मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबियों के खिलाफ आय कर विभाग के छापे की कार्रवाई अप्रैल 9 को भी जारी रही। आय कर विभाग के अधिकारियों ने कमलनाथ के पूर्व विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) प्रवीण कक्कड़ के सहयोगी अश्विन शर्मा के आवास पर छापा मारकर जानवरों की खाल एवं आपत्तिजनक सामग्रियां बरामद कीं। शर्मा के आवास से काले हिरण, बाघ, तेंदुए की खाल से बनी ट्राफियां बरामद हुई हैं। इसके अलावा चितकबरे हिरण की खाल भी जब्त की गई है। इस बरामदगी पर वन विभाग का कहना है कि वह शर्मा के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई करेगा।
10:59 AM - Apr 9, 2019
शर्मा के आवास से संरक्षित जानवरों की खाल से बनी जो सामग्रियां जब्त हुई हैं उनकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करोड़ों रुपए में बताई जा रही है। हालांकि कमलनाथ के ओएसडी प्रवीण कक्कड़ का कहना है कि उनके आवास से कोई आपत्तिनजनक वस्तुएं बरामद नहीं हुई हैं। आय कर विभाग की छापे की कार्रवाई से अश्विन शर्मा की संपत्तियों का लगातार खुलासा हो रहा है। सोमवार को शर्मा के घर से साढ़ दस करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम बरामद हुई। आय कर विभाग ने जब्त रकम को बैंक भेज दिया है। वन विभाग की टीम शर्मा के घर पहुंचकर जानवरों का पंचनामा तैयार करने में जुटी है।
कक्कड़ के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापे की कार्रवाई सोमवार देर रात खत्म हो गई। इसके बाद कक्कड़ ने दावा किया कि यह मुहिम 'पूरी तरह से राजनीति से दुष्प्रेरित' थी जिसमें आयकर विभाग को उनके खिलाफ कोई आपत्तिजनक सबूत नहीं मिला। कक्कड़ ने विजय नगर क्षेत्र में अपने घर के बाहर सोमवार देर रात संवाददाताओं से कहा, 'मेरे विचार से यह (आयकर छापे) पूरी तरह से राजनीतिक कार्रवाई थी। आयकर विभाग को मेरे या मेरे परिवार के किसी भी ठिकाने से ऐसा कोई भी दस्तावेज या नकदी या आभूषण नहीं मिला जिसे आपत्तिजनक कहा जा सके।'
उन्होंने कहा, 'मेरे दोनों बैंक लॉकरों की जांच में भी आयकर अधिकारियों को कोई भी आपत्तिजनक चीज नहीं मिली। हवाला की राशि या किसी राजनीतिक पार्टी के लिये धन संग्रह से भी मेरा कोई लेना-देना नहीं है।' मुख्यमंत्री के पूर्व ओएसडी ने आरोप लगाया कि छापामार दल के आयकर अधिकारी दरवाजे तोड़कर उनके घर घुसे थे।
उन्होंने कहा, 'आयकर विभाग की दिल्ली से आयी टीम के अधिकारी लगभग 48 घंटे मेरे घर में रहे। वे (रविवार) तड़के 03:30 बजे के आस-पास दरवाजे तोड़कर मेरे घर में घुसे थे। मेरे घर में घुसने का उनका तरीका गलत था। हालांकि, दो दिन की बारीक छानबीन के बाद भी उन्हें ऐसी कोई भी आपत्तिजनक वस्तु नहीं मिली, जिसे वे जब्त या बरामद कर सकें।'
कक्कड़, राज्य पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी हैं। उनका परिवार हॉस्पिटैलिटी समेत विभिन्न क्षेत्रों के कारोबार से जुड़ा है। उन्हें गत दिसंबर में सूबे में कांग्रेस सरकार के गठन के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ का ओएसडी नियुक्त किया गया था। हालांकि, लोकसभा चुनावों की घोषणा होने से पहले ही कक्कड़ ने अपने इस पद से इस्तीफा दे दिया था। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और रतलाम के निवर्तमान सांसद कांतिलाल भूरिया जब केंद्र की पूर्ववर्ती संप्रग सरकार में मंत्री थे, तब कक्कड़ उनके भी ओएसडी रहे थे। (एजेंसी इनपुट के साथ)
