क्या झाड़खंड में कश्मीर दोहराया जा रहा है?


आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार 
प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी की सुबह से लेकर रात तक आलोचना करना, और इस काम के लिए पत्रकारों को खरीद-फरोख्त, सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार करना प्रमाणित करता है इन षड्यंत्रकारियों की गुलाम मानसिकता को। झाड़खंड से मिल रहे समाचारों के अनुसार कांग्रेस के वापस आने पर पुनः हिन्दू प्रताड़ना का श्रीगणेश सिद्ध करता है। अब ना किसी #metoo, #intolerance, #mob lynching, और ना ही कोई #award vapsi षड्यंत्रकारी की आवाज़ सुनने को मिल रही है, पता नहीं किस बिल में छुपे बैठे हैं। हाँ, अगर स्थिति इसके विपरीत होती, ये ही गिरोह सक्रीय हो गया होता। सड़क से लेकर संसद तक विधवा-विलाप शुरू हो चुका होता। समय आ गया है, जनता इन षड्यंत्रकारियों की दूषित मानसिकता को समझे और इन षड्यंत्रकारियों को मुँह तोड़ जवाब दें। झाड़खंड में सत्ता परिवर्तन होते ही, हिन्दुओं की प्रताड़ना नहीं दिख रही किसी को?
झारखंड के जमशेदपुर से 400 हिन्दू घर छोड कर भागे, धर्मांधों से मिली थी धमकी
सुदर्शन न्यूज़ के अनुसार, ये ठीक वही शुरुआत है जो कभी कश्मीर में हुई थी। ऐसी ही चेतावनियां वहां भी मिली थी जिसके बाद लाखों हिंदुओं ने अपने घर छोड दिए थे। अब कट्टरपंथ की वही आहट आई है जमशेदपुर से जो पड़ता है भारत के मध्य भाग से। जी हां, एक बार फिर से पलायन हुआ है 43 हिन्दू परिवारों का जमशेदपुर से जिन्हें कट्टरपंथियों से खुली धमकी मिली थी कि पुलिस को यहां से जाने दो, फिर हम बता देंगे कि हम कौन हैं। पलायन करनेवाले ही हिन्दू परिवार सेकुलर और शान्ति प्रिय लोग थे, जिन्होंने कभी सोचा भी नही था कि उन्हें कट्टरपंथ के इस रूप का भी सामना उस देश मे करना पड़ सकता है जिस देश मे वो और उनके पुरखे धर्मनिरपेक्षता के अटल नियमो पर अडिग रहे हैं।
विगत दिवस बर्मामाइंस में दो गुटों में हुई झड़प, पत्‍थरबाजी और घरों को लूटने की घटना के बाद इलाके में तनाव व्‍याप्‍त है। पुलिस बल की तैनाती के बावजूद सोमवार को 43 परिवार आश्रम छोड़ अन्यत्र चले गए। इस संबंध में आश्रम के प्रमुख मनोज भगत से बातचीत की गई तो उनका कहना था कि एक विशेष समुदाय के डर के कारण हम लोग रामाश्रम छोड़कर अन्यत्र जा रहे हैं। जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पवन अग्रवाल सिटी एसपी प्रभात कुमार सिटी डीएसपी अनुदीप सिंह के अलावा बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर मौजूद है। लोगों को समझाया जा रहा है कि वे लोग घर छोड़कर न जाएं और वापस आ जाएं। पुलिस सुरक्षा देगी।
इसके बावजूद लोग फिलहाल मानने को तैयार नहीं हैं। स्थानीय निवासी रश्मि महतो का कहना है कि मुस्लिम समुदाय के युवकों ने धमकी दी है कि जब पुलिस यहां से चली जाएगी तब हम लोग एक-एक घर में घुसकर मारपीट और हत्या करेंगे ! मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पवन अग्रवाल ने लोगों को आश्वासन दिया कि बस्ती में चारों और चहारदीवारी विधायक निधि से कराई जाएगी। इसके लिए थाना प्रभारी बर्मामाइंस ने भी एसडीओ एवं सीओ को दोनों समुदायों की समस्या का समाधान करने के लिए पत्र लिखा है। 43 परिवार के लगभग 400  सदस्य अपने अपने घरों में ताला बंद कर पलायन कर चुके हैं लोगों का कहना है कि जब तक पुलिस आरोपित की गिरफ्तारी नहीं करती तब तक हम लोग वहां नहीं जाएंगे !

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