भारत-पाक के बीच सीजफायर : ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से पाकिस्तान को पहुँची करारी चोट, शाम 5 बजे से थमी लड़ाई

                            भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर (फोटो साभार: Rediff)
Operation Sindoor से पाकिस्तान को पहुंची जबरदस्त आर्थिक मार ने पाकिस्तान को घुटने पर ला दिया। अगर अभी भी पाकिस्तान ने आतंकवादी हमले बंद नहीं किए तो इससे भी जबरदस्त नुकसान को उठाना पड़ेगा। इसमें कोई दो राय नहीं कि मदरसों और मस्जिदों की आड़ में जो आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा था सब दुनिया के सामने आ गया। 10 मई की रात में भारत द्वारा पाकिस्तान को पहुंचे नुकसान ने घुटने पर आने को मजबूर कर दिया। अगर लड़ाई कम से कम 3 दिन और चल गयी IMF से मिला अनुदान भी पाकिस्तान को बचा नहीं सकता था।  Cease fire के लिए भारत के आगे गिरगिराया। इतने दिनों में हुए पाकिस्तान को हुए नुकसान ने पाकिस्तान को 30 साल पीछे धकेल दिया है। 

भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर कई दिनों तक चली तनातनी आखिरकार थम गई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) ने शनिवार (10 मई 2025) को ऐलान किया कि दोनों देशों ने ‘तुरंत और पूरी तरह से युद्ध रोकने (Full and Immediate Ceasefire)’ करने का फैसला किया है। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, “पूरी रात चली बातचीत के बाद, अमेरिका की मदद से भारत और पाकिस्तान सीजफायर पर राजी हुए। दोनों को समझदारी दिखाने की बधाई।”

भारत और पाकिस्तान के बीच अचानक घोषित हुए संघर्षविराम के पीछे बड़ी कूटनीतिक वजह है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस. जयशंकर बीते कई दिनों से अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ लगातार बातचीत में शामिल थे। शाम 5 बजे से ही युद्ध विराम लागू हो चुका है।

भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने इस बारे में आधिकारिक बयान दिया है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी डीजीएमओ ने भारतीय डीजीएमओ को 3.35 बजे शाम को कॉल किया था, जिसके बाद दोनों पक्षों में फायरिंग और सैन्य अभियानों को रोकने की सहमति बनी। ये समझौता शाम 5 बजे से लागू हो गया।

ये खबर तब आई जब दोनों देश एक-दूसरे की फौजी चौकियों पर हमले कर रहे थे। भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए पाकिस्तान को करारा जवाब दिया, जिससे पाक बैकफुट पर आ गया।

कुछ हफ्तों में भारत-पाक सीमा पर हालात बेहद गर्म थे। 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिसके लिए भारत ने पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया। इसके जवाब में भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर‘ शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया। भारतीय सेना ने ड्रोन और एंटी-टैंक मिसाइलों का इस्तेमाल कर पाकिस्तानी फौजी ठिकानों को निशाना बनाया। खबरों के मुताबिक, रावलपिंडी और चकलाला जैसे इलाकों में पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ।

पाकिस्तान ने भी पलटवार किया। उसने भारत पर 400 ड्रोनों और मिसाइलों से हमले का इल्जाम लगाया। पाकिस्तानी फौज ने ‘ऑपरेशन बनयान उल मरसूस’ शुरू कर भारतीय ठिकानों पर हमले किए। जम्मू, अमृतसर और पूंछ में धमाकों की खबरें आईं। लेकिन भारतीय सेना ने इन हमलों को नाकाम कर दिया। 8-9 मई की रात भारत ने पाकिस्तानी ड्रोनों को मार गिराया और सीमा पर कालाबाजी दिखाने वालों को सबक सिखाया।

भारत का कहना था कि पाकिस्तान बार-बार सीजफायर तोड़ रहा था और आतंकियों को भेज रहा था। भारतीय सेना ने न सिर्फ इन हमलों को रोका, बल्कि पाकिस्तान के फौजी ठिकानों को भी निशाना बनाया।

दूसरी तरफ, बलूच विद्रोहियों ने भी पाकिस्तान को निशाना बनाया। बलूच लिबरेशन आर्मी ने मंगोचार शहर पर कब्जा कर लिया और 39 ठिकानों पर हमले किए। उन्होंने CPEC हाइवे को ब्लॉक कर दिया और पाकिस्तानी सेना को बैकफुट पर धकेल दिया। बलूच नेता मीर यार बलूच ने कहा, “पाकिस्तान का पतन करीब है। हम आजादी चाहते हैं और भारत से दूतावास खोलने की अपील करते हैं।” इससे पाकिस्तान पर दो तरफा दबाव पड़ा।

ट्रंप की मध्यस्थता के बाद सीजफायर तो हो गया, लेकिन भारत और पाकिस्तान भी इसकी पुष्टि कर देंगे। वहीं, सऊदी अरब ने भी मध्यस्थता की पेशकश की है। जानकारों का कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान को साफ संदेश दिया कि भारत अब चुप नहीं रहेगा। लेकिन शांति के लिए दोनों देशों को भरोसा बनाए रखना होगा।

भारत को बदनाम करने के लिए पाक ने दुनिया को दिखा रहा खरगे, टिकैत, नेहा, राठी के वीडियो; पाकिस्तान और पाकिस्तानपरस्त भूल रहे हैं भारत ने अभी अंगड़ाई लेनी है

             इन लोगों के बयान दिखाकर दुनिया से सहानुऊूति बटोरने का काम (साभार- सभी के X/FB अकाउंट)
किसी भी युद्ध, आतंकी घटना या संकट की घड़ी में देश के सभी लोगों से उम्मीद की जाती है कि वे एकजुट होकर उस संकट की घडी में सरकार के साथ खड़ा होना चाहिए। पाकिस्तानपरस्त नेताओं की नींद, रोटी और पानी हराम हो गया है। लेकिन कांग्रेस के कुछ नेताओं के साथ ही देश में कुछ ऐसे लोग भी हैं, जो क्षणिक फायदे के लिए देश विरोधी बयान देने लगते हैं। कुछ लोग तो तु्ष्टिकरण और वोट की राजनीति के लिए बाहरी शक्तियों को मजबूत करने का काम करते हैं। इतना ही नहीं कुछ लोग तो सिर्फ वीडियो पर दो-चार हजार ज्यादा व्यूज आ जाए, इसके लिए फेक न्यूज फैलाने के साथ देश विरोधी भावनाओं के बढ़ावा देने लगते हैं। इसी सब का फायदा देश विरोधी तत्व उठाने लगते हैं। 

इजराइल द्वारा हमास पर हमला करने पर खूब इजराइल को कोसते रहते थे कि स्कूलों, हॉस्पिटल और निर्दोष लोगों को मार रहा है। लेकिन किसी ने हमास से यह नहीं पूछा कि क्यों स्कूलों और हॉस्पिटल में ठिकाने बनाए जा रहे हैं? दूसरे अब इन पाकिस्तानपरस्तों को नहीं दिख रहा कि इनका लाडला मंदिरों और गुरुद्वारों पर बमबारी कर रहा है। इतिहास साक्षी है कि सनातन विरोधियों का कभी कोई नामलेवा नहीं रहा।    

अभी जब पाकिस्तान के साथ संघर्ष जारी है, तब वहां की सेना कुछ भारतीय नेताओं और लोगों के बयान को दुनिया के सामने रख भारत को बदनाम करने की कोशिश में लगी है। पाकिस्तान की सेना कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी के करीबी महाराष्ट्र के कांग्रेस विधायक विजय वडेट्टीवार, किसान नेता राकेश टिकैत, सपा प्रमुख अखिलेश यादव की करीबी नेहा सिंह राठौर, यूट्यूबर ध्रुव राठी, शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद के बयान को वर्ल्ड मीडिया और विदेशी राजनयिकों के सामने रख अपने को सही बताने में लगी है। 

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के साथ पाकिस्तान पर कड़ा प्रहार किया। इस कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तानी फौज ने अब भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा शुरू कर दिया है। पाकिस्तानी अधिकारियों ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें भारत के कुछ नेताओं, इन्फ्लुएंसर्स और आम लोगों के बयानों को शामिल किया गया है। यह वीडियो 60 देशों के राजदूतों और अंतरराष्ट्रीय मीडिया के सामने पेश किया गया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