Bhopal: Trophies of black buck, tiger, deer, leopard etc have been recovered from residence of Ashwin Sharma, associate of Praveen Kakkar (OSD to MP CM). Hide of spotted dear also seized. Forest dept says 'Action to be taken under Wildlife Protection Act, after scrutiny of paper'
शर्मा के आवास से संरक्षित जानवरों की खाल से बनी जो सामग्रियां जब्त हुई हैं उनकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करोड़ों रुपए में बताई जा रही है। हालांकि कमलनाथ के ओएसडी प्रवीण कक्कड़ का कहना है कि उनके आवास से कोई आपत्तिनजनक वस्तुएं बरामद नहीं हुई हैं। आय कर विभाग की छापे की कार्रवाई से अश्विन शर्मा की संपत्तियों का लगातार खुलासा हो रहा है। सोमवार को शर्मा के घर से साढ़ दस करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम बरामद हुई। आय कर विभाग ने जब्त रकम को बैंक भेज दिया है। वन विभाग की टीम शर्मा के घर पहुंचकर जानवरों का पंचनामा तैयार करने में जुटी है।
कक्कड़ के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापे की कार्रवाई सोमवार देर रात खत्म हो गई। इसके बाद कक्कड़ ने दावा किया कि यह मुहिम 'पूरी तरह से राजनीति से दुष्प्रेरित' थी जिसमें आयकर विभाग को उनके खिलाफ कोई आपत्तिजनक सबूत नहीं मिला। कक्कड़ ने विजय नगर क्षेत्र में अपने घर के बाहर सोमवार देर रात संवाददाताओं से कहा, 'मेरे विचार से यह (आयकर छापे) पूरी तरह से राजनीतिक कार्रवाई थी। आयकर विभाग को मेरे या मेरे परिवार के किसी भी ठिकाने से ऐसा कोई भी दस्तावेज या नकदी या आभूषण नहीं मिला जिसे आपत्तिजनक कहा जा सके।'
उन्होंने कहा, 'मेरे दोनों बैंक लॉकरों की जांच में भी आयकर अधिकारियों को कोई भी आपत्तिजनक चीज नहीं मिली। हवाला की राशि या किसी राजनीतिक पार्टी के लिये धन संग्रह से भी मेरा कोई लेना-देना नहीं है।' मुख्यमंत्री के पूर्व ओएसडी ने आरोप लगाया कि छापामार दल के आयकर अधिकारी दरवाजे तोड़कर उनके घर घुसे थे।
उन्होंने कहा, 'आयकर विभाग की दिल्ली से आयी टीम के अधिकारी लगभग 48 घंटे मेरे घर में रहे। वे (रविवार) तड़के 03:30 बजे के आस-पास दरवाजे तोड़कर मेरे घर में घुसे थे। मेरे घर में घुसने का उनका तरीका गलत था। हालांकि, दो दिन की बारीक छानबीन के बाद भी उन्हें ऐसी कोई भी आपत्तिजनक वस्तु नहीं मिली, जिसे वे जब्त या बरामद कर सकें।'
कक्कड़, राज्य पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी हैं। उनका परिवार हॉस्पिटैलिटी समेत विभिन्न क्षेत्रों के कारोबार से जुड़ा है। उन्हें गत दिसंबर में सूबे में कांग्रेस सरकार के गठन के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ का ओएसडी नियुक्त किया गया था। हालांकि, लोकसभा चुनावों की घोषणा होने से पहले ही कक्कड़ ने अपने इस पद से इस्तीफा दे दिया था। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और रतलाम के निवर्तमान सांसद कांतिलाल भूरिया जब केंद्र की पूर्ववर्ती संप्रग सरकार में मंत्री थे, तब कक्कड़ उनके भी ओएसडी रहे थे। (एजेंसी इनपुट के साथ)
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