सोनिया, राहुल और प्रियंका ने पहली बार कांग्रेस को और केजरीवाल ने आप को वोट नहीं दिया वोट

अब लोक सभा चुनाव 2024 अपने आखरी पड़ाव पर आने पर कांग्रेस की भयंकर गलती पर चर्चा करनी चाहिए। कांग्रेस का आम आदमी पार्टी(आप) से समझौता करना ही भयंकर फैसला था। जिस शराब घोटाले पर केजरीवाल पार्टी पर घोर संकट आया है, उसे लाने वाली कांग्रेस ही है, अजय माकन की ही शिकायत पर शराब घोटाला सामने आया। समय था इस मुद्दे को भुनाने का, लेकिन आप की तरह कांग्रेस ने भी बीजेपी को कसूरवार ठहराना शुरू कर दिया, अंजाम ये हुआ कि कांग्रेस की गेंद को तुरंत बीजेपी ने लपक मुद्दा बना दिया। जैसाकि सभी जानते हैं कि दिल्ली बीजेपी यूनिट पूर्णरूप से नाकारा है, ये पूरी तरह से मोदी-योगी पर आश्रित है। अगर कांग्रेस ने गठबंधन में केजरीवाल को अलग रख चुनाव लड़ा होता, चुनाव का रंग कुछ बदल सकता था। इस चुनाव में बीजेपी विरोधियों द्वारा गठबंधन करना ही भयंकर गलती रही। पंजाब में अकेले चुनाव लड़ना कांग्रेस को कुछ फायदा पहुंचा सकता है। पंजाब में पुनः खड़ा होने के लिए कांग्रेस को केजरीवाल पार्टी का घोटालों को लेकर खुलकर विरोध करना चाहिए। स्वाति मालीवाल कांड को भी उछालने की जरुरत है। दिल्ली विधानसभा चुनाव भी ज्यादा दूर नहीं, केजरीवाल सरकार की कमियों को उछाल और अपने संगठन को मजबूत करना चाहिए। 

केजरीवाल ने भी चुनाव का बहाना कर जमानत लेना, ऊपर से राज्य सभा सांसद स्वाति मालीवाल कांड कर अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली। जेल में रहते जो सहानभूति केजरीवाल पार्टी को मिलती वह नहीं मिल पायी। बीजेपी विरोध में बने गठबंधन को सबसे ज्यादा नुकसान केजरीवाल से समझौता करना बहुत भारी पड़ने जा रहा है। दूसरे राहुल द्वारा मुस्लिम कार्ड खेलना, टुकड़े-टुकड़े गैंग को टिकट देना, गठबंधन को बहुत नुकसान कर रहा है, जिस वजह से वोट का ध्रुवीकरण बीजेपी को फायदा कर रहा है। 
वोट डालने में भी घपला कर दिया नटवर लाल जी ने
जब हम लोग वोट डालते हैं तो स्याही बाएँ हाथ की उँगली में लगाई जाती है!
इस फोटो में साफ़ दिखाई दे रहा है कि सुनीता जी ने दाएँ हाथ की उँगली में स्याही लगवाई हुई है अब इसमें क्या घपला है मेरी समझ से परे है इसका जवाब तो दिल्ली के महा ठग जी ही दे सकते हैं!
अपने आप को इनका पूरा परिवार बहुत पढ़ा लिखा बताता है सुनीता जी तो ख़ुद एक govt अफ़सर रह चुकी हैं क्या इनको नहीं पता कि वोट देते समय स्याही बाएँ हाथ की उँगली में लगाई जाती है या इन्होंने अपनी ताना साही दिखा कर के मना कर दिया की मैं तो दाएँ हाथ की उँगली में ही स्याही लगवाऊँगी या यहाँ भी सुनीता जी ने अपनी अकड़ दिखाई?
इलेक्शन कमीसन के निर्देशा अनुसार अगर बाएँ हाथ की वोट वाली उँगली में कोई दिक़्क़त हो तो उसके बाएँ हाथ की किसी अन्य उँगली में स्याही लगाई जा सकती है और अगर वोटर के पूरे बाएँ हाथ में कोई दिक़्क़त हो तो दाएँ हाथ की उँगली में स्याही लगाई जा सकती है तो मैं जानना चाहता हूँ कि सुनीता जी ने दाएँ हाथ की उँगली में स्याही क्यों लगवाई क्या उन्हें यह रूल नहीं पता या कोई और बात है?

25 मई को लोकसभा चुनाव के छठे चरण में दिल्ली की सात सीटों पर वोट डाले गए। लेकिन यह जानकर हैरानी होगी कि यह पहली बार है कि किसी लोकसभा चुनाव में गांधी परिवार के किसी सदस्य ने अपनी पार्टी कांग्रेस को वोट नहीं दिया। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के वोटर हैं। प्रियंका वाड्रा के पति और बच्चे भी दिल्ली के ही वोटर हैं। फिर भी ऐसा पहली बार है कि इन लोगों ने कांग्रेस के लिए मतदान नहीं किया। कांग्रेस दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही हैं। और नई दिल्ली लोकसभा सीट आम आदमी पार्टी को मिला है। इसलिए यहां कांग्रेस अपना उम्मीदवार नहीं उतार सकी और गांधी परिवार के सदस्य पहली बार अपनी कांग्रेस पार्टी को वोट नहीं दे सके।

यही हालत आम आदमी पार्टी संयोजक अरविन्द केजरीवाल और परिवार की है, क्योकि इनके क्षेत्रों में INDI गठबंधन के उम्मीदवार थे।   

सोशल मीडिया पर लोग इसको लेकर कांग्रेस पर तंज कस रहे हैं। करीब 60 साल तक देश पर शासन करने वाली कांग्रेस की हालत ये हो गई है कि उसके दो पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी पार्टी के लिए वोट नहीं डाल सके। इसको लेकर सोशल मीडिया पर काफी किरकिरी हो रही है। 


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