भी नहीं डरते हैं। मैं गुनाहगार हूँ, खताकार हूँ, सियाकार हूँ, मैं क्या हूँ, मेरे रब को मालूम है। मगर मैं सिर्फ अल्लाह से डरता हूँ।”

वो आगे कहते हैं, “और तुमको भी बोलने आया हूँ कि न मोदी से डरना, न शाह से डरना, न हुकूमत से डरना, किसी से नहीं डरना, सिर्फ अल्लाह से डरना।” बताते चलें कि इससे पहले औवेसी अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) पर भी निशाना साध चुके हैं।

उन्होंने आप संस्थापक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तंज किया था कि वो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के छोटे रिचार्ज है। औवेसी का ये तंज केजरीवाल सरकार के मंगलवार (16, जनवरी, 2024) को दिल्ली में सुंदरकांड का पाठ कराने के लेकर आया था।

इस कार्यक्रम को लेकर औवेसी ने दावा किया था कि ये सब केजरीवाल ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को ध्यान में रखते हुए किया था। उन्होंने कहा, “जब मैंने ये देखा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री उनकी सरकार ये तय की है। हर मंगलवार को वो सुंदरकांड करवाएँगे, हनुमान चालीसा पढ़वाएँगे। इस पर मैंने कहा कि आप बीजेपी से कैसे अलग है। आप में बीजेपी और आरएसएस में कोई फर्क नहीं है।”

उन्होंने कहा था, “इनका पाखंड देखिए, कोई कह रहा कि मैं सरयू नदी में जाऊँगा, आप कह रहे हैं शिक्षा में ये पढ़ाया जाएगा। आप तो नरेंद्र मोदी पर चल रहे हैं। फिर आप कैसे अलग है। मैं फिर से कह रहा हूँ कि इस देश में बहुसंख्यकों के वोट को कैसे हासिल किया जाए इसका कॉम्पीटिटर हिंन्दुत्व हो रहा है।”

दरअसल केजरीवाल की अगुवाई में दिल्ली की सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में मंगलवार को सुंदरकांड का पाठ करवाया था। खुद सीएम केजरीवाल पत्नी सहित रोहिणी के एक मंदिर में ‘सुंदर कांड’ पाठ कार्यक्रम में शामिल हुए और भगवान राम और हनुमान से आशीर्वाद माँगा।

औवेसी आए दिन पीएम मोदी, बीजेपी और हिंदुत्व पर हमलावर रहते हैं। इससे पहले वो मथुरा ईदगाह मामले में RSS पर निशाना साध चुके हैं। ओवैसी ने अपने लोगों को संघ के डिजाइनों के लिए सचेत रहने के लिए कहा। उन्होंने कहा था कि संघ कृष्णजन्मभूमि मामले पर भी आरएसएस हिंसक मुहिम शुरू करेगी।


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