
क्या यही है वो भारत का डरा हुआ समुदाय जो उधारी मांगने पर डॉक्टर की हत्या कर देता हैं ?
अब इस हत्या के बाद कोई सेक्युलरवादी ‘असहिष्णुता’, #award vapsi, #not in my name आदि का ढिंढोरा नहीं पीटेगा, क्योंकि हत्या करने वाले (अ)शांतिप्रिय समुदाय से है ! प्रतापगढ़ में हनुमान मूर्ति को खंडित कर दिया गया, सभी छद्दम धर्म-निरपेक्षों को साँप सूंघ गया है या उनके परिवार में कोई मातम।
रुपयों का तकादा किया था
पुलिस के अनुसार, ककराला निवासी मोहम्मद कामिल ने डॉक्टर सतीश मलिक से
लाखों रुपये उधार लिए थे। डॉ. सतीश की ओर से पैसों का तकादा होने के कारण
कामिल ने शुक्रवार को उनको घर बुलाया। चुडियाला निवासी दिलशाद, आरिफ व आशु
के साथ मिलकर सिर में रॉड मारकर सतीश की हत्या कर दी। शव को एक बोरी में
बंद कर दो अन्य बोरियों के साथ रेहडे पर रखकर जंगल में फेंकने के लिए चल
दिए। बीच रास्ते में कामिल चुड़ियाला के तीनों आरोपितों को एक लाख रुपये
देकर घर लौट आया।
आरोपित हिरासत में
कोतवाल के मुताबिक कामिल पुलिस हिरासत में है और उसी ने हत्या का सच खोला
है। बाकी आरोपितों की तलाश में पुलिस जुटी है। कई थानों का फोर्स कस्बे में
मौजूद है। आरएएफ भी तैनात कर दी गई है। शव की तलाश में डॉग स्क्वाड की
सहायता ली गई है।
अवलोकन करें::--
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खामोश मीडिया क्यों?
स्वतन्त्र भारत में इतनी भयानक घटना घटती है, मीडिया में कोई चर्चा ही नहीं होती। माना जा रहा है कि यह घटनाक्रम कांग्रेस समर्पित सरकार के राज में होने के कारण मीडिया इसे छुपाने की कोशिश कर रही है। यही नहीं, जब उत्तर प्रदेश के तत्कालीन अखिलेश यादव के कार्यकाल में एक मुस्लिम पदाधिकारी द्वारा के दलित को मूत्र पिलाये जाने पर भी मीडिया खामोश रही। उस समय भी किसी #metoo, #mob lynching, #intolerance, #not in my name, और #award vapsi आदि गैंग के मुँह से आवाज़ तक नहीं निकली थी।
अब प्रश्न यह है कि कांग्रेस अपने राज्यों में दलितों पर हो रहे अत्याचारों को रोकने में असफल है। लेकिन राहुल गाँधी भी अब तक खामोश हैं।
स्वतन्त्र भारत में इतनी भयानक घटना घटती है, मीडिया में कोई चर्चा ही नहीं होती। माना जा रहा है कि यह घटनाक्रम कांग्रेस समर्पित सरकार के राज में होने के कारण मीडिया इसे छुपाने की कोशिश कर रही है। यही नहीं, जब उत्तर प्रदेश के तत्कालीन अखिलेश यादव के कार्यकाल में एक मुस्लिम पदाधिकारी द्वारा के दलित को मूत्र पिलाये जाने पर भी मीडिया खामोश रही। उस समय भी किसी #metoo, #mob lynching, #intolerance, #not in my name, और #award vapsi आदि गैंग के मुँह से आवाज़ तक नहीं निकली थी।
अब प्रश्न यह है कि कांग्रेस अपने राज्यों में दलितों पर हो रहे अत्याचारों को रोकने में असफल है। लेकिन राहुल गाँधी भी अब तक खामोश हैं।
धर्मांध व्यक्ति ने तोडी हनुमानजी की मूर्ति, कहा – ‘अल्लाह ने सपने में तोडने को कहां था !´
मीडिया अब इसे ‘विक्षिप्त’/ ‘सिरफिरा’ कहती है ! क्या आपको ये व्यक्ति सिरफिरा लगता है ?
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ में एक मुस्लिम युवक ने हनुमान मंदिर का ताला
तोडकर मंदिर में रखी मूर्ती खंडित कर दी और बाहर निकलकर नमाज अदा करने लगा,
फिर उठकर धार्मिक नारे भी लगाए, जिसके बाद लोगों ने उसे पकडकर जमकर पिटायी
की और पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया और
मंदिर में नई प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी शुरू कर दी। पूछताछ में
पता चला है कि युवक विक्षिप्त किस्म का है। हालांकि लोगों ने पुलिस से
मांग की है कि आरोपी युवक के के साथ दो और लोग भी थे, जिन्हें जल्द से जल्द
गिरफ्तार किया जाय।
लोगों ने जब उससे पूछा कि उसने ऐसा क्यों किया तो उसने कहा कि, उसे सपना आया था और ऐसा करने के लिये उसे अल्लाह ने कहा था।
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गयी और युवक को हिरासत में ले लिया।
पुलिस ने पूछताछ की तो उसने वही बताया जो स्थानिय लोगों को बताया। स्थानीय
लोगों का कहना था कि आरोपी के साथ दो लोग और थे, जिनकी गिरफ्तारी के लिये
पुलिस से मांग की गयी है। पुलिस ने युवक पर मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज
दिया। एसपी एस आनंद ने मामले को संज्ञान में लेते हुए आरोपियों के खिलाफ
सख्त कार्रवाई के निर्देश दिये हैं।
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