दानिश कनेरिया और शाहिद अफरीदी अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में पाकिस्तान के पूर्व हिंदू क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने खुलकर अपनी बात रखी। उन्होंने डीसी में एक कांग्रेस ब्रीफिंग के दौरान पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के खिलाफ होने वाले भेदभाव को उजागर किया और बताया कि उनके ऊपर भी धर्मांतरण का दबाव बनाया गया था।
इतना ही मैच के दौरान एक साथ खाना खाने आदि पर टीम के कई खिलाडियों को दानिश पर ऐतराज होता था।
कनेरिया ने कहा कि उन्हें पाकिस्तान में समान मूल्य और सम्मान नहीं मिला, जिसके कारण उनका क्रिकेट करियर बर्बाद हुआ। कनेरिया ने पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद अफरीदी पर भी धर्मांतरण का दबाव देने का गंभीर आरोप लगाया।
#WATCH | Washington, DC | On the Congressional Briefing on 'plight of minorities in Pakistan', Danish Kaneria, the last Hindu cricketer to play for Pakistan internationally, says, "Today, we discussed how we had to go through discrimination. And we raised our voices against all… pic.twitter.com/elCcqtpbbI
उन्होंने खुलासा किया कि अफरीदी ने उन्हें इस्लाम कबूलने को कहा था। (वो हिंदू थे इसलिए) अफरीदी और अन्य खिलाड़ी उन्हें सामाजिक रूप से अलग रखते थे। इसके अलावा उन्हें साथ में खाने भी नहीं देते थे। केवल इंजमामुल हक ऐसे कप्तान थे जो उनके समर्थन में बात करते थे।
उन्होंने कहा, “मैंने भी पाकिस्तान में काफी ज्यादा भेदभाव का सामना किया है और इसी वजह से मेरा क्रिकेट करियर पूरी तरह से बर्बाद हो गया। मुझे पाकिस्तान में उस तरह का सम्मान और समान भाव नहीं मिला, जिसका मैं पूरी तरह से हकदार था। पाकिस्तान में हुए उसी भेदभाव की वजह से आज यहाँ संयुक्त राज्य अमेरिका में हूँ। हमने जागरूकता बढ़ाने के लिए बातचीत की है और संयुक्त राज्य अमेरिका से वो सब बताया जिसे यह पता चल सके कि हमने पाकिस्तान में कितना कुछ सहा है ताकि उस कार्रवाई की जा सके।”
कनेरिया ने कहा कि वो इस ब्रीफिंग के माध्यम से अमेरिका के लोगों को बताने का प्रयास कर रहे हैं कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को किस प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ता है।
उल्लेखनीय है कि दानिश कनेरिया पाकिस्तान के पूर्व और अंतिम हिंदू क्रिकेटर हैं। उन्होंने अपने करियर में कुल 61 टेस्ट मैच खेले जबकि वनडे 18 मैच खेले हैं। पिछले कुछ समय से वो लगातार पाकिस्तान में हिंदुओं पर होने वाले अत्याचार पर मुखर होकर अपनी बात कहते आए हैं और इस्लामी कट्टरपंथियों का चेहरा उजागर करते हुए भी आए हैं।
भगवान श्री राम का बुलावा आएगा तो दानिश कनेरिया अयोध्या के राम मंदिर में प्रभु के दर्शन करने आएँगे… पूरे परिवार के साथ! पाकिस्तान में रह कर, इस्लाम कबूलने का प्रेशर झेल कर, क्रिकेटिंग करियर तबाह कर दिए जाने के बाद भी दानिश कनेरिया हिंदू बने रहे, तो उसके पीछे प्रभु श्री राम में उनकी अटूट आस्था ही है। टाइम्स नाउ को दिए इंटरव्यू में कनेरिया ने दिल खोल कर बातें कीं – क्रिकेट पर, हिंदू होने पर, पाकिस्तान में भेदभाव पर, भारत-पाकिस्तान रिश्ते पर।
टाइम्स नाउ को दिए इंटरव्यू में दानिश कनेरिया ने राम मंदिर को लेकर अपनी आस्था के बारे में बताया। उनके अनुसार वो बचपन से भगवान राम और बजरंगबली के भक्त रहे हैं। राम मंदिर निर्माण और 22 जनवरी 2024 को उसके प्रांगण में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर भावुक होते हुए कनेरिया ने कहा कि अगर भगवान ने मौका दिया तो वो अपने पूरे परिवार के साथ दर्शन करने आएँगे।
हिंदू पैदा हुआ, हिंदू ही मरूँगा
इंटरव्यू में दानिश कनेरिया ने बताया कि उन्हें हिंदू होने पर गर्व है। वो पैदा हिंदू धर्म में हुए और मरेंगे भी हिंदू के ही रूप में। भगवान राम के जीवन से सीख लेते हुए कनेरिया ने कहा कि हर परिस्थिति में संघर्ष करना चाहिए, कभी हार नहीं माननी चाहिए। उन्होंने कहा कि भगवान राम ने सीख दी है कि बुरी से बुरी परिस्थितियाँ भी बदल जाती हैं अगर आपका विश्वास पक्का है।
‘जय श्रीराम’ नारे को लेकर कट्टर मुस्लिम और वामपंथी-कॉन्ग्रेसी जैसा माहौल बना रहे हैं, उनको जवाब देते हुए कनेरिया ने कहा कि यह एक वेलकम या स्वागत करने जैसा है। इस पर जो बवाल कर रहे हैं, कनेरिया की नजर में वो दिमागी संतुलन खो बैठे हैं। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के स्टेडियमों के आप-पास बनी मस्जिदों और उसमें से आने वाली अजान/नमाज की आवाज पर कभी किसी ने आपत्ति नहीं जताई, पाकिस्तान गए सभी खिलाड़ियों ने इसको इज्जत दी। इस पर आगे उन्होंने कहा:“आप भारतभूमि में हैं… तो क्या होगा, जय श्रीराम ही होगा!”