दरअसल, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमलों के बाद सरकार पर शिकंजा कसने के लिए पूरी मोदी विरोधी टोली एक साथ आ गई। एक्शन लेने के लिए बड़े बड़े सवाल किए गए, सरकार पर ताने मारे गए। कईयों ने तो ये तक कह डाला कि सरकार ने ही अपने लोगों पर हमला करवाया है। अब जब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए भारत ने पाकिस्तान पर एक्शन लेना शुरू कर दिया है तो इस टोली को साँप सूँघ गया है।

पाकिस्तानी फौज का दावा है कि यह वीडियो भारत की ‘असली तस्वीर’ दिखाता है। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, तथाकथित किसान नेता राकेश टिकैत, यूट्यूबर ध्रुव राठी, गायिका नेहा सिंह राठौर और शंकराचार्य अभिमुक्तेश्वरानंद के बयान शामिल हैं। ये बयान पहलगाम हमले के बाद सरकार की आलोचना में दिए गए थे। कुछ ने सरकार पर सवाल उठाए, तो कुछ ने यह तक कहा कि हमला सरकार की साजिश था। पाकिस्तानी फौज ने इन बयानों को भारत के खिलाफ हथियार बनाकर दुनिया के सामने पेश किया है।

पहलगाम हमले के बाद भारत में सरकार से जवाबदेही की माँग उठी थी। विपक्षी नेताओं और कुछ इन्फ्लुएंसर्स ने सरकार पर तीखे हमले किए। लेकिन जब भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, तो इन आलोचकों की बोलती बंद हो गई। पाकिस्तानी फौज ने मौके का फायदा उठाते हुए इन बयानों को वीडियो में जोड़ा और दावा किया कि भारत के अपने लोग ही सरकार के खिलाफ हैं।

सोशल मीडिया पर इस वीडियो को लेकर लोगों में गुस्सा है। यूजर्स का कहना है कि सरकार की आलोचना करना अलग बात है, लेकिन देश की एकता और सुरक्षा के समय इस तरह के बयान देना गलत है। कई लोगों ने ध्रुव राठी, नेहा सिंह राठौर और राकेश टिकैत पर देश को कमजोर करने का आरोप लगाया। एक यूजर ने लिखा, “ये लोग देश के मुश्किल वक्त में दुश्मन को ताकत दे रहे हैं।”

इसी बात का फायदा पाक फौज भी दुनिया के सामने उठाना चाहती है। फौजी अधिकारी वीडियो में कहते हुए सुने जा सकते हैं कि ये सभी भारतीय लोग हैं जो मुल्क की असलियत सामने रख रहे हैं।

आतंकवाद समर्थक IMF से पाकिस्तान को मिली 8500 करोड़ रूपए की ‘भीख’, वोटिंग से किनारा करने पर राजदीप सरदेसाई और कांग्रेस भारत को बदनाम करने में जुटे

                           इंडिया टूडे के पत्रकार राजदीप सरदेसाई (लेफ्ट), कांग्रेस नेता जयराम रमेश (राइट)
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने शुक्रवार (9 मई 2025) को पाकिस्तान को आर्थिक मदद देने के लिए 8,500 करोड़ रूपए की मंजूरी दी है। इसके बाद कांग्रेस पार्टी के नेता जयराम रमेश और इंडिया टूडे के पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने भारत सरकार पर हमला बोला है।
पाकिस्तान को कर्जा देने वाले किस मुंह से आतंकवाद का विरोध करते हैं? क्या इन देशों पर विश्वास किया जा सकता है? इन देशों की जनता को अपनी सरकारों से पूछना चाहिए। कौन कहता है कि पाकिस्तान भुखमरी के कगार पर है? सत्ता मुक्त होते ही पाकिस्तान के नेता और फौजी विदेशों में रह रहे होते हैं, वह क्या वहां भीख मांगकर रहते हैं? अपनी जनता को पागल बनाकर विदेशों में अपनी तिजोरियां भरने वालों का देश क्या भुखमरी के कागार पर हो सकता है?       

जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस ने पहले ही माँग की थी कि भारत आईएमएफ में पाकिस्तान को कर्ज देने का विरोध करे, लेकिन मोदी सरकार ‘डर’ गई और उसने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। उन्होंने कहा कि अगर भारत ‘नहीं’ में वोट करता तो यह एक मजबूत संदेश होता।

वहीं पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने भी भारत सरकार के बारे में गलत जानकारी को आगे बढ़ाया और सवाल किया कि भारत ने आईएमएफ मीटिंग में पाकिस्तान को दिए जाने वाले कर्ज के खिलाफ वोट क्यों नहीं किया। सरदेसाई ने 9 मई 2025 को एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा, “भारत ने आईएमएफ कार्यकारी बोर्ड की बैठक में पाकिस्तान को दिए जाने वाले कर्ज के लिए वोटिंग से किनारा किया है। सवाल: हमने इस्लामाबाद के खिलाफ वोट क्यों नहीं किया, जबकि इसमें हमारे हित जुड़े हुए थे?”

सोशल मीडिया पर भी आईएमएफ द्वारा पाकिस्तान को कर्ज देने का विरोध किया जा रहा है। कुछ यूजर्स आईएमएफ को आतंकवाद की मदद करने वाली संस्था बता रहे है और इसी के साथ #IMFSupportsTerrorism, #IMFSupportsTerrorist, #ShameOnIMF जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।

भारत ने शुक्रवार (9 मई 2025) को IMF की बैठक में पाकिस्तान को और ज्यादा पैसे देने का खुलकर विरोध किया था। भारत ने कहा कि पाकिस्तान का पिछला रिकॉर्ड अच्छा नहीं है और जो भी पैसा दिया जाएगा, उसका इस्तेमाल सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने में किया जा सकता है।

आईएमएफ की बैठक में पाकिस्तान को 8,500 करोड़ रूपए का नया कर्ज देने के प्रस्ताव पर वोटिंग हुई, जिसमें भारत ने हिस्सा नहीं लिया। भारत ने बताया कि पिछले 35 सालों में से 28 साल पाकिस्तान को IMF से मदद मिली है, लेकिन फिर भी वहाँ कोई बड़ा सुधार नहीं हुआ है।

भारत ने यह भी कहा कि पाकिस्तानी फौज का देश के आर्थिक मामलों में बहुत ज्यादा दखल है, जिससे सुधार करना मुश्किल है। भारत ने ऐसे देश को पैसा देने पर आपत्ति जताई जो आतंकवाद को बढ़ावा देता है। भारत ने चेतावनी दी कि ऐसा करने से आईएमएफ जैसे बड़े संस्थानों की बदनामी हो सकती है और दुनिया के नियमों का मजाक उड़ सकता है।

आईएमएफ के नियमों के तहत, सदस्य देश सीधे तौर पर किसी देश को कर्ज देने के प्रस्ताव के खिलाफ वोट नहीं कर सकते हैं। वे या तो इसके पक्ष में वोट कर सकते हैं या वोटिंग से दूर रह सकते हैं। भारत ने इसी नियम के तहत वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया और अपनी असहमति दर्ज कराई।

जम्मू के आप शंभू मंदिर के भीतर नहीं घुस पाई जेहादी पाकिस्तानी की नापाक मिसाइल, दरवाजे पर ही हुए टुकड़े

                जम्मू कश्मीर का आप शंभु मंदिर (लेफ्ट), सिरसा में ही 'फतेह-2' को मार गिराया (राइट)
इतिहास लिखा नहीं जाता दोहराया जाता है। गाज़ियों(मुग़ल) के कदमों पर चलते पाकिस्तान की जेहादी जहरीली मानसिकता को देख पाकिस्तानपरस्तों को होश में आना चाहिए। इजराइल को गालियां देने वालों अपने लाडले पाकिस्तान की जहरीली हरकतों पर क्यों नहीं बोलते? क्यों नहीं पाकिस्तान जाकर उससे पूछते कि क्यों स्कूलों और शहरी इलाकों में बमबारी कर बेकसूर नागरिकों को मारा जा रहा है? पाकिस्तान की जहरीली हरकत को रक्षा मंत्री 
ख्वाजा आसिफ ने अपनी ही पार्लियामेंट में कहा कि "जरुरत पड़ने पर मदरसों के लड़कों को भी सरहद पर भेजा जा सकता है।" पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने मदरसों में दी जाने वाली तालीम को कबूल कर लिया है। 
हमारा प्रधानमंत्री बुजदिल है मोदी का नाम लेने से डरता है--पाकिस्तानी सांसद, संसद में   

दूसरे, भारत में पल रहे पाकिस्तानपरस्तों को पाकिस्तान संसद में उनके ही सांसद अपने प्रधानमंत्री और सेना प्रमुख के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं।  

