आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार
आज देश में जिस प्रकार #CAA को लेकर शांति के नाम पर उग्र एवं हिंसात्मक प्रदर्शन हो रहे हैं, देखिए कोई #metoo, #intolerance, #award vapsi, #moblynching और #not in my name आदि गैंग बाहर नहीं आया। क्यों? क्या उनके घर कोई शोक है? ऐसा नहीं है, उपद्रव करने वाले यही सब गैंग है। इनको CAA या NRC से कोई शिकायत नहीं, क्योकि अगर शिकायत होती तो CAA बिल राज्यसभा में पारित नहीं हुआ होता। लोक सभा में माना भाजपा का बहुमत है, लेकिन राज्य सभा में नहीं और जब राज्य सभा में भाजपा के बहुमत न होते हुए, बिल पारित होने का स्पष्ट मतलब है कि विरोध करने वाली पार्टियां सदन में कुछ और सदन से बाहर कुछ चेहरा लिए घूमते हैं।
दूसरे, CAA के विरोध में हिन्दू विरोधी नारे क्यों लग रहे हैं? जामिया में हिन्दू विरोधी नारे लगने के बाद बंगलुरु में हिन्दू विरोधी आवाज़, क्यों? कौन है ऐसे नारे लगवाने वाला? आखिर किसके इशारे पर हिन्दू विरोधी नारे लग रहे हैं? चैनल भी अपनी TRP बढ़ाने प्रदर्शन का उग्र एवं हिंसात्मक चेहरा दिखाते हैं, लेकिन उपरोक्त प्रदर्शन नहीं, क्यों? लगभग सभी चैनल ने जामिया में लगे हिन्दू विरोधी नारों को छुपा लिया, जिस कारण आम नागरिक के सामने विरोध का असली चेहरा छुप गया। 2014 में मोदी सरकार से पूर्व "हिन्दू आतंकवाद" और "भगवा आतंकवाद" के नाम पर खूब हिन्दू धर्म को अपमानित किया गया, किसी आतंकवादी घटना पर आतंकवादियों को बचाने के हिन्दू साधु-संत और साध्वियों को गिरफ्तार करने पर उस समय हर चैनल चौपाल बैठा लेते थे, परन्तु आज फिर CNN की आड़ में हिन्दू धर्म को निशाने बनाने पर सब खामोश हैं, क्यों?
इस नागरिक संशोधक कानून का विरोध करने वाले समस्त राजनीतिक दल क्या राष्ट्र को बताएंगे की 2024 में सत्ता में आने पर निरस्त करेंगे? क्या ये विरोधी भारत में भारतवासियों की बजाए घुसपैठियों और आतंकवादियों को पनाह देंगी?
#CAA के खिलाफ बंगलुरु में प्रदर्शन के दौरान जिस बैनर का प्रयोग किया जा रहा था उसे देखकर भी क्या आप समझ नहीं सकते कि दर्द CAA का नहीं है किसी और बात का है। एक हिन्दू राष्ट्र में ये कैसे स्वीकार्य हो सकता है?