आरफा को पाकिस्तान में बुलावा
पत्रकारिता के नाम पर प्रोपेगेंडा करने वाली आरफा खानम शेरवानी को दानिश कनेरिया ने पाकिस्तान आ जाने का बुलावा दिया था। इस पर टाइम्स नाउ के एंकर ने जब सवाल किया तो कनेरिया ने बहुत ही स्पष्ट जवाब दिया। कनेरिया के अनुसार किसी भारतीय को अगर भारत में रहने पर शर्म महसूस होती है तो फिर वहाँ रहना ही क्यों? छोड़ कर कहीं और रहने चले जाइए।
Pakistan Cricket Board lodging a complaint with the ICC over the 'Jai Shri Ram' slogans makes no sense... Zaka Ashraf should not have called India an enemy nation. It spoils relations between countries: Fmr Pak Cricketer @DanishKaneria61 tells @madhavgk@TheNewsHour AGENDA pic.twitter.com/yPiY17ajCC
बीजेपी नेता गौरव भाटिया ने आरफा खानम शेरवानी के समर्थन में ट्वीट किया था। दानिश कनेरिया को आड़े हाथों लिया था। इस सवाल के जवाब में कनेरिया ने कहा कि वो हिंदू धर्म को लेकर बात कर रहे थे, सनातन पर हो रहे अटैक को लेकर प्रतिक्रिया दे रहे थे। ऐसे में गौरव भाटिया या किसी को भी सोच-समझ कर बोलना चाहिए, पूरी बात सुननी-पढ़नी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जनता सब कुछ जानती है, और उसी जनता ने गौरव भाटिया को जवाब भी दे दिया।
पाकिस्तान, जय श्रीराम, दर्शक और खिलाड़ी
भारत-पाकिस्तान के विश्व कप मुकाबले में अहमदाबाद के क्रिकेट स्टेडियम में ‘जय श्री राम’ का नारा लगा था। इसको लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने आईसीसी में शिकायत दर्ज की। इस सवाल पर कनेरिया ने कहा कि यह नॉर्मल चीज है। उन्होंने कहा कि वो हिंदू हैं लेकिन खेलते पाकिस्तान की ओर से थे। ऐसे में बाउंड्री पर खड़ा दर्शक आपको कुछ-न-कुछ कहेगा ही, इसे प्रोफेशनल खिलाड़ी को नॉर्मल ढंग से लेना चाहिए न कि बात का बतंगड़ बनाना चाहिए।
‘जय श्री राम’ नारे पर भारत में रहने वाले भी वामपंथी भी पाकिस्तान प्रेम में रोने लगे थे। जिनके पिता खुद इंटरनेशनल क्रिकेटर रह चुके थे, उनके बेटे राजदीप सरदेसाई ने भी इस पर बवाल काटा था। लेकिन राजदीप को करारा जवाब मिला था एक पूर्व खिलाड़ी से ही। पूर्व भारतीय क्रिकेटर लक्ष्मण शिवरामकृष्णन ने कहा था कि यह सब नॉर्मल है क्योंकि उन्हें भी पाकिस्तान में गालियाँ मिलीं थी। उनके धर्म से लेकर देश और संस्कृति तक को गाली दी गई थी।
हिंदू होने की सजा मिली
दानिश कनेरिया ने बताया कि एक हिंदू होने के कारण पाकिस्तान में उनका करियर बर्बाद कर दिया गया। क्रिकेटिंग करियर के बाद भी उनको इतना परेशान किया गया कि एक जॉब तक उनको करने नहीं दिया गया। उन्होंने बताया कि इतनी विषम परिस्थिति में लेकिन वो भगवान श्री राम के सहारे रहे।
Shahid Afridi used to taunt me because I am a Hindu. If I had converted, I might have become the captain of the Pakistan cricket team... It (CAA) is a good law, and I support it: Fmr Pak Cricketer @DanishKaneria61 tells @madhavgk@TheNewsHour AGENDA pic.twitter.com/pL8o1FXyFr
पाकिस्तान में हिंदू या अन्य अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव को लेकर उन्होंने कहा कि अगर वहाँ भेदभाव नहीं है तो कनेरिया के अवाले कोई अन्य खिलाड़ी (जो गैर-मुस्लिम हो) क्यों नहीं इंटरनेशनल स्टेज तक आ पाया?