भारत-पाक तनाव के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक पाकिस्तानी सांसद अपने प्रधानमंत्री को बुजदिल बता रहा है। यह वीडियो पाकिस्तानी संसद का है। इस वीडियो में वहां के सांसद शाहिद खट्टर अपने प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ की तुलना गीदड़ से कर रहे हैं और उन्हें बुजदिल बता रहे हैं। शाहिद खट्टर ने यह भी कहा कि हमारे पीएम तो नरेन्द्र मोदी का नाम भी नहीं ले सकते हैं, उन्हें डर लगता है। सोशल मीडिया पर लोग इस वीडियो के शेयर कर पाकिस्तानी पीएम पर तंज कस रहे हैं। आप भी देखिए…

खैर, आतंकी पाकिस्तान जिस तरह मन्दिरों और गुरुद्वारों को निशाना बना रहा है। 1965 में भी जेहादी पाकिस्तान ने जम्मू में माता वैष्णो मन्दिर पर हमला किया था। भारत में पाकिस्तान के दलाल जो अपनी कुर्सी की खातिर सनातन को कलंकित करने का कोई मौका नहीं चूकते उन्हें देखना चाहिए कि जम्मू के आप शम्भू मंदिर में दागी मिसाइल मंदिर के द्वार पर ही टुकड़े-टुकड़े हो गयी। इतना ही नहीं राजस्थान एक मंदिर में भी दागे गए बमों का अम्बार देखा जा सकता है। मंदिर में इतने बम दागे गए लेकिन फटा एक भी नहीं।        

शुक्रवार (9 मई 2025) की रात अचानक एक खबर फैली कि पाकिस्तान ने दिल्ली एयरपोर्ट की तरफ फतेह-2 नाम की एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी है। इस खबर से लोगों में डर और गलत जानकारी फैलने लगी। इसकी पुष्टि दिल्ली एयरपोर्ट के अधिकारियों ने तुरंत की और इस खबर को गलत साथ ही गैर-जिम्मेदाराना बताया है।

उन्होंने लोगों से अपील की है, कि हमले से जुड़ी अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान न दें। इसके अलावा सही खबरों के लिए सिर्फ आधिकारिक सोर्स पर ही भरोसा करें। एयरपोर्ट पर उड़ानें सामान्य रूप से जारी रहीं और कामकाज में कोई रुकावट नहीं आई।

रक्षा सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान ने जो मिसाइल दागी थी, वह दिल्ली तक पहुँची ही नहीं। उसे हरियाणा के सिरसा के ऊपर ही भारत के हवाई सुरक्षा सिस्टम से मार गिराया गया है। इससे किसी भी आम नागरिक या जरूरी जगह को कोई खतरा नहीं हुआ।

पाकिस्तान माहौल खराब करने के लिए ऐसी झूठी अफवाह फैला रहा है। भारतीय सेना ने यह भी बताया कि नियंत्रण रेखा (LoC) पर ड्रोन की गतिविधियाँ और गोलाबारी भी बढ़ गई है।

सेना के सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान ने भारतीय वायुसेना के कई ठिकानों को भी निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन हर बार उनके हमले नाकाम कर दिए गए। कड़ी निगरानी और तैयारी की वजह से पंजाब और जम्मू में हमारे हवाई सुरक्षा सिस्टम ने दुश्मन के ड्रोन और दूसरे हवाई खतरों को मार गिराया।

जम्मू कश्मीर के आप शंभु मंदिर पर भी पाकिस्तान द्वारा हमले की खबर सामने आई है। ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाए पाकिस्तान ने शंभु मंदिर के ठीक सामने गेट पर मिसाइल से हमले कर दिया। लेकिन फिलहाल किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं मिली है।

सोशल मीडिया पर भी एक वीडियो काफी वायरल हो रही है। शुकवार (9 मई 2025) को ही पाकिस्तान ने लगातार दूसरी रात जम्मू कश्मीर से लेकर गुजरात तक के 26 स्थानों पर ड्रोन से हमला किया। रक्षा मंत्रालय का दावा है कि हवाई अड्डों और वायुसेना ठिकानों किए गए हमलों को हवा में ही विफल कर दिया गया। इसकी वीडियो भी जारी हुई है। वीडियो में स्थान जम्मू कश्मीर बताया गया है और उधमपुर के डिब्बर इलाके से जोरदार धमाके के बाद धुआँ उठता दिखाई दे रहा है। इसके बाद हवाई सायरन बजाए गए।

दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और जम्मू में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। कुछ संवेदनशील इलाकों में रात के समय ब्लैकआउट के नियम लागू कर दिए गए हैं और निगरानी ड्रोन लगातार संदिग्ध इलाकों पर नजर रख रहे हैं।

हालाँकि, रक्षा अधिकारियों ने लोगों को विश्वाश दिलाया कि भारत के सभी हवाई ठिकाने सुरक्षित हैं और एयरपोर्ट समेत भीड़भाड़ वाले एरिया को किसी भी प्रकार का सीधा खतरा नहीं है।

सही व्यक्ति को वोट देने का मतलब अब समझ आ जाना चाहिए; भारत में बैठे पाकिस्तान के दलालों से सावधान रहें; पाकिस्तान द्वारा निहत्ते और निर्दोष नागरिकों पर बमबारी होने पर क्यों चुप हैं?

सुभाष चन्द्र
भारत में बैठे जो पाकिस्तान के दलाल हमास समर्थक इजराइल को गालियां देते हैं, आज पाकिस्तान द्वारा मन्दिरों, गुरुद्वारों और निहत्ते निर्दोष नागरिकों पर ड्रोन से हमला करने पर क्यों चुप हैं? उनका लाडला पाकिस्तान रिहाशी इलाके पर हमले कर रहा है, अरे बेशर्मों अब इजराइल की तरह अपने लाडले पाकिस्तान को क्यों नहीं गालियां दे रहे? आतंकियों, चीन और तुर्की के हथियारों के दम पर नाचने वाला पाकिस्तान पाकिस्तानियों को अकाल मौत के मुंह में धकेल रहा है। पाकिस्तान के दलालों मत भूलो मन्दिरों के हमलावरों का सर्वनाश निश्चित है।    

बहुत लोग चुनाव के समय कहते मिल सकते हैं कि कोई भी जीते, हमें क्या, सब एक से हैं और फिर बहुत से सिरफिरे “NOTA” दबा कर समझते हैं कि उन्होंने बड़े पुण्य का काम कर दिया

लेकिन आज मोदी द्वारा पाकिस्तान का इलाज करने से हर किसी को समझ आ जाना चाहिए कि उसके वोट की शक्ति क्या है बस यह समझ लो कि आपका EVM में डाला हुआ एक वोट लड़ाकू विमान, राफेल, ब्रह्मोस, S 400 डिफेंस सिस्टम चला रहा है। 

लेखक 
चर्चित YouTuber 
सब एक जैसे हैं, यह कहने से पहले एक बार सोच लेना चाहिए कि एक कांग्रेस सरकार थी जिसके पास एक राफेल खरीदने के पैसे नहीं थे और दूसरी तरफ मोदी है जिसने पिछले 11 साल में देश की सेना को पूरी ताकत दे दी राफेल खरीदे, S-400 डिफेंस मिसाइल सिस्टम खरीदा, लाखों करोड़ के हथियार खरीदे और देश में बनाए प्राइवेट सेक्टर आज देश की सेना की जरूरतें पूरी कर रहा है फिर कांग्रेस और मोदी एक बराबर कैसे हुए, यह बात NOTA दबाने वालों को भी समझनी चाहिए 

शक्तिशाली सेना को खुली छूट दी मोदी ने और सेना ने पाकिस्तान का इलाज कर दिया जबकि मनमोहन सिंह ने 26/11 और अन्य आतंकी हमलों के लिए डोजियर डोजियर का ही खेल खेला, सेना के हाथ नहीं खोले जो पाकिस्तान से बदला ले सके फिर कांग्रेस और भाजपा एक सी पार्टी कैसे हुई? आज कांग्रेस में ऐसा माहौल है जैसे पाकिस्तान से बदला लेना कोई मातम का विषय हो गया जो राहुल गांधी और अन्य नेताओं के चेहरों पर मायूसी साफ़ बताती है क्या रिश्ता है कांग्रेस का पाकिस्तान से जो मायूसी का आलम है?

