आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार
गाजियाबाद के एमएमजी अस्पताल में नर्सों के साथ बदतमीजी करने के मामले में तबलीगी जमात के 6 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। इन्हें एमएमजी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से राजकुमार गोयल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में शिफ्ट कर दिया गया है।
गुरुवार (अप्रैल 2, 2020) शाम सीएमओ ने जिले के डीएम से एमएमजी हॉस्पिटल में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती तबलीगी जमात के लोगों द्वारा नर्सों से बदतमीजी करने की शिकायत की थी। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुँच कर जाँच की थी। सीएमओ ने शिकायत में बताया कि क्वारंटाइन में रखे गए तबलीगी जमात के लोग बिना पैंट के घूम रहे हैं। नर्सों को देखकर भद्दे इशारे करते हैं। बीड़ी और सिगरेट की डिमांड करते हैं।
अब तब्लीग़ियों की इन हरकतों को देख यह संदेह होता है, "कहीं ये तबलीग का चोला ओढ़े गुंडे तो नहीं? क्योकि धर्म के काम में संलग्न लोग नर्सों के सामने नंगा नहीं होता।" दूसरे, यह कि "जमात में ऐसी ही अश्लील हरकतों की शिक्षा एवं दीक्षा दी जाती है?" पत्थरबाज़ी करना, जगह-जगह थूकने के अलावा डॉक्टरों पर थूकना क्या जमात में यही सिखाया जाता है? इन जमातियों की ये नीच हरकत केवल भारत तक ही सीमित नहीं, बल्कि पाकिस्तान में भी देखने और सुनने को मिल रही हैं।
मामले की शिकायत मिलते ही डीएम ने जाँच के आदेश दिए। इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इन 6 लोगों को एमएमजी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से राजकुमार गोयल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में शिफ्ट किया गया है। गाजियाबाद के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि चीफ मेडिकल सुप्रीटेंडेंट द्वारा एक पत्र मिला, जिसमें आरोप लगाया गया कि अस्पताल (एमएमजी जिला अस्पताल) के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीज अस्पताल के कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे।
इससे पहले दिल्ली में कई जमाती बुधवार को बसों में बैठते वक्त पुलिस-सरकारी कर्मचारियों के ऊपर थूक रहे थे। निजामुद्दीन स्थित मरकज की इमारत से बुधवार सुबह तक दो हजार से ज्यादा जमातियों को बाहर निकाला गया था। एलएनजीपी हॉस्पिटल भी इनकी मनमानियों से परेशान है। जॉंच में सहयोग नहीं करने पर अस्पताल में पुलिस की तैनाती करनी पड़ी थी।
पाकः इस्लामी प्रचारक तबलीगी जमात के 27 सदस्य कोरोना पॉजिटिव, टेस्ट के दौरान एक ने पुलिस पर किया चाकू से हमला
पाकिस्तान में इस्लामिक प्रचारक तबलीगी जमात के 27 सदस्यों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। रायविंड के तबलीगी मरकज सेंटर में 35 लोगों की स्क्रीनिंग की गई थी। दरअसल, ऐसा संदेह था कि रायविंड रोड स्थित तबलीगी मरकज और विभिन्न मस्जिदों से कोरोना वायरस जगह-जगह फैला। इसके बाद ही स्थानीय प्रशासन ने तबलीगी के कई प्रचारकों को हिरासत में लेकर क्वारंटाइन किया था।
पाकिस्तानी अखबार ‘द डॉन’ की रिपोर्ट के मुताबिक, जब क्वारंटाइन सेंटर में सभी तबलीगी जमातियों का टेस्ट किया जा रहा था तो उनमें से एक प्रचारक ने क्वारंटाइन से बचने के लिए पुलिस ऑफिसर SHO अशरफ मलिक माखी पर चाकू से हमला कर दिया और भागने की कोशिश की। हालाँकि, हमलावर को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में स्वाबी जिले से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वहीं पुलिस अधिकारी को लेय्या में डीएचक्यू अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बताया जा रहा है कि फिलहाल पुलिस अधिकारी की हालत स्थिर बनी हुई है।
करीब 1200 तबलीगी जमात के प्रचारक 5 दिन के सम्मेलन में हिस्सा ले रहे थे जिनमें 500 विदेशी भी शामिल थे। इसके पहले फरवरी में प्रचार के लिए उन्होंने कई टीमें बनाई थीं। पंजाब सरकार ने आयोजकों से अपील की थी कि वह इस सम्मेलन को रद्द कर दें, लेकिन उन्होंने सरकार की नहीं सुनी। हालाँकि, बाद में उन्होंने मन बदल लिया और इसके बाद ही प्रांत में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया था। जिसकी वजह से अब उनके घर जाने के लिए किसी तरह की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं थी। इसके बाद मरकज को सील कर दिया गया और 25 लोगों के आवास को क्वारंटाइन सेंटर में बदल दिया गया।