जिनके ज्यादा दर्द उठ रहा है उन्हें अच्छे से समझा दिया जाए कि उनको 1947 विभाजन में उनके हिस्से का टुकड़ा खैरात में मिल चुका है।
देश को हिंसा में झोंकना कांग्रेस पार्टी की पुरानी चाल
कांग्रेस पार्टी ने हमेशा देशहित से ऊपर गांधी परिवार के हित को रखा है। कांग्रेस पार्टी ने हमेशा अपना जनाधार बढ़ाने के लिए समाज को बांटा है। कांग्रेस पार्टी ने हमेशा अपनी राजानित जमकाने के लिए हिंसा का सहारा लिया है। आजादी के बाद से हमेशा कांग्रेस पार्टी ने इन्हीं हथकंडों से देश पर शासन किया है। नेहरू-गांधी खानदान का रुतबा बरकरार रखने के लिए कांग्रेस पार्टी और उसके नेता किसी भी हद तक जा सकते हैं। आज देश में कांग्रेस का क्या है, यह किसी से छिपा नहीं है। दिल्ली, पूर्वोत्तर आदि इलाकों में नागरिकता संशोधन कानून के नाम पर कांग्रेस पार्टी यह खेल खेलने में जुटी है।आज देश में जिस प्रकार #CAA को लेकर शांति के नाम पर उग्र एवं हिंसात्मक प्रदर्शन हो रहे हैं, देखिए कोई #metoo, #intolerance, #award vapsi, #moblynching और #not in my name आदि गैंग बाहर नहीं आया। क्यों? क्या उनके घर कोई शोक है? ऐसा नहीं है, उपद्रव करने वाले यही सब गैंग है। इनको CAA या NRC से कोई शिकायत नहीं, क्योकि अगर शिकायत होती तो CAA बिल राज्यसभा में पारित नहीं हुआ होता। लोक सभा में माना भाजपा का बहुमत है, लेकिन राज्य सभा में नहीं और जब राज्य सभा में भाजपा के बहुमत न होते हुए, बिल पारित होने का स्पष्ट मतलब है कि विरोध करने वाली पार्टियां सदन में कुछ और सदन से बाहर कुछ चेहरा लिए घूमते हैं।
दूसरे, CAA के विरोध में हिन्दू विरोधी नारे क्यों लग रहे हैं? जामिया में हिन्दू विरोधी नारे लगने के बाद बंगलुरु में हिन्दू विरोधी आवाज़, क्यों? कौन है ऐसे नारे लगवाने वाला? आखिर किसके इशारे पर हिन्दू विरोधी नारे लग रहे हैं? चैनल भी अपनी TRP बढ़ाने प्रदर्शन का उग्र एवं हिंसात्मक चेहरा दिखाते हैं, लेकिन उपरोक्त प्रदर्शन नहीं, क्यों? लगभग सभी चैनल ने जामिया में लगे हिन्दू विरोधी नारों को छुपा लिया, जिस कारण आम नागरिक के सामने विरोध का असली चेहरा छुप गया। 2014 में मोदी सरकार से पूर्व "हिन्दू आतंकवाद" और "भगवा आतंकवाद" के नाम पर खूब हिन्दू धर्म को अपमानित किया गया, किसी आतंकवादी घटना पर आतंकवादियों को बचाने के हिन्दू साधु-संत और साध्वियों को गिरफ्तार करने पर उस समय हर चैनल चौपाल बैठा लेते थे, परन्तु आज फिर CNN की आड़ में हिन्दू धर्म को निशाने बनाने पर सब खामोश हैं, क्यों?
इस नागरिक संशोधक कानून का विरोध करने वाले समस्त राजनीतिक दल क्या राष्ट्र को बताएंगे की 2024 में सत्ता में आने पर निरस्त करेंगे? क्या ये विरोधी भारत में भारतवासियों की बजाए घुसपैठियों और आतंकवादियों को पनाह देंगी?
#CAA के खिलाफ बंगलुरु में प्रदर्शन के दौरान जिस बैनर का प्रयोग किया जा रहा था उसे देखकर भी क्या आप समझ नहीं सकते कि दर्द CAA का नहीं है किसी और बात का है। एक हिन्दू राष्ट्र में ये कैसे स्वीकार्य हो सकता है?