यह रिश्ता कांग्रेस का पाकिस्तान से इस बात से समझ आता है कि कल सर्वदलीय बैठक के बाद खड़गे और राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने हमें गोपनीय जानकारी नहीं दी और जयराम रमेश पहले ही कह चुका था कि कांग्रेस को विश्वास में लेकर सरकार बताए कि वह पाकिस्तान पर क्या कार्रवाई करना चाहती है? यह है पाकिस्तान की दलाली कि इधर सरकार हमें बताएं और हम पाकिस्तान को सूचित करें

देश में गद्दारों के कमी नहीं है पहलगाम में हिंदुओं के नरसंहार के बाद एक तरफ शोर मचाया जा रहा था कि मोदी कुछ नहीं कर रहा, राहुल गांधी ने तो यहां तक कह दिया, मेरी दादी होती तो अब तक बदला ले लिए होता लेकिन जब मोदी ने ठोक दिया पाकिस्तान को तो अब दलालों की चीख निकल रही है सुनो, कौन क्या कह रहा है -

अरफ़ा खानम -

पहलगाम हमले के बाद -

“हमला पाकिस्तानी आतंकियों ने किया है, आप पाकिस्तान पर हमला कीजिए और हमेशा के लिए आतंकवाद की जड़ को नेस्तनाबूद कर दीजिए 

आप अपने देश के मुस्लिम नागरिकों से झगड़ा करके क्या हासिल करना चाहते हैं”?

इसको पूछो सरकार ने कहां मुस्लिम नागरिकों से झगड़ा किया है और अब, जब पाकिस्तान पर प्रहार किया है तो इसकी भाषा देखिये -

Peace is Patriotism, War is Destruction,

Borders Do Not Bleed, People do -

stop the war - 

ये कभी पाकिस्तान को नहीं कहती कि आतंकी हमले मत करो -

विनोद कापरी -

18 सितंबर 2016 का बयान -

Strong statements and tweet are 

not going to help anymore @मोदी जी,

राजनाथ सिंह जी, 

“Nation is behind you, TAKE STRONG 

ACTION, Declare War “

अब जब Strong Action किया गया 

तो कह रहा है -

“Say NO TO WAR”

अखिलेश यादव की HMV (His Master’s Voice”

नेहा सिंह राठौर - 

1 मई, 2025 को -

“तो क्या अब मान लिया जाए कि पाकिस्तान इस बार भी बच गया, 

देश का बदला कब पूरा होगा मोदी जी?

देश आतंकवादियों के कटे सिर मांग 

रहा है”

जब पाकिस्तान को बजा दिया तो कह रही है 

“लाशें भारत और पाकिस्तान में गिर रही हैं, 

हथियार यूरोप वालों के बिक रहे हैं, 

बताओ युद्ध कौन जीत रहा है”

इसलिए इमरान खान के “नए पाकिस्तान” का इलाज मोदी के “नए भारत” ने किया है और जो मोदी को तीसरी बार लेकर आए, उनका भी इस इलाज में बड़ा योगदान है 

क्या परमाणु इस्तेमाल कर पाकिस्तान दुनिया के नक़्शे से मिटने की तैयारी कर रहा है?

                                     भारत ने पाकिस्तानी हमलों को किया नाकाम (साभार: India Today)
अपनी जेहादी मानसिकता के चलते पाकिस्तान मस्जिदों को छोड़ मन्दिरों और गुरूद्वारे निशाना बना रहा है। जिनका श्राप पाकिस्तान को उसको अकाल मौत के मुंह में धकेल रहा है। दूसरे, हमास के तरह नागरिकों को निशाना बनाने की घिनौनी और जहरीली सोंच दर्शा रही है। 10 मई की रात को पाकिस्तान ने दिल्ली को निशाना बनाते जो मिसाइल दागी जिसे हरियाणा में गिराने के बाद पाकिस्तान के 3 air base समाप्त कर दिए। और सुबह श्रीनगर, अमृतसर आदि शहरों पर हमला करने पर उसके 3 airjets को बर्बाद करने के बाद अपने परमाणु कमेटी की मीटिंग बुलाना बहुत खतरनाक खेल खेलने की शरारत करने का मन बना रहा है। और अगर पाकिस्तान परमाणु इस्तेमाल करता है निश्चित रूप से पाकिस्तान दुनिया के नक़्शे से अपना नाम मिटाने की ओर कदम उठा लेगा। देखना है भविष्य के गर्भ में क्या छिपा है।     

ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाए पाकिस्तान ने गुरुवार (8 मई 2025) को जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान में हमास की स्टाइल में हमले किए। पाकिस्तानियों ने ड्रोन उड़ाए, मिसाइलें दागीं, तोपें गरजाईं। मगर भारत की फौज ने आँखें तरेरते हुए सारे हमले नाकाम कर दिए। हालाँकि विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान की तरफ से 400-500 एयर अटैक सिर्फ हमले के लिए नहीं थे, बल्कि पाकिस्तान की ये चाल थी भारत की एयर डिफेंस को चेक करने की। यानी भारत का डिफेंस सिस्टम कितना और कहाँ प्रभावी है और कहाँ कमजोर।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान की प्लानिंग ये देखने की थी कि पश्चिम की पूरी सीमा पर भारत किस तरह से मुस्तैद है। ये सब 7 मई 2025 को भारत के जबरदस्त ऑपरेशन सिंदूर के बाद हुआ। ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। वो कार्रवाई 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हिंदुओं के नरसंहार के जवाब में की गई थी।

ऑपरेशन सिंदूर से तिलमिलाए पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ में गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें 16 लोग मरे। फिर उसने भारत के 15 फौजी ठिकानों पर हमले की कोशिश की, लेकिन सारी कोशिशें धरी रह गईं। उल्टा, लाहौर में उनका एक डिफेंस सिस्टम ही खराब हो गया।

पाकिस्तान ने क्या चक्कर चलाया?

रक्षा सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से गुरुवार (8 मई 2025) के हमले भारत की ताकत को टटोलने की चाल थी। पाकिस्तान ने 40 से ज्यादा जगहों पर हमले किए, लेकिन उनके ड्रोन और मिसाइलों में या तो बारूद था ही नहीं, या बहुत कमजोर था। एक सूत्र ने कहा, “दुश्मन ऐसा करके देखता है कि उसका ड्रोन कहाँ बिना पकड़े घुस जाता है। अगर ड्रोन वापस आ जाए, तो उन्हें लगता है कि वहाँ हमारा डिफेंस कमजोर है। अगर पकड़ा जाए, तो समझ जाते हैं कि हमारा सिस्टम टाइट है।”

बहरहाल, पाकिस्तान के हमलों के बाद भारत ने कोई मौका नहीं छोड़ा। हमारे ड्रोन सियालकोट, लाहौर और कराची जैसे बड़े ठिकानों पर मंडराए। डिफेंस सिस्टम चालू किए गए और नियंत्रण रेखा पर जमकर जवाबी फायरिंग हुई।

पाकिस्तान और हमास की दोस्ती

भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच एक तरफ ध्यान देना जरूरी हो जाता है, वो इस साल हमास के कुछ लोग पाकिस्तान और पीओके पहुँचे थे। उन्होंने जैश-ए-मोहम्मद के बहावलपुर वाले अड्डे और पाकिस्तानी फौज के एक वॉर ट्रेनिंग सेंटर को देखा। ये सेंटर बहावलपुर कोर के नीचे है, जो राजस्थान की सीमा के पास पाकिस्तान का तेज हमला करने वाला दस्ता है।
यही वहीं, फरवरी में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के बड़े आतंकी रावलाकोट, पीओके में ‘कश्मीर सॉलिडेटरी डे’ के मौके पर जमा हुए थे। वहाँ हमास के एक नेता खालिद काद्दौमी ने ‘अल अक्सा फ्लड’ के नाम से भाषण भी दिया था। भारतीय एजेंसियों को शक है कि ये कश्मीर और फिलिस्तीन के मुद्दों को मिलाकर ‘कब्जे के खिलाफ जंग’ का नया ड्रामा रचने की कोशिश थी।

फौजी भाषा में पाकिस्तान की इस चाल को क्या बोलते हैं?

