अकबरुद्दीन ओवैसी ने दोहराया 15 मिनट वाला बयान : मुसलमानों को मॉब लिंचिंग से डरने की जरूरत नहीं

आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार 
एक तरफ #intolerance, #award vapsi  और #mob lynching गैंग प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी को प्रेम-पत्र लिखते हैं, जबकि इसके विपरीत जो बयानबाज़ी हो रही है, सबने आंखें बंद कर मुँह में दही जमा लिया है। क्या है किसी के पास इस बात का जवाब? ये गैंग चाहे जो बोले, दूसरा बोले तो चीखने-चिल्लाने लगते हैं। ये दोगली निति किस लिए? हैरानी इस बात से हो रही है कि अभी तक #not in my name गैंग बाहर नहीं आया, शायद ये गैंग कोई दूसरी रुपरेखा तैयार कर रहा हो? ये गैंग भूल रहा है कि जब तुम किसी पर एक ऊँगली उठाओगे, तो दूसरी तरफ से एक के बदले दस उँगलियाँ उठेंगी। मोदी सरकार के प्रथम सत्र में देश ने #award vapsi गैंग द्वारा अवार्ड वापस करने की होड़ से देश का सौहार्द बिगाड़ने का असफल प्रयास किया था। सबसे उल्लेखनीय देखने वाली बात यह थी कि अवार्ड तो वापस हुए, लेकिन अवार्ड के साथ मिली राशि नहीं, क्यों? ब्याज सहित वह राशि भी वापस करते, तब कुछ समझ में आता की मोदी सरकार से वाकई लोग परेशान हैं, डरे हुए हैं, अरे भाई ये दो नाव में बैठकर तैरना छोड़ो, धरातल पर आओ, खुद भी चैन से जिओ और देश को भी चैन से जीने दो। 
एआईएमआईएम नेता अकबरुद्दीन ओवैसी एक बार फिर सुर्खियों में हैं। अपने विवादित और भड़काउ बयानों को लेकर लगातार चर्चा में रहने वाले ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा है उनके 15 मिनट वाले बयान से आज भी लोग दहशत में हैं। इसलिए किसी को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से डरने की जरूरत नहीं है। 
'15 मिनट वाले बयान की दिलाई याद'
तेलंगाना के चंद्रायनगुट्टा सीट से विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि दुनिया उसी को डराती है जो डरता है। इसके साथ ही अकबरुद्दीन ने कहा कि दुनिया उसी से डरती है जो डराना जानते हैं। उन्होंने कहा  है कि अकबरुद्दीन ओवैसी ने नफरत इसलिए है क्योंकि आज भी लोग उनका 15 मिनट वाला बयान नहीं भूल पाए हैं।

'अकबरुद्दीन ओवैसी से नफ़रत क्यूं है'?
एआईएमआईएम नेता ने कहा, 'आरएसएस वाले हमारा बाल भी बांका नहीं कर सकते। दुनिया उसी को डराती है जो डरता है, दुनिया उसी से डरती है जो डराना जानता है। अकबरुद्दीन ओवैसी से नफ़रत क्यूं है? '15 मिनट' ऐसा जरब (झटका) है जो अभी भी नहीं भर सका है।'
'शेर बनने की जरूरत'
करीमनगर में एक सभा को संबोधित करते हुए अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मॉब लिंचिंग जैसी घटनाओं से मुसलमानों को डरने या घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को शेर बनने की जरूरत है, ताकि अगर कोई चायवाला उनके सामने खड़ा कभी खड़ा न हो सके।

'मॉब लिंचिंग से परेशान मत हो'
एआईएमआईएम नेता ने कहा कि मुसलमानों को मॉब लिंचिंग से  परेशान होने की जरूरत नहीं है। अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा,' नौजवानों में आपसे कहता हूं कि जो हम यहां करेंगे, उसके बदले में जन्नत या जहन्नूम मिलेगा। उन्होंने कहा,'नौजवानों वे नारे कुछ भी लगवाएं लेकिन तुम केवल अल्लाह का नाम लो।'

क्या था 15 मिनट वाला बयान
गौरतलब है कि अपने विवादित बोल के लिए चर्चा में रहने वाले अकबरुद्दीन ओवैसी ने साल 2013 में कहा था कि अगर सरकार में हिम्मत है तो वह सिर्फ 15 मिनट पुलिस हटा ले, फिर देखना क्या होता है। अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा था  कि 25 करोड़ मुसलमान है और सौ करोड़ हिंदू लेकिन अगर सरकार 15 मिनट पुलिस हटा दे, तो फिर पता चल जाएगा कि किसमें कितनी ताकत है।  इसके साथ ही एआईएमआईएम नेता ने कहा था कि मुसलमान इसलिए कमजोर हुआ है क्योंकि वह बंटा हुआ है। अगर सब एक हो जाएं तो वे हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते हैं। उन्होंने कहा था कि बीजेपी को हराने के लिए सभी मुसलमानों को एक होना होगा भले हम न जीत पाएं।

खूब फिसलती है अकबरुद्दीन की जुबान ?
बता दें कि ये कोई पहला मौका नहीं है जब अकबरुद्दीन ओवैसी ने इस तरह के बयान दिए हों और बीजेपी, आरएसएस को घेरा हो। इससे पहले भी वह लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के खिलाफ इस तरह के विवादित बयान देते रहे हैं। गौरतलब है कि अकबरुद्दीन ओवैसी एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी के छोटे भाई हैं।

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