जिनके ज्यादा दर्द उठ रहा है उन्हें अच्छे से समझा दिया जाए कि उनको 1947 विभाजन में उनके हिस्से का टुकड़ा खैरात में मिल चुका है।
देश को हिंसा में झोंकना कांग्रेस पार्टी की पुरानी चाल
शनिवार यानि 14 दिसंबर को कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली के रामलीला मैदान में भारत बचाओ रैली का आयोजन किया था। इसी रैली में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सरकार के खिलाफ जमकर उगला। इन लोगों ने अपने जहरीले भाषण से रैली में आए लोगों को भड़काने का भी काम किया। इनके नेताओं को उकसावे का ही नतीजा था कि रविवार को दिल्ली के जामिया नगर इलाके में हिंसा भड़क गई और उग्र भीड़ ने कई वाहनों में आग लगा दी और पुलिस पर पथराव किया।
कांग्रेसियों ने जामिया के छात्रों को भड़का कर हिंसा फैलाई
दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के बहाने कांंग्रेसी नेताओं शनिवार और रविवार को जामिया मिलिया विवि के छात्रों को भड़काने का काम किया। शनिवार की रैली में ही शायद इसकी रूपरेखा तैयार कर ली गई थी। ऐसा इसलिए, जामिया इलाके में आगजनी और हिंसा की वारदातों के बाद एक बार भी कांग्रेस की तरफ से शांति की अपील नहीं की गई, बल्कि भड़काऊ बयानों सो हिंसा को उकसाया गया। रविवार देर रात को जब जामिया समेत दूसरे विश्वविद्यालयों के छात्र आईटीओ के पुलिस मुख्यालय पर मौजूद थे, तो उनकी अगुवाई में कई कांग्रेसी नेता वहां थे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद भी रात को हंगामा कर रहे छात्रों से मिलने पहुंचे। इतना ही नहीं रविवार की आधी रात को ही कांग्रेस प्रवक्ताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार और दिल्ली पुलिस के खिलाफ जमकर जहर उगला। यानि कांग्रेस को कतई इसकी चिंता नहीं थी हंगामा कर रहे छात्रों को शांत किया जाए, बल्कि वो उन्हें भड़काने में लगी थी।
#WATCH: Jignesh Mevani says, 'Biggest role of Karnataka's youth should be to enter PM's campaign program in Bengaluru on 15th, hurl chairs in the air & disrupt it, then ask him what happened to 2 cr jobs? If he can't answer ask him to go to Himalayas' #Chitradurga #Karnataka pic.twitter.com/3rykIfOFsp— ANI (@ANI) April 6, 2018
पूर्वोत्तर के राज्यों में कांग्रेस ने आग लगाई
कांग्रेस पार्टी ने नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी की आड़ में पूर्वोत्तर के राज्यों में भी अपने मंसूबों को फैलाने का काम किया है। पिछले कई दिनों से पूर्वोत्तर के कई राज्यों में हिंसा का माहौल है और इसके पीछे भी कांग्रेस का हाथ बताया जा रहा है। यहां तक कि प्रधानमंत्री मोदी ने भी अपने भाषणों में पूर्वोत्तर की हिंसा के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है।

पिछले वर्ष कांग्रेस पार्टी ने सितंबर के महीने में भारत बंद के दौरान हिंसा और लूट का खेल खेला था। इस दौरान जहानाबाद में एक बच्ची की जान चली गई तो कई जगहों पर ट्रेनों पर पथराव किए गए। लोगों की गाड़ियां तोड़ी गईं, किसानों को मारा गया और स्कूल बसों पर हमला किया गया। सरकारी संपत्ति के साथ निजी संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचाया गया। FICCI के एक अनुमान के अनुसार एक दिन के भारत बंद से 20 हजार करोड़ का नुकसान होता है। वर्ष 2018 में कांग्रेस और विरोधी दलों ने सितंबर महीने तक पांच बार भारत बंद बुलाया है। एक बंद में 20 हजार करोड़ के नुकसान के हिसाब से अब तक एक लाख करोड़ का नुकसान हुआ जाहिर है यह किसी राजनीतिक दल का नहीं बल्कि देश का नुकसान हुआ है।