फौजी भाषा में टटोलना यानी ऐसा खेल, जिसमें दुश्मन की डिफेंस को चेक करने के लिए छोटे-मोटे हमले किए जाते हैं। मकसद जमीन जीतना नहीं, बल्कि उसकी ताकत-कमजोरी भाँपना होता है। इस बार पाकिस्तान शायद भारत के रडार की रेंज और जवाब देने की स्पीड को समझना चाहता था।

भले ही इन हमलों से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन मामला गंभीर है। अगर ये टटोलने की चाल थी, तो पाकिस्तान किसी बड़े हमले की प्लानिंग कर सकता है। भारत को हर वक्त चौकस रहना पड़ेगा।

36 जगह, 400 ड्रोन… तुर्की का ‘माल’ लेकर भारत से लड़ने आया था भिखमंगा पाकिस्तान, सारे हुए फुस्स: राडार स्टेशन उड़ाकर सेना ने दिया जवाब, प्रेस कॉन्फ्रेंस में वीरांगनाओं ने बताया

पकिस्तान ने तुर्की के ड्रोन भारत पर चलाए, यह जानकारी विदेश मंत्रालय ने दी है
पाकिस्तान ने 8-9 मई, 2025 की रात को भारत के कई शहरों पर हमला किया था। इसके लिए पाकिस्तान ने तुर्की के ड्रोन इस्तेमाल किए थे। पाकिस्तान के यह ड्रोन भारतीय सेनाओं ने नाकाम कर दिए। भारत ने भी जवाब में पाकिस्तान में 4 जगह हमला किया है। भारत ने पाकिस्तान में राडार भी उड़ा दिया है। यह सभी जानकारी विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी हैं।

शुक्रवार (9 मई, 2025) को विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया है कि पाकिस्तान ने 8-9 मई की रात को भारत के भीतर 300-400 जगह पर ड्रोन के माध्यम से घुसपैठ किया। भारत ने बताया है कि इसका उद्देश्य खुफिया जानकारी इकट्ठा करना और भारतीय सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुँचाना था।

कर्नल सोफिया कुरैशी ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि ड्रोन के मलबे की जाँच की गई है। उन्होंने बताया कि यह तुर्की में बने हुए असीसगार्ड सोंगर ड्रोन हैं। भारत ने कहा है कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर गुजरात में सर क्रीक तक हमला किया है। उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान ने भटिंडा के सैन्य अड्डे को भी निशाना बनाया है।

कर्नल कुरैशी ने बताया है कि इन हमलों के जवाब में भारत ने भी पाकिस्तान के 4 एयर डिफेन्स सिस्टम पर हमले किए हैं। उन्होंने बताया कि इन 4 में से 1 जगह पर किया गया ड्रोन हमला सफल रहा है और पाकिस्तान के एक राडार को तबाह कर दिया है। पूरी प्रेस कॉन्फ्रेंस को आप नीचे लगे लिंक में देख सकते हैं।

भारत ने यह भी स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान की हरकतें इस इलाके के हवाई क्षेत्र में खतरा पैदा कर रही हैं। भारत ने इसमें एक फ्लाईट का उदाहरण भी दिया है। भारत ने साफ़ कर दिया है कि पाकिस्तान ने जानबूझ कर भारत पर हवाई हमले किए हैं जिसके जवाब मिल सकते हैं।

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट कर दिया गया है कि पाकिस्तान की हरकत का स्पष्ट जवाब दिया जाएगा। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव विक्रम मिसरी भी मौजूद थे। उन्होंने बताया है कि पाकिस्तान के हमले में जम्मू कश्मीर में एक गुरुद्वारे के ग्रंथी की मौत हो गई है।

उन्होंने स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान लगातार हमलों को लेकर भ्रामक सूचनाएँ फैला रहा है, जिसका भारत लगातार जवाब दे रहा है।


‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद The Hindu ने पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा को बढ़ाया आगे

               The Hindu ने इसी तस्वीर के आधार पर फेक न्यूज चलाई (फोटो साभार: Greater Kashmir)
अंग्रेजी समाचार संस्थान The Hindu ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारतीय वायु सेना को लेकर एक फर्जी खबर चलाई है। झूठा साबित होने पर उसने इससे सम्बन्धित पोस्ट डिलीट कर दिया। कुछ देर बाद उसे सफाई भी जारी करनी पड़ी। लेकिन इस बीच उसने पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा को खूब हवा दी है।

भारत ने 6-7 मई, 2025 की दरम्यानी रात को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर के भीतर 9 आतंकी कैम्प पर हमला किया। भारत ने इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मुहम्मद और हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी कैम्पों को निशाना बनाया।

तगड़ी मार खाने के बाद पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा करने लगे। किसी पाकिस्तानी ने दावा किया कि उनके मुल्क ने भारत के 6 लड़ाकू विमान मार गिराए तो किसी पत्रकार ने यह संख्या 3 बताई। इसी पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा में 7 मई, 2025 की सुबह The Hindu भी शामिल हो गया।

The Hindu ने एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट की। इसमें उसने लिखा, “एक सरकारी कर्मचारी ने यह जानकारी दी है कि जम्मू-कश्मीर के अखनूर, रामबन और पंपोर इलाकों में कम से कम 3 भारतीय विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गए हैं।” The Hindu ने बताया कि यह रिपोर्ट उसके लिए डिप्टी एडिटर विजयता सिंह ने लिखी है।

                                           The Hindu ने यह पोस्ट डिलीट कर दी

इसमें उसने एक जगह के 4 फोटो भी लगाए जिसमें कुछ मलबा दिखाई पड़ता है। यह फोटो असल में पुलवामा के वुयान गाँव की थी। The Hindu ने इस मलबे को भारतीय वायुसेना के गिरे हुए विमान बताने का दावा किया। हालाँकि, पोस्ट के तुरंत बाद ही लोग The Hindu की सच्चाई बताने लगे।

The Hindu के दावे के उलट रक्षा विशेषज्ञों ने स्पष्ट किया कि यह कोई गिरा हुआ विमान नहीं बल्कि लड़ाकू विमान में अतिरिक्त ईंधन के लिए लगाए जाने वाले टैंक हैं। उन्होंने बताया कि जिसे The Hindu एयरक्राफ्ट का मलबा बताने का दावा कर रहा है वह संभवतः एयरक्राफ्ट द्वारा गिराया है ताकि उसकी गति बढ़ जाए।

स्पष्ट किया गया कि किसी विमान का अपने ईंधन टैंक गिराना वायुसेना के भीतर एक सामान्य प्रक्रिया है। फजीहत होने के बाद चुपके से The Hindu ने यह ट्वीट डिलीट कर दिया। लेकिन इसके बाद भी उसे लोगों ने लताड़ना बंद नहीं किया। The Hindu ने खबर डिलीट करने के बाद भी अपनी ढिठाई नहीं छोड़ी। उसने ना ही कोई माफी माँगी और ना ही स्पष्ट बात की।

The Hindu ने लिखा, “हमने ऑपरेशन सिंदूर में शामिल भारतीय विमानों के बारे में एक पुरानी पोस्ट हटा दी है। भारत की ओर से ऐसी कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। इसलिए हमने अपने प्लेटफॉर्म से उस पोस्ट को हटाने का फैसला किया है। हमें खेद है कि इसने हमारे पाठकों के बीच भ्रम पैदा किया।”

The Hindu भले ही पोस्ट हटा कर गड़बड़ी की बात मान ली हो लेकिन उसने अपने एक ट्वीट से पाकिस्तान के प्रोपेगेंडा का बढ़ाया। उसके इस ट्वीट के आधार पाकिस्तानियों ने भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा किया। The Hindu ने यह खबर बिना वायुसेना से कोई भी आधिकारिक जानकारी लिए और बिना किसी सत्यापन के ही बना दी थी।

पाकिस्तानी ऑपरेशन सिंदूर के बाद से ही कहीं भारतीय विमान गिराने का तो कहीं भारतीय पायलट पकड़ने की फर्जी बातें चला रहे हैं। भारत के बड़े मीडिया संस्थान होने के बाद भी The Hindu ने अपनी जिम्मेदारी नहीं समझी और इसी प्रोपेगेंडा विंग का हिस्सा हो गया।

मोदी सरकार के खिलाफ रेजाज सिद्दीक रच रहा था जंग की साजिश, केरल पुलिस ने ‘मकतूब मीडिया’ के लेखक को दबोचा: देशद्रोह मामले में हुई गिरफ्तारी