शाहिद अफरीदी को लेकर कनेरिया ने कहा था कि वो हमेशा इन्हें इस्लाम कबूल करने के लिए कहता था
शाहिद अफरीदी को लेकर ‘आजतक’ के इंटरव्यू में कनेरिया ने कहा था कि वो हमेशा इन्हें इस्लाम कबूल करने के लिए कहता था, सुबह की नमाज पढ़ने के लिए उठा देता था।
इससे पहले 24 अक्टूबर 2023 को दानिश कनेरिया ने एक ट्वीट किया था। इसमें उन्होंने लिखा कि मंदिर (अयोध्या का राम मंदिर) बन जाए… फिर दर्शन करने आएँगे। यह ट्वीट एक सवाल के जवाब में लिखा गया था। इस ट्वीट के रिप्लाई में कनेरिया को कट्टर मुस्लिम और वामपंथी टाइप के लोग गालियाँ और धमकी तक दे रहे हैं।
भारत के मीडिया गिरोह की पत्रकार आरफा खानम शेरवानी अक्सर कट्टर इस्लामी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए जानी जाती हैं। प्रोपेगंडा पोर्टल ‘The Wire’ में काम करने वाली अरफ़ा खानम शेरवानी का इस बार एक पाकिस्तानी क्रिकेटर ने ही ‘इलाज’ कर दिया है। पाकिस्तान के हिन्दू क्रिकेटर ने उन्हें ऐसा जवाब किया कि लोग वाह-वाह करने लगे। दरअसल, भारत में चल रहे वनडे वर्ल्ड कप को लेकर आरफा खानम शेरवानी देश के खिलाफ नकारात्मक माहौल बना रही थी।
उन्होंने ट्वीट कर के लिखा, “विश्व कप के मैचों के दौरान कई फैंस के निंदनीय व्यवहार से एक भारतीय के रूप में मुझे शर्म महसूस हो रही है, मैं इससे लज्जित हूँ। खेल का उद्देश्य था लोगों को एक साथ लाना, लेकिन इसे लेकर गंदा, असुरक्षित भावना और बहुसंख्यकवाद मोदी-RSS द्वारा पिछले 10 साल में बनाए गए माहौल का प्रतीक है।” उनका इशारा भारत-पाकिस्तान मैच के दौरान अहमदाबाद में फैंस द्वारा ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने को लेकर था।
हालाँकि, अरफ़ा खानम शेरवानी पाकिस्तानी विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान द्वारा मैदान पर ही नमाज पढ़े जाने को लेकर खामोश रहती हैं। पाकिस्तान के हिन्दू क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने इस बार उन्हें जवाब देते हुए कहा, “अगर तुम एक भारतीय के रूप में शर्म महसूस कर रही हो तो मेरे देश पाकिस्तान में आ जाओ। भारत को तुम्हारे जैसे लोगों की ज़रूरत ही नहीं है। मैं आश्वस्त हूँ कि भारत में कई लोगों को तुम्हें पाकिस्तान भेजना का खर्च उठाने में ख़ुशी होगी।”
Come to my country Pakistan if you are feeling ashamed to be an Indian. India doesn’t need people like you.
जैसे ही लोगों ने आरफा खानम शेरवानी को जवाब देना शुरू किया, उन्होंने ‘विक्टिम कार्ड’ निकाल लिया। उन्होंने दावा किया कि दानिश कनेरिया ने उनकी ‘ऑनलाइन लिंचिंग’ के लिए भीड़ छोड़ दी है और वो ट्विटर पर ट्रेंड कर रही हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें दुःख है कि कई धर्मों के फैंस द्वारा जिस अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर को प्यार किया गया वो अब एक सांप्रदायिक ट्रोल बन गया है। इसके बाद आरफा ने पाकिस्तान जाने से भी इनकार कर दिया और कहने लगीं कि ‘अपने देश’ को छोड़ कर दुनिया में कहीं नहीं जाएँगी।
पाकिस्तान ये जाएगी नहीं और भारत की सभी बातें इन्हें शर्मसार करती हैं, सांप की तरह जहर भी भारत के लिए फेलाना है तो अरफा बीबी आप के लिए एक जगह बची है 'भाड़' जल्दी से भाग लो पहली फुर्सत में!
इसके बाद दानिश कनेरिया ने आरफा खानम शेरवानी द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्दों (भीड़, लिंच, धार्मिक, ट्रोल) पर कटाक्ष किया। उन्होंने साफ़ कहा कि उनके खिलाफ इन प्रोपेगंडा शब्दों का इस्तेमाल न किया जाए। दानिश कनेरिया ने पूछा कि क्या उन्होंने अपने ट्वीट में कहीं भी सांप्रदायिकता की बात की? दानिश ने कहा कि उन्होंने ऐसा नहीं किया। बता दें कि आरफा खानम शेरवानी अक्सर आतंकी घटनाओं पर चुप्पी साध लेती हैं या फिर इस्लामी कट्टरपंथियों का बचाव करती दिखती हैं।