“मुख्य चुनाव आयुक्त,
चुनाव आयोग
निर्वाचन सदन
नई दिल्ली
विषय : वोटरों को लुभाने के लिए फायदा देने की गारंटी
महोदय,
लोकसभा के चुनाव नतीजे आते ही सोशल मीडिया पर ख़बरें चल रही हैं कि कांग्रेस और उसके गठबंधन के साथी दलों ने राहुल गांधी का कथित रूप से हस्ताक्षर किया हुआ गारंटी कार्ड लेकर अनेक महिलाएं विभिन्न राज्यों में कांग्रेस के कार्यालयों में पहुंच कर एक लाख रुपया देने की मांग कर रही है। कार्ड देकर उन्हें कहा गया था कि चुनाव के बाद ये कार्ड कांग्रेस के कार्यालय में जमा करने पर पैसा मिल जाएगा। लाखों कार्ड ऐसे वितरित किए गए। कांग्रेस और उसके साथी दलों ने इसका खंडन नहीं किया है। इस कार्ड में कहीं ऐसा नहीं लिखा था कि वे जीत के बाद ही पैसा या अन्य फायदे देंगे।
ऐसा प्रलोभन देकर वोट मांगना रिश्वत देकर वोट लेना है और यह चुनाव आचार संहिता के विरुद्ध है। मुझे समझ नहीं आया कि चुनाव आयोग के कार्यालयों ने इस पर ध्यान क्यों नहीं दिया और कांग्रेस और उसके साथी दल धोखे से वोट लेने में कैसे सफल हुए। ऐसे वोट लेने के वालों का चुनाव रद्द करने में आपको कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए और इस पर तुरंत संज्ञान लेकर कार्रवाई करके उनकी सदस्यता तुरंत प्रभाव से रद्द की जाए।
सुप्रीम कोर्ट में चुनाव आयोग के खिलाफ विभिन्न मामलों पर मैं एक जागरूक नागरिक होने के नाते सोशल मीडिया पर चुनाव आयोग के पक्ष में लिखता रहा हूं।
इसलिए मेरा आपसे निवेदन है कि इस विषय पर तुरंत संज्ञान लेकर कार्रवाई करे। मैं नहीं समझता यह विषय को अदालत में ले जाने की आवश्यकता होगी क्योंकि मुझे आशा है आप ही इस पर कार्रवाई करेंगे”।
(सुभाष चंद्र)
8 जून, 2024”
यह कांग्रेस का गारंटी कार्ड है, जो करोड़ों की संख्या में यह कह कर भरवाया गया कि यह गारंटी कार्ड भर दो तुम्हें 100000 रूपए मिलेगा।
इस गारंटी कार्ड में कहीं नहीं लिखा है कि सरकार बनने पर ही 100000 रूपए दिए जाएंगे।
इस गारंटी कार्ड के अनुसार कानूनन कांग्रेस 100000 रूपए देने के लिए बाध्य है। अब वह मुकर नहीं सकती।
बीजेपी को भी चाहिए कि इस मुद्दे को सड़कों तक लाकर बड़ा आंदोलन करे।