केरल का रहने वाला रेजाज एम शीबा सिद्दीक (26) को देशद्रोह के कारण नागपुर में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि उस पर भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की तैयारी करने का आरोप है। आरोपित रेजाज के साथ उसकी नागपुर में रहने वाली एक महिला मित्र ईशा कुमारी को भी अलग से गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस के अनुसार रेजाज पर नक्सली ग्रुप से मिले होने की आशंका में गिरफ्तार किया है। इसके अलावा रेजाज पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 149 (भारत सरकार के विरुद्ध युद्ध की तैयारी), 192 (दंगा भड़काने के इरादे से उकसाना), 351 (आपराधिक धमकी) और 353 (सार्वजनिक उपद्रव करने वाले बयान) जैसी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। हालांँकि, ईशा कुमारी पर लगे आरोपों की जानकारी अभी नहीं दी गई है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक रेजाज ‘डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स एसोसिएशन’ से जुड़ा है और दिल्ली से केरल लौटते समय नागपुर में एक दोस्त से मिलने आया था, तभी उसे गिरफ्तार किया गया। एसोसिएशन की सदस्य निहारिका प्रदुष ने बताया कि रेजाज ‘मकतूब मीडिया’ और ‘द ऑब्जर्वर पोस्ट’ जैसे मीडिया संस्थानों के लिए लिखता है, जिसमें जातिगत भेदभाव, सांप्रदायिक हिंसा और हाशिए पर रहने वाले समुदायों के अधिकारों से जुड़े विषय हैं। रेजाज दिल्ली में जेल में बंद पत्रकारों की रिहाई की माँग को लेकर आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल होने गया था।

पाकिस्तान को पड़ रही दो तरफ से मार, BLA ने गैस पाइपलाइन उड़ाई: बलोच के लेखक मीर यार ने UN से माँगी मान्यता, भारत ने भी किया है परचम बुलंद

BLA ने पाकिस्तानी सेना की गाड़ी को बम से उड़ा दिया (साभार- BLA के वीडियो के स्क्रीनशॉट)
आतंकवादियों को पनाह देकर उन्हें पालने पोसने वाले इस्लामिक स्टेट पाकिस्तान की खैर मुश्किल में है। भारत से बैर लेकर एक ओर लाहौर और इस्लामाबाद को अपने निशाने पर ले लिया तो वहीं दूसरी ओर दशकों से मन में आजादी की ज्वाला लिए बलोच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने भी मौका देखकर पाकिस्तान पर धावा बोल दिया है।

बलोचिस्तान के प्रसिद्ध लेखक और बलूच लोगों की अधिकारों के लिए लड़ने वाले करने वाले मीर यार बलूच ने दावा किया है कि BLA ने पाकिस्तान के डेरा बुगती के गैस क्षेत्रों पर हमला कर दिया था। इस जगह पर 100 से भी अधिक गैस के कुएँ बने हैं। ये पाकिस्तान के लिए गैस आपूर्ति की मुख्य जगहों में से एक है।

 इसके अलावा BLA ने पाकिस्तान की सेना की अलग अलग चौकियों पर हमला कर दिया। BLA का दावा है कि उनकी सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले बलोचिस्तान के कीच, मुस्तंग, कच्ची और जामरान समेत अलग अलग 6 जगहों पर हमले किए हैं। रिमोट कंट्रोल बम और अन्य हथियारों के जरिए किए गए हमलों में पाक सेना को नुकसान भी हुआ है।

इसके साथ ही मीर यार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर संयुक्त राष्ट्र से बलूच को स्वतंत्र राष्ट्र घोषित करने की माँग की है।

अपनी पोस्ट में मीर यार बलूच ने लिखा, “हमने अपनी आजादी का ऐलान कर दिया है। पाकिस्तान का अंत निकट है। हम भारत से अनुरोध करते हैं कि नई दिल्ली में बलूचिस्तान का दूतावास बनाने की अनुमति दें। साथ ही UN से अनुरोध है कि वे ‘डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ बलूचिस्तान’की आझादी को मान्यता देकर सदस्य देशों की बैठक के साथ समर्थन दें।”

बलोचिस्तान की स्वतंत्रता के लिए लेखक मीर यार काफी सक्रिय भूमिका में नजर आते हैं। एक्स पर वह भारत और बलोचिस्तान की दोस्ती की तस्वीरें साझा करते रहते हैं। एक अन्य पोस्ट में मीर यार ने पाकिस्तान के सैन्य ट्रक को उड़ाने की वीडियो साझा की है। इसमें 14 पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने का दावा किया गया है।

मझधार में पाकिस्तान

भारतीय सेना ने 7 मई 2025 को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में बसे 9 आतंकी ठिकानों को मिसाइल अटैक कर ध्वस्त कर दिया। इसमें जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के घर के 14 लोगों समेत जैश, लश्कर- ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन के लगभग 100 आतंकियों के मारे जाने की बात सामने आई। इससे बौखलाए पाकिस्तान ने भारत पर जवाबी हमले किए लेकिन भारतीय सैन्य प्रणालियों ने सभी हमलों को नाकाम कर दिया।

अब पाकिस्तान को एक तरफ भारत की अभेद सैन्य शक्तियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं बलोच ने भी मौका देखकर आजादी का मोर्चा खोल दिया है। इससे पाकिस्तानी सेना को देश के बाहर के साथ अपने मुल्क के अंदर भी जंग लड़नी पड़ रही है।


कोई माँग रहा सबूत तो कोई कह रहा चील-कौवे मारे, किसी को ‘सिंदूर’ शब्द से ही दिक्कत: 'सिन्दूर' को साम्प्रदायिक बताने वाले हिन्दू क्या वास्तव में हिन्दू हैं? पाकिस्तान पर कार्रवाई के बाद भारत में बिलबिला कर निकल रहे ‘पाकिस्तानपरस्त’

कांग्रेसियों ने पहले एक्शन पर सवाल किए फिर 'ऑपरेशन सिंदूर' के नाम पर सवाल खड़े करने लगे (साभार- हिदुस्तानम/X)
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसारन घाटी में 22 अप्रैल, 2025 को हुए आतंकी हमलों के जवाब में भारतीय सेना ने मंगलवार (6 मई, 2025) की रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाकर पाकिस्तान में बसे 9 आंतकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। पूरा देश इस बात पर जश्न मना रहा है। 24 हिंदुओं समेत कुल 26 पर्यटकों की मौत पर हुए एक्शन में लगभग 100 आतंकियों को मार गिराया गया।

जहाँ एक ओर पूरे देश में पहलगाम के हमले के बदले को लेकर खुशी का माहौल है। पहलगाम हमले के बाद गमगीन देश संतोष में है, क्योंकि ‘न्याय’ हुआ है। वहीं, दूसरी ओर विपक्ष के राजनेताओं को भारतीय सेना के इस शौर्य पर भी संदेह है। जिन्हें संदेह नहीं है, उन्हें इस मिशन के नाम से परेशानी हो रही है।

'सिन्दूर' को साम्प्रदायिकता से जोड़ने वाले हिन्दू नेताओं को वोट देने वाले हिन्दुओं को कहीं डुबके के मर जाना चाहिए या फिर पूछो इनसे कि क्यों 'सिन्दूर' को अपमानित कर रहे हो। इनके परिवार की महिलाओं को भी सख्ती से इनसे पूछना चाहिए। 'सिन्दूर' को किसी मुस्लिम नहीं इन कालनेमि हिन्दुओं द्वारा कलंकित किया जाना इनके हिन्दू होने पर ही संदेह करता है। समस्त हिन्दू महिलाओं को ऐसे कालनेमि हिन्दुओं का बहिष्कार करना चाहिए।   

कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चौहान ने सरकार पर साधा निशाना

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से कई कांग्रेस नेता परेशान दिख रहे हैं। जहाँ एक ओर नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के मुखिया राहुल गाँधी और अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक साथ सामने आकर इस ऑपरेशन की सराहना की थी तो वहीं दूसरी ओर कई अन्य कांग्रेस नेताओं को इस ऑपरेशन के नाम या काम में खामियाँ नजर आईं।

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चौहान ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कह दिया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम रखकर सरकार इसका भावनात्मक लाभ ले रही है। चौहान ने कहा, “युद्ध विमानों, बंदूकों और बमों का उपयोग करके लड़ा जाता है, भावनाओं या प्रतीकात्मकता से नहीं।”

हालाँकि, पृथ्वीराज चौहान के इस बयान से कांग्रेस पार्टी ने किनारा कर लिया। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने ही चौहान के बयान को गलत बता दिया। खेड़ा ने कहा, “इस समय किसी को भी मिशन पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। सरकार कोई भी कदम उठाए, कांग्रेस पार्टी पूरी मजबूती के साथ उनके साथ खड़ी है।”

राशिद अल्वी ने फिर माँगे सबूत

कांग्रेस के नेता राशिद अल्वी भी भारतीय सेना के इस मिशन की सफलता पर सवाल खड़े करने में पीछे नहीं रहे। उन्होंने यह तक पूछ डाला कि ऑपरेशन में क्या हर एक आतंकवादी मारा गया है?
राशिद अल्वी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को सबसे न्यूनतम जवाब माना है। उन्होंने कहा, “क्या सभी आतंकवादी खत्म हुए? मोदी ने कहा था कि आतंकवादियों का नामोनिशान मिटा देंगे। अगर यह हुआ तो अच्छा है।” बता दें कि राशिद अली पहले भी सर्जिकल स्ट्राइक पर सबूत माँग चुके हैं।