त्रिपुरा चुनाव में भाजपा की जीत के बाद देश में कई जगहों पर महापुरुषों की मूर्ति तोड़ने की घटनाएं सामने आईं। इसका एक पहलू ये है कि जितनी भी घटनाएं हो रही हैं वह भाजपा शासित राज्यों में हो रही हैं। इन घटनाओं को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस ट्वीट से भी समझा जा सकता है।
जिस कांग्रेस ने बाबा साहेब को भारत रत्न नहीं दिया वह आज डॉ. आंबेडकर को अपना बता रही है। हकीकत तो ये है कि मूर्ति तोड़ने वाले जितने भी पकड़ा रहे हैं उनके कांग्रेस या विपक्ष से कनेक्शन सामने आ रहा है। आजमगढ़ में बाबा साहेब की जो मूर्ति तोड़ने वाला बसपा का एक दलित है, जो मूर्ति वाली जमीन पर कब्जा करना चाहता था। राजस्थान के अकरोला में गांधी जी की मूर्ति तोड़ने वाले तीनों आरोपी कांग्रेस के सदस्य हैं।
कांग्रेस का कुर्सी फेंको अभियान
कांग्रेस पार्टी लगातार हिंसा के लिए लोगों को प्रेरित कर रही है इसकी एक बानगी गुजरात विधानसभा में कांग्रेस समर्थित विधायक जिग्नेश मेवाणी के ‘कुर्सी फेंको’ आह्वान से भी समझा जा सकता है। मेवाणी ने 15 अप्रैल को कर्नाटक में होने वाली प्रधानमंत्री मोदी की रैली में लोगों को कुर्सी फेंकने के लिए उकसाया है। जिग्नेश मेवाणी ने गुजरात में भी कई बार हिंसा फैलाने की कोशिश की है और महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव में भी उन्होंने ही दलित और मराठा के बीच संघर्ष की पृष्ठभूमि तैयार की थी।
कांग्रेस समर्थित हार्दिक पटेल ने फैलाई थी गुजरात में हिंसा
गुजरात में पटेल आरक्षण को लेकर जिस तरह से आंदोलन किया गया था वह किसी राजनीतिक दल के समर्थन के बगैर नहीं हो सकता था। बाद में हार्दिक पटेल और कांग्रेस के संबंधों और सौदेबाजी का खुलासा भी हुआ था। कांग्रेस से करोड़ों रुपये की डील कर गुजरात को हिंसा की आग में धकेल दिया गया और 14 लोगों की जान गंवानी पड़ी।
हिंदू देवी-देवताओं का सरेआम अपमान कर रहे कांग्रेसी
02 अप्रैल को दलित आंदोलन के दौरान जिस तरीके से हिंदू देवी-देवताओं का अपमान किया गया वह देश में आग लगाने की मंशा से ही किया गया। मध्य प्रदेश में हनुमान जी का जो अपमान किया गया था वह ईसाई मिशनरियों से ताल्लुक रखते थे और तमिलनाडु में जिन 2 लोगों को शिवलिंग पर पैर रखने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है जिसका नाम सद्दाम और सईद है। जाहिर है कि इसके पीछे भी कांग्रेस का ही हाथ है।
मंदसौर में किसानों को भड़काने में कांग्रेस का हाथ
मध्य प्रदेश के मंदसौर में जून, 2017 को जब मंदसौर में किसानों का आंदोलन चल रहा था। इसकी आगुआई कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खुद कर रहे थे। कांग्रेस विधायकों और कार्यकर्ताओं ने किसानों को इतना भड़काया कि छह लोगों की जान चली गई। एक सच्चाई ये है कि राहुल गांधी आंदोलन को बीच में ही छोड़कर विदेश भाग गए।
सहारनपुर में जातीय तनाव फैलाने की कांग्रेसी साजिश
फरवरी, 2017 के विधानसभा चुनाव में सामाजिक समरसता की मिसाल बने यूपी में अप्रैल 2017 में आग लगाने की कोशिश की गई। सहारनपुर में दलितों और ठाकुरों को आमने-सामने लाने की कोशिश की गई। मामले की जांच हुई तो पता लगा कि हिंसा फैलाने वाली ‘भीम आर्मी’ कांग्रेस के नेताओं के सहयोग से खड़ा हुआ संगठन है। इसमें कांग्रेस के कई स्थानीय नेताओं के हाथ भी सामने आए।
सर्वसमाज की समरसता पसंद नहीं करती कांग्रेस
दरअसल आजादी के 70 वर्षो बाद पहली बार ऐसा लग रहा है कि पूरे देश का बहुसंख्यक समाज प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जातीय बेड़ियां तोड़कर एकता के गठबंधन में बंधकर एकता के रास्ते पर आगे बढ़ना चाहता है। समाज एकता के सूत्र में बंधकर विकास के रास्ते चलना चाहता है। लेकिन कांग्रेस को शायद ये एकता पसंद नहीं आ रही।
