उत्तर प्रदेश : बिना चेकिंग न जमातियों को मिलेगी मस्जिद में रहने की जगह और न ही ‘बाहरी व्यापारियों’ को: लाल किला ब्लास्ट के बाद आगरा पुलिस सतर्क, विरोध में उतरा जमीयतुल कुरैश संगठन

       मस्जिद के इमामों को नए निर्देश, जमात और कश्मीरी व्यापारियों के लिए चरित्र सत्यापन अनिवार्य (साभार: Agra tourism)
जिस तरह दिल्ली बम धमाके की जाँच आगे बढ़ रही है उत्तर प्रदेश में आगरा पुलिस ने जनता की सुरक्षा के मद्देनज़र सतर्कता बरतते मस्जिदों को बिना किसी जाँच के किसी को रहने के लिए नए निर्देश देने से कुछ मुस्लिम कट्टरपंथियों को रास नहीं आ रहा। अब कोई इन पागलों से पूछे कि क्या किसी होटल में बिना प्रमाण के रह सकते हो?  

दिल्ली में हुए बम धमाके के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे देश में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। इसके चलते संवेदनशील इलाकों और मिश्रित आबादी वाली जगहों पर निगरानी बढ़ा दी गई है। आगरा पुलिस भी खास एहतियात बरत रही है। इसी वजह से शहर की मस्जिदों में आने वाले जमात के लोगों और कश्मीर से शाल और गर्म कपड़े बेचने आने वाले व्यापारियों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।

मस्जिदों और जमात के लिए नए नियम

दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने मस्जिदों के इमामों से कहा है कि उनके यहाँ रुकने वाले जमात के सदस्यों की जानकारी नजदीकी थाने को दें। जमात के लोगों और कश्मीरी व्यापारियों को अपने जिले से चरित्र सत्यापन प्रमाण पत्र (कैरेक्टर वेरिफिकेशन सर्टिफिकेट) लाना भी जरूरी कर दिया गया है। जो लोग इन्हें कमरा किराए पर देते हैं, उन्हें इसकी जानकारी पुलिस को देनी होगी।

शुक्रवार (14 नवंबर 2025) को मंटोला में ऑल इंडिया जमीयतुल कुरैश की बैठक हुई। इसमें संगठन ने इन निर्देशों पर आपत्ति जताई। जिलाध्यक्ष अदनान कुरैशी ने कहा कि जमात का काम सिर्फ इस्लामी शिक्षा देना और नमाजरोजा से जुड़ी सीख बताना है। उनका किसी राजनीतिक या संदिग्ध गतिविधि से कोई लेनादेना नहीं है। उन्होंने कहा कि जमात कई दशकों से शांतिपूर्वक चल रहा है।

पुलिस का स्पष्टीकरण

इंस्पेक्टर मंटोला देवकरन सिंह ने बताया कि पुलिस यह जानकारी केवल सुरक्षा कारणों से माँग रही है। इससे किसी भी व्यक्ति की पहचान और उसकी गतिविधियों की जाँच समय पर हो सकेगी।

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