इससे पहले मार्च में तबलीगी जमात ने लाहौर के बाहरी इलाके में 1.5 लाख लोगों की एक मजहबी सभा का आयोजन किया था। इस सामूहिक सभा के परिणामस्वरूप कोरोना वायरस महामारी का भयंकर प्रसार देखा गया, क्योंकि इस सभा में हिस्सा लेने वाले लोगों ने सोशल डिस्टेंशिंग का पूर्ण रुप से उल्लंघन किया था।
इस मजहबी बैठक में भाग लेने वाले दो फिलिस्तीनी नागरिक कोरोना वायरस टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए, और इन दोनों के संक्रमित होने की पुष्टि के साथ ही गाजा में कोरोना संक्रमण का पहला केस सामने आया। संक्रमित मरीजों को रफा शहर के एक अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। इससे पहले इजराइल और मिस्र से गाजा में प्रवेश करने वाले लगभग 1,270 लोगों को क्वारंटाइन कर दिया गया था। वेस्ट बैंक में 55 लोगों में कोरोना वायरस का पता चला है।
एहतियात के तौर पर वेडिंग हॉल और बाजार बंद कर दिए गए हैं। अब यहाँ पर सीमित परीक्षण क्षमताओं के साथ इस क्षेत्र में पैनिक की स्थिति पैदा हो गई है। गाजा में लगभग 20 लाख लोगों की देखभाल के लिए मात्र 60 ICU बेड हैं। कर्मचारियों की भारी कमी के कारण स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है।
अवलोकन करें:-
वहीं भारत में दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन स्थित मरकज में मलेशिया, इंडोनेशिया, सऊदी अरब और किर्गिस्तान समेत कई देशों के करीब 2500 से अधिक लोगों ने 1 से 15 मार्च तक तब्लीग-ए-जमात में हिस्सा लिया था। अब इनका पता लगने के बाद पूरे इलाके की कड़ी निगरानी की जा रही है और हर संदिग्ध को अस्पताल में एहतियात के तौर पर भर्ती किया जा रहा है। इनमें से 24 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव निकल आई है।
गाजियाबाद के एमएमजी अस्पताल में नर्सों के साथ बदतमीजी करने के मामले में तबलीगी जमात के 6 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। इन्हें एमएमजी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से राजकुमार गोयल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में शिफ्ट कर दिया गया है।

अब तब्लीग़ियों की इन हरकतों को देख यह संदेह होता है, "कहीं ये तबलीग का चोला ओढ़े गुंडे तो नहीं? क्योकि धर्म के काम में संलग्न लोग नर्सों के सामने नंगा नहीं होता।" दूसरे, यह कि "जमात में ऐसी ही अश्लील हरकतों की शिक्षा एवं दीक्षा दी जाती है?" पत्थरबाज़ी करना, जगह-जगह थूकने के अलावा डॉक्टरों पर थूकना क्या जमात में यही सिखाया जाता है? इन जमातियों की ये नीच हरकत केवल भारत तक ही सीमित नहीं, बल्कि पाकिस्तान में भी देखने और सुनने को मिल रही हैं।
मामले की शिकायत मिलते ही डीएम ने जाँच के आदेश दिए। इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इन 6 लोगों को एमएमजी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से राजकुमार गोयल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में शिफ्ट किया गया है। गाजियाबाद के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि चीफ मेडिकल सुप्रीटेंडेंट द्वारा एक पत्र मिला, जिसमें आरोप लगाया गया कि अस्पताल (एमएमजी जिला अस्पताल) के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीज अस्पताल के कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे।
Ghaziabad: Six patients who were admitted at MMG Hospital's isolation ward have been shifted to Raj Kumar Goel Institute of Technology & kept under quarantine. FIR has been registered against them on charges of misbehaving with MMG Hospital staff. pic.twitter.com/IpNDPr3Aez— ANI UP (@ANINewsUP) April 2, 2020
— GHAZIABAD POLICE (@ghaziabadpolice) April 2, 2020
जिसके बाद उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 354, 294, 509, 269, 272 और 271 के तहत FIR दर्ज की गई है। साथ ही मामले में निष्पक्ष जाँच सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।CMO Ghaziabad complains to UP police that Tablighi Jamaat members in quarantine are walking around without trousers on, listening to vulgar songs, asking for bidi cigarette from nurse and staff and making obscene gestures towards nurses. Asks police to restrain them. pic.twitter.com/scBlds9Q2C— Raj Shekhar Jha (@rajshekharTOI) April 2, 2020
