
भास्कर की खबर के अनुसार लॉकडाउन के दौरान गीदड़गंज गांव की बड़ी मस्जिद में 100 से अधिक जमाती के रुकने की खबर मिलने पर मंगलवार की शाम जांच करने पहुंची पुलिस पर स्थानीय लोगों ने जमकर पत्थरबाजी और फायरिंग की। स्थानीय लोगों ने पुलिस को करीब एक किलोमीटर दूर मदरसा हनफीया तक खदेड़ दिया। लोगों ने पुलिस गाड़ी में तोड़फोड़ कर तालाब में गिरा दिया। गौरतलब है कि गीदड़गंज गांव के सभी लोग मुसलमान समुदाय के हैं।

रांची, मेरठ और निजामुद्दीन के मस्जिदों में छिपे थे सैकड़ों विदेशी
इसी दौरान देश के कई इलाकों में मस्जिदों में विदेशी मौलवियों और जमातियों के छिपे होने से हड़कंप मच गया है। सोमवार, 30 मार्च को झारखंड की राजधानी रांची की एक मस्जिद से पुलिस ने 24 मौलवियों को हिरासत में लिया है।
ये लोग मलयेशिया, वेस्ट इंडीज और पोलैंड के रहने वाले हैं। ये सभी हिंदपीढ़ी में ग्वाल टोली के समीप स्थित बड़ी मस्जिद में किसी जमात में शामिल होने आये थे। पुलिस ने सभी को खेलगांव स्थित क्वारेंटाइन सेंटर पहुंचा दिया। प्रभात खबर के अनुसार पुलिस इनके यहां आने की वजह और इनकी गतिविधियों के बारे में जानकारी जुटा रही है। बताया जा रहा है कि सभी लोग जनवरी से ही यहां हैं।
रांची की हिंदपीढ़ी मस्जिद में 24 लोग छुपे थे, इसमें से ज्यादातर विदेशी थे. पुलिस ने इन्हें आइसोलेशन वॉर्ड में ले गई है. pic.twitter.com/VoOT5LU1KC— News18 Jharkhand (@News18Jharkhand) March 30, 2020
दिल्ली,निजामुद्दीन की मस्जिद में दुबई से आकर रह रहे 70 शांतिदूत कोरोना पोजेटिव पाए गए।— Prashant Patel Umrao (@ippatel) March 30, 2020
पटना, रांची,कोयंबटूर की मस्जिद से भी विदेशी जमाती पकड़े गए थे,जो पोसिटिव निकले।
आदेश के बावजूद 20 मार्च जुम्मा को सामूहिक नमाजें हुई व #CoronaJihad फैलाया गया। 80% कोरोना मरीज समुदाय से हैं।
जागरण के अनुसार रांची के हिंदपीढ़ी बड़ी मस्जिद में विदेशियों के छुपे होने की सूचना पर पुलिस प्रशासन की टीम ने 18 विदेशियों सहित 24 को हिरासत में लेकर क्वारंटाइन किया है। पुलिस ने सोमवार की सुबह तड़के तीन बजे से चार बजे के बीच सभी को खेलगांव कैंपस में बने आइसोलेशन होम में शिफ्ट किया है।
निजामुद्दीन में जमा थे 1000 से ज्यादा जमाती
दिल्ली में 100 से ज्यादा लोगों के कोरोना वायरस के टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने के बाद निज़ामुद्दीन मरकज़ से सभी 2,100 लोगों को बाहर निकाला गया है। एनडीटीवी के अनुसार तब्लीगी जमात के मरकज से करीब 2100 लोगों को कोरोना वायरस की जांच के लि दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में ले जाया गया है। एनडीटीवी के अनुसार इस मरकज में विदेश से भी लोग आए हुए थे। यह सभी यहां पर आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए थे और निजामुद्दीन स्थित एक मस्जिद में रुके हुए थे।
मेरठ के मस्जिदों में छिपे थे 19 विदेशी मौलवी
इसके साथ ही मेरठ जिले की दो मस्जिदों में 19 विदेशी नागरिकों के मिलने के बाद हड़कंप मच गया है। ये विदेशी जमात के संग 17 और 21 मार्च को मेरठ पहुंचे थे। ये विदेशी मौलवी इंडोनेशिया, केन्या, सूडान और जिबूती समेत अन्य देशों से हैं। दैनिक जागरण के अनुसार मवाना स्थित बिलाल मस्जिद में रविवार देर रात 10 और सरधना में आजाद नगर स्थित मस्जिद में नौ विदेशी मौलवी रह रहे थे।
अवलोकन करें:-
लॉकडाउन के दौरान इन्हें शरण देने वालों ने भी पुलिस को जानकारी देना मुनासिब नहीं समझा। हिन्दुस्तान के अनुसार किसी को पता न चले, इसलिए मस्जिद के बाहर ताला लगा रखा था।
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