फेसबुक विवाद : पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर अंखी दास ने दर्ज कराई धमकी की शिकायत, विपक्ष हमलावर

फेसबुक विवाद के बीच अंखी दास ने दर्ज कराई शिकायत
अंखी दास
जब चोर शोर मचाए समझ जाना चाहिए कि अब तक जिस सोशल मीडिया पर जहर फ़ैलाने को ईंट का जवाब पत्थर मिलने से घबरा रहा है। फेसबुक पर शोर मचाने का समय देखिए, जब बेंगलुरु में इसी फेसबुक पर हुई टिप्पणी के ही कारण आग लगी थी, और अब जब सुनने में आ रहा है कि लोगों ने उस आरोप को सार्वजनिक करने पर जोर दिया जा रहा है, जिसने नवीन को पलटवार करने को मजबूर किया। अब साम्प्रदायिक तत्वों को डर सता है कि कहीं सच्चाई सामने आ गयी, कोई बचाने वाला नहीं। उस सच्चाई पर पर्दा डालने के लिए विपक्ष और देश से बाहर इनके समर्थक फेसबुक पर मोदी समर्थक होने का आरोप लगाने लगे हैं। उस सच्चाई को छुपाने के लिए सारे साम्प्रदायिक एकजुट होकर दंगाइयों को बचाने पर काम कर रहे हैं। 
जो पीड़ित विधायक पहले FIR दर्ज करने की बजाए "भगवान फल देगा" कह रहा था, हादसे के चार दिन बाद पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाता है, वो भी 3 करोड़ की लूटपाट के आरोप के साथ, क्या षड़यंत्र नज़र नहीं आता? इसका अर्थ यह भी निकाला जा सकता है कि "'जय मीम' ने 'जय भीम' पर इतना खतरनाक हमला कैसे कर दिया" पर अंदरूनी हो रही खींचतान से ध्यान हटाने के फैसला हुआ होगा कि "चलो फेसबुक पर हमला बोलो"? 
हेट स्पीच को लेकर सरकार के साथ मिलीभगत के आरोपों का सामने कर रही फेसबुक इंडिया की पब्लिक पॉलिसी डायरेक्‍टर अंखी दास ने धमकी देने के मामले में दिल्ली पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई है। अंखी दास ने इस मामले में तत्काल एफआईआर दर्ज करने का अनुरोध किया है अंखी दास उन सभी लोगों के खिलाफ एफआईआर चाहती हैं जिन्होंने उन्हें धमकी दी है। साउथ दिल्ली के डीसीपी ने फेसबुक इंडिया की पब्लिक पॉलिसी डायरेक्‍टर अंखी दास की शिकायत मिलने की पुष्टि करते हुए कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है। हालांकि, डीसीपी ने बताया कि इस मामले में अभी FIR दर्ज नहीं गई है
अंखी दास का कहना है कि ऑनलाइन पोस्टिंग/कंटेंट के जरिये उनके जीवन पर और उनके साथ हिंसा होने का खतरा है अंखी दास ने पुलिस में दर्ज की शिकायत में कुछ ट्विटर और फेसबुक हैंडल का जिक्र किया गया है, जहां से उन्हें धमकी मिली है गौरतलब है कि अंखी दास ने उस वक्त शिकायत दर्ज की है जब अमेरिकी अखबार की एक रिपोर्ट से भारत में सियासी भूचाल आया हुआ है दरअसल अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल में फेसबुक हेट-स्पीच रूल्स कोलाइड विद इंडियन पॉलिटिक्स हेडिंग नाम से एक रिपोर्ट पब्लिश की है जिसमें कहा गया है कि फेसबुक भारत में बीजेपी नेताओं के हेट स्पीच के मामलों में नियम में ढील बरतता है
रिपोर्ट में कहा गया है कि तेलंगाना से बीजेपी नेता टी राजा सिंह की एक पोस्‍ट को लेकर फेसबुक कर्मचारियों ने भारत में बीजेपी नेता की हेट स्पीच के बारे में सोशल मीडिया कंपनी के शीर्ष अधिकारी को बताया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई टी राजा सिंह की एक फेसबुक पोस्‍ट में मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा का समर्थन करने का दावा है इस रिपोर्ट के आधार पर विपक्ष अब सरकार से सवाल पूछ रहा हैकांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने फेसबुक पर लगे आरोपों पर ट्वीट कर कहा है कि मार्क जकरबर्ग कृपया इस पर बात करें प्रधानमंत्री मोदी की समर्थक अंखी दास को फेसबुक में नियुक्त किया गया जो खुशी-खुशी मुस्लिम विरोधी पोस्ट को सोशल मीडिया पर अप्रूव करती हैं आपने साबित कर दिया कि आप जो उपदेश देते हैं उसका पालन नहीं करते वहीं राहुल गांधी ने बीजेपी-आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि फेसबुक और वॉट्सऐप इनके कब्जे में हैं जिसके जरिये ये नफरत और फेक न्यूज फैलाते हैं

1 comment:

Surinder Kumar Pruth said...

I never blamed Congress for suspension of my 4 Twitter Accounts for no reasons known to me or any notice. I am a bjp support n comments on truth, logic and merit that may also against bjp....