कांग्रेस ने लगातार 60 साल से हिन्दू विरोधी ही काम किये है … और हिन्दूओ के साथ अन्याय पर अन्याय किये है*
फिर भी कुछ हिन्दू, सिक्ख कैसे कांग्रेसी चोरो का साथ दे रहे है ये समझ नहीं आता के कोई हिन्दू कैसे कांग्रेस का समर्थन कर सकता है जबकि कांग्रेस नंबर 1 हिन्दू विरोधी पार्टी है।
ये रहा कॉंग्रेस का शर्मनाक पराक्रम
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में से हिन्दू मुक्त पाकिस्तान और बंगलादेश बनवाया।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में से हिन्दू मुक्त पाकिस्तान और बंगलादेश बनवाया।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में से हिन्दू मुक्त सिया चीन बनवाया।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में से हिन्दू मुक्त कश्मीर बनवाया।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में से हिन्दू मुक्त पाकिस्तान कब्जे वाला कश्मीर बनाया।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में से हिन्दू मुक्त केरल और असम बनवा रहा है।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में से हिन्दू मुक्त नार्थ ईस्ट बनवाया।
कांग्रेस ने ही बलूचिस्तान को हिंदुस्तान से नहीं जुड़ने दिया।
कांग्रेस ने ही चीन युद्ध हरवाया और अक्साई चीन खो दिया।
कांग्रेस के नेहरू ने कहा था सियाचिन बंजर है चीन पाकिस्तान ले जाये कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता।
कांग्रेस ने ही १९७१ की लड़ाई में फ़ौज के बलिदान से जो आधा पाकिस्तान कब्ज़े कर लिया था वो वापस कर दिया
पर कब्ज़े हुआ कश्मीर भी वापिस नहीं लिया।
पर कब्ज़े हुआ कश्मीर भी वापिस नहीं लिया।
कांग्रेस की वजह से ही हिंदुस्तान फ़ौज के लाखो सैनिक शहीद हो गए और फिर भी हिंदुस्तान जमीन खोता रहा।
कांग्रेस ने ही पंजाब - कश्मीर - बंगाल के 2 टुकड़े कर दिया।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में कश्मीरी हिन्दुओ का नरसंहार होने दिया।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में कश्मीरी हिन्दू औरतो के बलात्कार होने दिए।
*कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में सीखो का नरसंहार करवाया अपने कार्यकर्ता और नेताओ से।
*कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में सिख औरतो के बलात्कार किये अपने कार्यकर्ता और नेताओ से।
कांग्रेस ने सभी कश्मीरी हिन्दुओ के हत्यारों और बलात्कारीओ की सजा माफ़ की।
*कांग्रेस ने ही एक भी सिख औरतो के कांग्रेसी हत्यारे और बलात्कारी को सजा नहीं दी।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में असम, केरल, बंगाल में हिन्दुओ का नरसंहार होने दिया।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में हिन्दू मुस्लिम दंगो में सेकड़ो हिन्दुओ का कत्लेआम होने दिया।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में लव जिहाद को मदद की और मुसलमानो को चार बिविया रखने दी।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में मुसलमानो को जितने चाहे उतने बच्चे पैदा करने दिए।
कांग्रेस ने ही मुस्लिम कट्टरपंथी और हिन्दू विरोधी जिहादी ओवैसी के साथ गठबंधन किया।
कांग्रेस ने ही मुस्लिम कट्टरपंथी और हिन्दू विरोधी जिहादी अब्दुल्लाह और मुफ़्ती सईद का साथ दिया।
कांग्रेस ने ही हैदराबाद का जिहादी कासिम रिज़वी को पाकिस्तान भगाया।
कांग्रेस ने ही जूनागढ़ का गद्दार नवाब को पाकिस्तान भगाया।
कांग्रेस ने ही दाउद को बनाया बड़ा किया और पाकिस्तान भगाया।