उदित राज ने नाम पर जताई आपत्ति

उनके अलावा कांग्रेस के ही वरिष्ठ नेता उदित राज ने भारतीय सेना के इस मिशन के नाम पर ही आपत्ति जताई। उदित राज ने कहा,”सिंदूर एक विशेष धर्म से संबंधित है। बेहतर होता कि मिशन का कोई और नाम दिया होता।”
उदित ने यह भी कहा कि सरकार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में स्पष्टता रखनी चाहिए। पाकिस्तान के पीएम का संसद में 3 राफेल मार गिराने पर भी अपना पक्ष रखना चाहिए और बताना चाहिए कि पाक पीएम झूठे हैं। कांग्रेस के अलावा ‘झारखंड मुक्ति मोर्चा’ (JMM) की राज्यसभा सांसद महुआ माजी को भी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नाम नहीं पसंद आया। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर को ज्यादा महत्व नहीं दिया जाना चाहिए।
माजी ने कहा, “जब तीनों सेनाओं को अपने लक्ष्य और समय चुनने की छूट दी गई तो भी प्रधानमंत्री मोदी ने इसका नाम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ रख दिया, इसलिए इसमें कुछ राजनीति ज़रूर है, नाम कुछ और भी हो सकता था।” माजी ने इसके बाद पाकिस्तान की परमाणु धमकी को भी दोहराया।

इमरान मसूद ने कहा, पाकिस्तान हँस रहा

इनके अलावा सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने भी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता पर सवाल उठा दिए। उन्होंने सरकार से इस मिशन का पूरा हिसाब माँग लिया। मसूद ने कहा, “हमने बार-बार कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लीपा-पोती नहीं सख्त एक्शन होना चाहिए, जो सेना ने करके दिखाया।” इसके अलावा एक न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए इमरान मसूद ने सर्जिकल स्ट्राइक पर भी कहा, “पाकिस्तान हमारे हम लोग का मजाक उड़ाता है। उनका कहना है कि सर्जिकल स्ट्राइक में हिंदुस्तानियों ने हमारे तीन कौवे मार दिए। इससे पूरी दुनिया में हमारा मजाक बन गया है।”
विपक्ष को पहले मौका मिला था कि पहलगाम पर कोई कड़ा एक्शन नहीं लिया गया। अब जब सरकार ने एक्शन ले लिया तो उसमें भी उन पर सवाल खड़े कर दिये। कुल मिलाकर विपक्ष को एक्शन तो चाहिए था लेकिन उस एक्शन को हजम करना नहीं आ पाया।

बिहार : पहलगाम की तरह दरभंगा में जेहादियों ने दरभंगा में लोगों ने राह चलते हिंदुओं पर धर्म पूछ लाठी-तलवार से किए हमले; पाकिस्तान परस्तों को तुरंत गिरफ्तार कर सारी सरकारी सुविधाओं से ब्लैकलिस्ट किया जाए

                                                बिहार के दरभंगा में हिंदुओं पर धर्म पूछकर हमला
पहलगाम आतंकी हमले में 22 अप्रैल को हिंदुओं को धर्म पूछकर मौत के घाट उतारा गया और अब बिहार के दरभंगा में धर्म पूछकर हिंदुओं पर हमला करने का मामला सामने आया है। पीड़ितों ने बताया है कि सड़क किनारे खड़े होकर कुछ मजहबी लोगों ने उनसे पहले उनका धर्म पूछा और फिर बाद में उनपर लाठी-डंडा और तलवार से हमला किया।

इस घटना में कई लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की बात सामने आई है और पुलिस द्वारा 4 लोगों की गिरफ्तारी की जानकारी दी गई है।

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, पूरी घटना जाले थाना क्षेत्र की है। पीड़ितों की पहचान राजकिशोर यादव, रामसागर यादव, अमित कुमार, सुमित कुमार, रंजीत यादव, ऋतिक यादव, मिथिलेश यादव, लक्ष्मण यादव, सोनू कुमार, दिनेश मांझी के तौर पर हुई है।

पीड़ितों ने बताया कि वो लोग 6 मई को शाम 7 बजे बहेड़ा पोखर के पास मुस्लिम समुदाय के युवक लाठी, भाला, तलवार, रॉड और पिस्टल लेकर खड़े थे। जैसे ही वो लोग उस रास्ते से गुजरे वहाँ उनसे पहले उनका धर्म पूछा गया और फिर जानलेवा हमला कर दिया गया।

घायलों में एक अमित कुमार भी हैं। अमित ने बताया कि उन लोगों ने पहले धर्म पूछा और जैसे ही हमने खुद को हिंदू बताया, उन लोगों ने हमला कर दिया। वो लोग बस हिंदुओं को मार रहे थे।

घटना में कुल 11 लोग घायल हुए हैं। इनमें एक इन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाले में भर्ती कराया गया है। कुछ लोगों की हालत गंभीर है। वहीं कुछ को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई।

घटना के संबंध में लक्ष्मण कुमार यादव, मनोज कुमार यादव, सोनू यादव, दिनेश यादव, संजय यादव ने थाने में शिकायत दी है।

एफआईआर में 21 आरोपितों का नाम दिया गया है। इनमें कुरबान कुरैशी इरफान कुरैशी, सलमान इब्रान कुरैशी, पप्पू कुरैशी, मेराज, रेयाज, आसिफ, इम्तियाज, सरफरराज, एजाज, शहनवाज, दर्जी रिजवान के नाम हैं।

इस पूरे मामले में बता दें कि ये भी कहा जा रहा है कि ये विवाद स्कूटी में टक्कर लगने के बाद शुरू हुआ। टक्कर ऋतिक और दर्जी नूर आलम की बेटे की स्कूटी के बीच हुई थी। ऋतिक ने जब नुकसान का मुआवजा माँगा तो नूर का बेटा आनाकानी करने लगा। ऋतिक ने स्कूटी अपने पास रख ली और कहा स्कूटी अगले दिन मिलेगी।

इसके बाद दोनों को समझाया गया और मामला शांत कराकर उन्हें वापस भेज दिया गया। लेकिन, अगले दिन मुस्लिम भीड़ इकट्ठा हुई और फिर हिंदुओं को निशाना बनाने लगी।

पुलिस कार्रवाई की बात करें तो यही पता चला है कि इस केस में 4 लोग गिरफ्तार हुए हैं और आगे की कार्रवाई के लिए जाँच जारी है। पूरे मामले में पुलिस ने शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए थाना परिसर में शांति समिति की बैठक कराई। थानाध्यक्ष ने बताया कि अन्य आरोपितों की तलाश के लिए छापेमारी जारी है।

लाहौर में पाकिस्तान का air defence system तबाह; अभी जारी है ‘ऑपरेशन सिंदूर’… सर्वदलीय बैठक में सरकार का ऐलान


रात को पाकिस्तान ने भारत के कई बड़े 15 शहरों पर किये हमले को हवा में ही नेस्ताबूत कर भारतीय सेना ने जवाब में लाहौर, रावलपिंडी और कराची में हमला बोल दिया। 

22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों द्वारा 26 पर्यटकों की जान लेने के 13 दिन बाद भारत ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया। अब बड़ी जानकारी सामने आई है कि बुधवार (6 मई, 2025) की रात शुरू हुई ये कार्रवाई अभी ख़त्म नहीं हुई है।

यानी, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जारी है। सर्वदलीय बैठक में गुरुवार (8 मई, 2025) को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी जारी है। हालाँकि, उन्होंने ये भी कहा कि हम बात को आगे नहीं बढ़ाना चाहते हैं, लेकिन पाकिस्तान कुछ गड़बड़ करता है तो हम भी पीछे नहीं हटेंगे। अबतक 100 आतंकियों के मारे जाने की जानकारी दी गई है।

पार्लियामेंट एनेक्सी में ये बैठक क़रीब डेढ़ घंटे तक चली। बैठक की जानकारी देते हुए केंद्रीय अल्पसंख्यक मामले एवं संसदीय कार्यक्रमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, “रक्षा मंत्री ने कहा है कि ये एक चालू ऑपरेशन है, इसीलिए पूरी एक-एक घटना पर अलग से ब्रीफिंग या प्रेजेंटेशन संभव नहीं है। अब घटना चल ही रही है। ये बैठक सभी राजनीतिक दलों में व्यापक सहमति बनाने के लिए था।”

