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सच सामने आने पर फारुख ने कबूला जुर्म |
गनीमत है, प्रदेश में योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री हैं, और अगर होते, कोई अन्य दंगे हो गए होते और न जाने कितने बेगुनाह मारे जाते, ऐसे लोगों को ब्लैकलिस्ट में सम्मिलित करना चाहिए। ऐसे लोगों को जेल में डालने की बजाए सरकार को इनके बैंक खातों की जाँच कर, समस्त धन सरकारी खाते में हस्तांतरित करना चाहिए। मकान दुकान सब जब्त करनी चाहिए। ऐसे लोगों पर कोई रहम नहीं दिखाना चाहिए, ये लोग रहम के काबिल ही नहीं। जब भूख से इन लोगों के बीबी-बच्चे तड़पेंगे, तब इनको अहसास होगा कि दंगे लपेटे में आने वाले बेगुनाहों को कितना कष्ट झेलना पड़ता है।
उत्तर प्रदेश में झूठी कहानी बनाकर सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने के लगातार मामले सामने आ रहे हैं। ताजा मामला बागपत का है, जहाँ एक मुस्लिम युवक ने सांप्रदायिक दंगे भड़काने की कोशिश की। मुस्लिम युवक ने उसके साथ ट्रेन में मारपीट करने और जबरदस्ती दाढ़ी को काटने की अफवाह फैलाकर माहौल खराब करने की कोशिश की। जिसकी जाँच में जुटी पुलिस ने दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया।
लेकिन उस समय विधवा-विलाप करने वाले समस्त #intolerance, #mob lynching, #award vapsi और #not in my name आदि गैंगस्टर कहाँ मुँह छुपाए बैठे हैं? राज्य और केंद्र सरकारों को इन गैंगस्टरों के भी बैंक खाते खंगालने चाहिए, यह भी संभव हो सकता है, इन गैंगस्टरों की पत्नी, बच्चों को धन अथवा किसी अन्य रूप में कोई प्रलोभन दिया गया हो।
Dear @Uppolice @baghpatpolice @RailMinIndia @myogiadityanath @AmitShah @ndtv @sardesairajdeep @ravishndtv @aajtak @BDUTT urgent attention. This person Farooq was dragged from a train at Baghpat, beaten up badly. His Beard shaved off. He needs help. brother contact 8433201022 pic.twitter.com/aKcrQFQgcx— M Wadood Sajid (@MWadoodSajid2) August 29, 2019
दरअसल, बागपत के मुगलपुरा मोहल्ले के रहने वाले मुस्लिम युवक फारुख ने जबरन दाढ़ी काटने की अफवाह फैलाने की कोशिश की। फारुख ने वीडियो बनाया और उसके एक दोस्त साजिद ने इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। उसने वीडिया के साथ लिखा कि फारुख को बागपत में ट्रेन में खींचकर पीटा गया और जबरन उसकी दाढ़ी काट दी गई। साजिद ने पीड़ित के लिए मदद माँगी थी। पोस्ट में यूजर ने यूपी पुलिस, बागपत पुलिस, रेल मंत्रालय, सीएम योगी आदित्यनाथ और अमित शाह को टैग किया था। इसके अलावा पोस्ट में एक फोन नंबर भी लिखा था, जो पीड़ित के भाई का बताया गया था।
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दैनिक जागरण में छपी खबर का स्क्रीनशॉट |
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