कांग्रेस ने ही कश्मीरी जिहादियो का साथ दिया।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में मुसलमानो को कायदे से विरुद्ध जा कर सहूलियत दी।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में मुसलमानो को हिन्दुओ से लूट कर मस्जिद बनाने के लिए रुपए दिए।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में हिन्दुओ के मंदिरो पर टैक्स लगाये और एक भी रूपया नहीं दिया।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में सैकड़ो मस्जिदे बनाने में मदद की लेकिन राम मंदिर का विरोध किया।
कांग्रेस ने ही मुसलमानो को हज के लिए पैसे दिए लेकिन अमरनाथ पर टैक्स लगाये।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में हिन्दू विरोधी शरीया कानून लाया जिसे मुस्लिम पर्सनल लॉ कहते है।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में से हिन्दूओ का कानून हिन्दू कोड बिल नाबूद किया।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में २ कानून लाये धारा ३७० कश्मीर में जो सरासर हिन्दू विरोधी है।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में गौहत्या का धंधा शुरू करवाया।
कांग्रेस ने ही पाकिस्तान को 400 करोड़ दिए
उसने उसी पैसे से कश्मीर पर हमला किया और आधा कश्मीर खा गया।
उसने उसी पैसे से कश्मीर पर हमला किया और आधा कश्मीर खा गया।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में ईसाई मिशनरिओ की मदद की और पैसे दिए।
कांग्रेस ने हिन्दुओ की जमीन को ईसाईओ को मुफ्त में दे दी और बड़े बड़े चर्च बनवाने में मदद की।
कांग्रेस ने ही आज़ादी के 14 साल तक गोवा को ईसाई पुर्तगाल का गुलाम रहने दिया और धर्म परिवर्तन होने दिए।
कांग्रेस ने ही हिन्दू समाज को तोड़ ने का काम किया जाती आरक्षण ला कर।
कांग्रेस ने ही मुस्लिम आरक्षण की शुरुआत की लेकिन हिन्दुओ को कुछ नहीं दिया।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में झूठा आपातकाल लगवाया और निर्दोष हिन्दूओ की हत्या करवाई।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में जबरजस्ती हिन्दूओ की नसबंदी करवाई।
कांग्रेस ने ही हिन्दू पंडितो को घर से बेघर किया और रिफ्यूजी बना दिया कोई मदद नहीं की।
कांग्रेस ने ही खालिस्तान की आग लगायी और सेकड़ो बेगुनाह मारे गए।
कांग्रेस ने ही हिद्नुस्तान में कोने कोने पर मुस्लिम डॉन बनाये और मदद की।
कांग्रेस ने ही हमेशा से देश के गद्दारो और हिन्दू विरोधिओं का साथ दिया।
कांग्रेस ने ही आज तक एक भी मस्जिद को नहीं गिराया लेकिन सैकड़ो मंदिर तोड़े।
कांग्रेस ने ही हरमंदिर साहेब में गोलाबारी की उसको नुकसान किया और सैकड़ो सिख मारे गए।
कांग्रेस ने ही राम मंदिर आंदोलन में गोलीबारी की और सेकड़ो हिन्दू मारे गए।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में मुस्लिम तुस्टीकरण की नीव रखी और उसे बड़ा बनाया।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में लव जिहाद को बढ़ावा दिया और पूरी मदद की जिहादियो की।
कांग्रेस ने ही हिन्दू विरोधी ओवैसी के खिलाफ हिन्दुओ का कत्लेआम करने की बात पर कोई कार्यवाही नहीं की उल्टा उससे गठबंधन किया।
कांग्रेस ने ही देश विरोधी AIMIM को बढ़ावा दिया और ओवैसी को सांसद बनाया।
कांग्रेस ने ही हिन्दूओ के जिहादी हत्यारों को हीरो बनाया अकबर, औरंगज़ेब, बाबर।
कांग्रेस ने ही हिन्दुओ के जिहादी हत्यारों के नाम पर सड़के, बगीचे बनाये अकबर, औरंगज़ेब, बाबर।
कांग्रेस ने ही हिन्दुओ के रक्षक को इतिहास से ही मिटा दिया शिवाजी, राणा प्रताप, गोबिंद सिंह।
कांग्रेस ने ही असली हिंदुस्तान का इतिहास मिटा कर एक झूठा इतिहास पढ़ाया और बताया।
कांग्रेस ने ही दुनिया का सबसे बड़ा नरसंहार हिन्दू नरसंहार जो मुसलमानो ने किया था उसे इतिहास से ही मिटा दिया।