भारत ने पाकिस्तान के भीतर गुरुवार (8 मई, 2025) की सुबह कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है। भारत ने इस हमले में लाहौर के एयर डिफेन्स सिस्टम और राडार तबाह कर दिए हैं। यह हमला पाकिस्तान के भारतीय सैन्य ठिकानों पर किए गए हमले के जवाब में किया गया है। भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह ऐसी सभी हरकतों का माकूल जवाब देगा।

इस संबंध में सरकार ने एक आधिकारिक बयान जारी किया है। इसमें लिखा गया, “7-8 मई 2025 की रात को पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग करके अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज सहित उत्तरी और पश्चिमी भारत में कई सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की। इन हमलों को इंटिग्रेटेड काउंटर UAS ग्रिड और एयर डिफेंस सिस्टम द्वारा बेअसर कर दिया गया।”

भारत ने बताया कि इन हमलों के मलबे अब कई जगह से बरामद किए जा रहे हैं जो इनका सबूत हैं। भारत ने लाहौर में किए गए हमले के विषय में बताया, “आज सुबह भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में कई स्थानों पर एयर डिफेंस रडार और सिस्टम को निशाना बनाया। भारत ने भी पाकिस्तान की ही तरह उसी तीव्रता से जवाब दिया है। विश्वसनीय जानकारी के अनुसार, लाहौर में एयर डिफेंस सिस्टम को बेकार कर दिया गया है।”

इसी बयान में बताया गया कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में मोर्टार और भारी तोपों का इस्तेमाल करते हुए LOC पर बिना उकसावे के गोलीबारी बढ़ा दी है। सरकार ने बताया है कि इस गोलीबारी में तीन महिलाओं और पाँच बच्चों समेत सोलह निर्दोष लोगों की जान चली गई है। सरकार ने बताया है कि इस कार्रवाई का जवाब सेना ने माकूल तरीके से दिया है। भारत ने साफ़ कर दिया है कि वह तनाव घटाने का पक्षधर है लेकिन पाकिस्तानी फ़ौज को भी शांत होना पड़ेगा।

बीएसएफ ने पाकिस्तान की सीमा से लगे पंजाब के फिरोजपुर में एक घुसपैठिए को मार गिराया है। बुधवार (8 मई 2025) रात करीब 2.30 बजे एक व्यक्ति पाकिस्तान की तरफ से गेट नंबर 207/ 1 के पास पोस्ट लक्खा सिंह वाला के पास घुसने की कोशिश कर रहा था। बीएसएफ ने उस व्यक्ति को रुकने के लिए कहा लेकिन वो लगातार भारतीय सीमा की तरफ बढ़ रहा था। इसके बाद जवानों ने फायरिंग की और मार गिराया। 

दरअसल पहलगाम हमले के बाद से ही भारत के सीमावर्ती इलाके में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया था। 7 मई को पाकिस्तान में घुसकर आतंकी ठिकानों को भारत ने निशाना बनाया। इसके बाद सीमा पर सतर्कता ज्यादा बढ़ा दी गई है। कोई ही हरकत होने पर सुरक्षाबलों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं।

पंजाब में पुलिसकर्मियों की छुट्टी अगले आदेश तक रद्द कर दी गई है। डीजीपी गौरव यादव ने कहा है, “कोई भी पुलिस अधिकारी या पुलिसकर्मी बगैर अपने अथॉरिटी की मंजूरी के छुट्टी पर नहीं जा सकता है। केवल आपात स्थिति में ही संबंधित अधिकारी या कर्मचारी को छुट्टी मिल सकती है और वो भी अथॉरिटी की मंजूरी के बाद”


आज के विपक्ष की सोच : POK सेना ने दिया पाक को, नेहरू ने नहीं, 1965 की जंग शास्त्री जी जीते, सेना नहीं, 1971 की जंग इंदिरा गांधी जीती, सेना नहीं, लेकिन सर्जिकल स्ट्राइक, बालाकोट और ऑपरेशन सिंदूर सेना ने किया, मोदी ने नहीं

सुभाष चन्द्र

भारत में विपक्ष की राजनीति जो घटियापन आज दिखा रही रही वैसा विगत में कभी नहीं हुआ होगा और उसका कारण है केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से “नफरत” किसी कीमत पर विपक्ष मोदी के किसी काम में उसके साथ खड़ा ही नहीं होना चाहता और यहां तक “ऑपरेशन सिंदूर” के लिए भी विपक्ष ने एक शब्द मोदी की तारीफ में नहीं बोला, बस सेना के साहस की प्रशंसा कर रहा है विपक्ष सेना की निश्चित रूप से प्रशंसा होनी ही चाहिए लेकिन सेना बिना राजनीतिक नेतृत्व कोई काम नहीं करती जैसे 26/11 की बाद चाह कर भी कुछ नहीं कर सकी

आज विपक्ष के अनेक नेताओं के बयान आए हैं और सभी ने सेना के शौर्य और साहस की तारीफ की, उनके बयान खासकर X पर पोस्ट किए गए हैं भाजपा के नड्डा जी और धर्मेंद्र प्रधान के अलावा जिन विपक्ष के नेताओं ने बयान दिए हैं, उनमे शामिल हैं राहुल गांधी (हमें अपने सशस्त्र बलों पर गर्व है - जय हिंद), खड़गे जी, जयराम रमेश, प्रियंका गांधी, एमके स्टालिन, ओवैसी, शरद पवार, के चंद्रशेखर राव, अखिलेश यादव, मायावती और शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत हैं संजय राउत तो और पागलों की भाषा बोल रहा है कि जो लोग इसका राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रहे हैं, वे पहलगाम हमले के पीड़ितों के साथ अन्याय करेंगे 

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इनमें से किसी ने मोदी या उनकी सरकार की सराहना नहीं की केवल शशि थरूर ने थोड़ा सा अलग बयान देते हुए कहा है कि “जोरदार प्रहार करो, चतुराई से प्रहार करो, मैं इस कार्रवाई के लिए सरकार की सराहना करता हूं” 

विपक्ष मोदी के लिए कुछ न भी कहे, उससे कुछ फर्क नहीं पड़ता क्योंकि देश की जनता ऐसे ऑपरेशन सिंदूर और पहले किये गए सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट का श्रेय सेना के साथ साथ मोदी को देती रही है और यह भी जनता जानती है मोदी के अलावा कोई ऐसा साहस नहीं दिखा सकता था जो सेना को खुली छूट देकर दुश्मन पर धावा बोलने के लिए कहे देश की जनता ही नहीं, पूरा विश्व देख रहा है मोदी की क्षमता और उसका दृढ नेतृत्व

ये विपक्ष खासकर कांग्रेस POK कश्मीर द्वारा हथियाने के नेहरू को जिम्मेदार नहीं मानता जबकि नेहरू ने तब युद्ध विराम किया था जब सेना जीत रही थी 1965 की लड़ाई भी ये विपक्ष मानता है शास्त्री जी ने लड़ी थी, सेना ने नहीं, और 1971 की तो पूछो ही नहीं, इंदिरा गांधी स्वयं तोपें चला रही थी और कैंची से काट कर पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए सेना ने नहीं, जो कुछ किया इंदिरा गांधी ने किया 

लेकिन जब से मोदी आया, मोदी कुछ नहीं कर रहा, सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट सेना ने किया जबकि इसी विपक्ष ने दोनों के सबूत मांगे और सेना के शौर्य पर सवाल खड़े कर दिएअब ऑपरेशन सिंदूर पर भी सवाल खड़े करते लेकिन पाकिस्तान ने सारी योजना फेल कर दी यह कह कर कि भारत उसके शहरों में मिसाइल दाग कर गया

जब से मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री और फिर प्रधानमंत्री बने, तब से विपक्ष उनके खिलाफ “नफरत” की राजनीति कर उन्हें हटाने की कोशिश कर रहा है अधिकांश मुसलमानों के लिए कांग्रेस और विपक्ष ने मोदी को उनका स्थाई शत्रु बना दिया है और ऐसा करने में शिष्टता की सभी सीमाएं पार कर दी विपक्ष ने मिट्टी में मिलना स्वीकार किया लेकिन मोदी के लिए “नफरत” को नहीं छोड़ा 

विपक्ष जो मर्जी करे, मोदी देश की जनता और दुनिया की नज़र में अजेय और साहसी नेता माना जाता है विपक्ष की नफरत की पराकाष्ठा देखो कि 20 से ज्यादा देशों के सर्वोच्च सम्मान मिलने के बाद भी कभी विपक्ष ने मोदी को बधाई नहीं दी