इससे पहले दिल्ली में कई जमाती बुधवार को बसों में बैठते वक्त पुलिस-सरकारी कर्मचारियों के ऊपर थूक रहे थे। निजामुद्दीन स्थित मरकज की इमारत से बुधवार सुबह तक दो हजार से ज्यादा जमातियों को बाहर निकाला गया था। एलएनजीपी हॉस्पिटल भी इनकी मनमानियों से परेशान है। जॉंच में सहयोग नहीं करने पर अस्पताल में पुलिस की तैनाती करनी पड़ी थी।
पाकः इस्लामी प्रचारक तबलीगी जमात के 27 सदस्य कोरोना पॉजिटिव, टेस्ट के दौरान एक ने पुलिस पर किया चाकू से हमला
पाकिस्तान में इस्लामिक प्रचारक तबलीगी जमात के 27 सदस्यों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। रायविंड के तबलीगी मरकज सेंटर में 35 लोगों की स्क्रीनिंग की गई थी। दरअसल, ऐसा संदेह था कि रायविंड रोड स्थित तबलीगी मरकज और विभिन्न मस्जिदों से कोरोना वायरस जगह-जगह फैला। इसके बाद ही स्थानीय प्रशासन ने तबलीगी के कई प्रचारकों को हिरासत में लेकर क्वारंटाइन किया था।
पाकिस्तानी अखबार ‘द डॉन’ की रिपोर्ट के मुताबिक, जब क्वारंटाइन सेंटर में सभी तबलीगी जमातियों का टेस्ट किया जा रहा था तो उनमें से एक प्रचारक ने क्वारंटाइन से बचने के लिए पुलिस ऑफिसर SHO अशरफ मलिक माखी पर चाकू से हमला कर दिया और भागने की कोशिश की। हालाँकि, हमलावर को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में स्वाबी जिले से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वहीं पुलिस अधिकारी को लेय्या में डीएचक्यू अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बताया जा रहा है कि फिलहाल पुलिस अधिकारी की हालत स्थिर बनी हुई है।
करीब 1200 तबलीगी जमात के प्रचारक 5 दिन के सम्मेलन में हिस्सा ले रहे थे जिनमें 500 विदेशी भी शामिल थे। इसके पहले फरवरी में प्रचार के लिए उन्होंने कई टीमें बनाई थीं। पंजाब सरकार ने आयोजकों से अपील की थी कि वह इस सम्मेलन को रद्द कर दें, लेकिन उन्होंने सरकार की नहीं सुनी। हालाँकि, बाद में उन्होंने मन बदल लिया और इसके बाद ही प्रांत में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया था। जिसकी वजह से अब उनके घर जाने के लिए किसी तरह की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं थी। इसके बाद मरकज को सील कर दिया गया और 25 लोगों के आवास को क्वारंटाइन सेंटर में बदल दिया गया।
इससे पहले मार्च में तबलीगी जमात ने लाहौर के बाहरी इलाके में 1.5 लाख लोगों की एक मजहबी सभा का आयोजन किया था। इस सामूहिक सभा के परिणामस्वरूप कोरोना वायरस महामारी का भयंकर प्रसार देखा गया, क्योंकि इस सभा में हिस्सा लेने वाले लोगों ने सोशल डिस्टेंशिंग का पूर्ण रुप से उल्लंघन किया था।
इस मजहबी बैठक में भाग लेने वाले दो फिलिस्तीनी नागरिक कोरोना वायरस टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए, और इन दोनों के संक्रमित होने की पुष्टि के साथ ही गाजा में कोरोना संक्रमण का पहला केस सामने आया। संक्रमित मरीजों को रफा शहर के एक अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। इससे पहले इजराइल और मिस्र से गाजा में प्रवेश करने वाले लगभग 1,270 लोगों को क्वारंटाइन कर दिया गया था। वेस्ट बैंक में 55 लोगों में कोरोना वायरस का पता चला है।
एहतियात के तौर पर वेडिंग हॉल और बाजार बंद कर दिए गए हैं। अब यहाँ पर सीमित परीक्षण क्षमताओं के साथ इस क्षेत्र में पैनिक की स्थिति पैदा हो गई है। गाजा में लगभग 20 लाख लोगों की देखभाल के लिए मात्र 60 ICU बेड हैं। कर्मचारियों की भारी कमी के कारण स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है।
अवलोकन करें:-
वहीं भारत में दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन स्थित मरकज में मलेशिया, इंडोनेशिया, सऊदी अरब और किर्गिस्तान समेत कई देशों के करीब 2500 से अधिक लोगों ने 1 से 15 मार्च तक तब्लीग-ए-जमात में हिस्सा लिया था। अब इनका पता लगने के बाद पूरे इलाके की कड़ी निगरानी की जा रही है और हर संदिग्ध को अस्पताल में एहतियात के तौर पर भर्ती किया जा रहा है। इनमें से 24 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव निकल आई है।
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