कांग्रेस ने हिंदुस्तान की स्कूलों और यूनिवर्सिटियो में गलत और झूठा इतिहास का पाठ्यक्रम पढ़ाया।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान को लगातार लूटा और खुद का पेट भरती रही।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में गरीबी बढ़ाई।
कांग्रेस ने ही कुछ मुसलमानो का हिन्दू धर्म में वापस आने पर बबाल किया।
कांग्रेस ने ही लगातार लाखो हिन्दुओ का धर्म परिवर्तन होने में मदद की।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान को हिन्दू राष्ट्र में से एक झूठा सेक्युलर मुस्लिम तुस्टीकरण देश बनाया।
कांग्रेस ने ही हिन्दू विरोधी बड़े बड़े नेताओ को जन्म दिया।
कांग्रेस ने ही असली हिंदुत्व नेताओ की हत्या करवाई मुख़र्जी उपाध्याय को मरवाया।
कांग्रेस ने ही देशभक्त हिन्दुओ को अंग्रेज़ो से मरवा दिया भगत सिंह, आज़ाद, बोस।
कांग्रेस ने ही सरदार पटेल को प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया।
कांग्रेस ने ही गरीब आदिवासिओ को मजबूर किया डकैत, नक्सली, माओवादी बनने के लिए।
कांग्रेस ने ही गरीब आदिवासिओ पर अत्याचार किये उन्हें गरीब और पिछड़ा रखा।
कांग्रेस ने ही दलित प्रथा को देश में चालू रखा और उनके साथ अत्याचार किये।
कांग्रेस ने ही देश के किशानो को गरीब रखा और आत्महत्या के लिए मजबूर किया।
इंदिरा ने असली कांग्रेसी सेनानिओ को कांग्रेस से निकाला।
कांग्रेस ने ही भोपाल का हत्यारा एंडरसन को देश से भगाया।
कांग्रेस ने ही इटली का दलाल क्वॉटरोची को देश से भगाया।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान का गद्दार काज़िम रिज़वी को देश से भगाया।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान का गद्दार काज़िम रिज़वी को देश से भगाया।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान का गद्दार जूनागढ़ का नवाब को देश से भगाया।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान का गद्दार दाउद को देश से भगाया।
कांग्रेस ने ही गैरकानूनी बांग्लादेशिओ को हिंदुस्तान में रहने दिया।
कांग्रेस ने ही गैरकानूनी बांग्लादेशिओ को हिंदुस्तानी नागरिक बनाया।
कांग्रेस ने ही बांग्लादेश से आ रहे हिन्दुओ को हिंदुस्तान में नहीं रहने दिया।
कांग्रेस ने ही लगातार बांग्लादेशी हिन्दुओ का कत्लेआम होने दिया।
कांग्रेस ने ही लगातार बांग्लादेश से हिंदुस्तान की जमीं खोती रही है और देखती रही।
कांग्रेस ने ही लगातार बांग्लादेश से हिंदुस्तान की जमीं खोती रही है और देखती रही।
कांग्रेस ने ही क़ानूनी पाकिस्तानी हिन्दुओ को शरण नहीं दी लेकिन तिबत्तिओं को दी।
कांग्रेस और गांधी ने हिन्दुओ को अहिंसा के नाम पर चुना लगाया और कायर रहने पर मजबूर किया।
कांग्रेस और गांधी ने हिन्दुओ के हत्याओ पर खुद हिन्दुओ को ही जिम्मेदार ठहराया
और मुसलमानो को निर्दोष बताया।
और मुसलमानो को निर्दोष बताया।
कांग्रेस और नेहरू ने ही हिंदुस्तान को आज़ादी मिलने के बाद तोड़ ने का ही काम किया था।
कांग्रेस ने आज़ादी के बाद भी अंग्रेज़ो की गुलामी नहीं छोड़ी थी और जैसा वे कहते वो करते।
कांग्रेस ने सिवाय कोंग्रेसी स्वंतंत्र सेनानिओ के सब को भुला दिया।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में राजकीय घराना शाही शुरू की और देश को भरपूर लूटा।
कांग्रेस ने ही हिंदुस्तान में राजकीय घराना शाही शुरू की और देश को भरपूर लूटा।
कांग्रेस ने ही जान बुझकर अमरीका से रिश्ते ख़राब रखे।
कोंग्रेसी संजय गांधी कोई पद पर ना होने के बावजूद वो ही देश चलाता था।
कोंग्रेसी संजय गांधी कोई पद पर ना होने के बावजूद वो ही देश चलाता था।
कांग्रेस ने ही नेहरू गांधी परिवार को देश का मालिक बना दिया नेहरू इंदिरा राजीव संजय सोनिआ राहुल प्रियंका वाड्रा।
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