सुभाष चन्द्र
क्या पागलपन है कांग्रेस और विपक्ष के लोगों में जो श्री राम मंदिर के विरोध में इतने गिर चुके हैं कि एक संन्यासी का जीवन जी रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपमान करने के लिए दिमागी संतुलन ही खो बैठे है। उन्हें नहीं पता मोदी इस समय पूरी तरह भगवान राम को समर्पित है और उसके विरोध में कहे गए एक एक शब्द से विरोधी स्वयं ही श्रापित होते जाएंगे। सही मायने में कहें तो “मोदी ने पागल कर दौ रे”।
अधीर रंजन चौधरी कह रहा है मोदी राम का अवतार बनना चाहता है।अरे वो बनना नहीं चाहता बल्कि तुम्हें उसमें राम का अवतार दिखाई दे रहा है। कांग्रेस का पगलेट दिग्विजय सिंह पूछ रहा है कि राम बड़े हैं या मोदी। इसे कहते हैं सही पागल होना। और उदित राज की तो खोपड़ी ही ख़राब हो गई जो कह रहा है मनुवाद आ गया और हिन्दू राष्ट्र बना तो विनाश ही होगा।
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तमिलनाडु की द्रमुक सरकार ने रामोत्सव का लाइव टेलीकास्ट बैन कर दिया है, मंदिरों में धमकी दी जा रही है कि किसी तरह की कोई पूजा नहीं होगी HR&CE के अंतर्गत 200 से अधिक मंदिरों में पूजा/भजन/प्रसादम/अन्नदानम पर भी बैन लगा दिया है जबकि ये department मंदिरों से हज़ारों करोड़ कमाती है हर साल। उधर केरल सरकार ने भी लाइव टेलीकास्ट रोकने के लिए पूरे राज्य में बिजली सप्लाई बंद करने के आदेश दिए हैं।
इन लोगों को समझ ही नहीं है कि ऐसे कर्मों का फल कैसे और कब मिलता है। TMC की सांसद शताब्दी रॉय कह रही है कि भगवान राम गरीबी रेखा के नीचे होंगे, तभी उन्हें BPL योजना के तहत घर दे रही है भाजपा और ऐसा है तो राम के पुत्र लव कुश को भी एक मकान देना चाहिए।
राम की लाठी कैसे पड़ती है, उसके बहुत उदहारण मिल जाएंगे, लेकिन दंड मिलने का समय नियत होता है। लालू यादव आज ऐसी हालत में है कि जो कभी अपने को king maker समझता था, आज जिंदगी भर चुनाव लड़ने से वंचित है। सबसे पहले राम रथ उसी ने रोक कर अडवाणी को गिरफ्तार किया था। कांग्रेस गिरकर 44 सीट पर आ गई। और क्या प्रमाण चाहिए कि दंड मिलता है राम द्रोह का।
जब सारा देश राममय होकर रामलला के आगमन और उनके प्राण प्रतिष्ठा का दृश्य देखेगा, तब कांग्रेस के सभी नेता मंदिर से भी पवित्र स्थान बताने वाली जगह “टॉयलेट” में बैठ कर गाएंगे कि:
“मोदी ने पागल कर दौ रे -
सौगंध हमें है बाबर की
राम का मंदिर तोड़ेंगे और
मस्जिद वहीँ बनाएंगे”
श्री राम विरोधी अरविंद केजरीवाल! pic.twitter.com/fUsl0uhmST
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) January 11, 2024
मोदी के बनाए हुए सभी भवनों और ऐतिहासिक निर्माणों को बंद करने और तोड़ने के सपने देखने वाली कांग्रेस का सत्ता में आने के बाद एक काम और बढ़ गया कि श्रीराम मंदिर को तोड़ना होगा, कम से कम तोड़ने की प्रतिज्ञा तो करनी ही होगी जिससे मुस्लिम वोट मिलते रहें।
“लंका निसिचर निकर निवासा, इहाँ कहाँ सज्जन कर बासा”
कांग्रेस आज ऐसी लंका बन चुकी है जिसमें अधिकांशतः निसिचरों का ही वास है, सज्जन पुरुष तो बड़ी मुश्किल से इक्का दुक्का ही मिलेंगे देखने को
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