एक इटली वाली है जॉर्जिया मैलोनी जिसे मोदी से मिलकर हमेशा ख़ुशी होती है, और एक इटली वाली भारत में है जो मोदी से “नफरत” करती है

सुभाष चन्द्र

अभी ब्राज़ील में हुई G20 की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मैलोनी की बड़ी गर्मजोशी से मुलाकात हुई और ऐसी मुलाकात पिछली जुलाई में G7 के दौरान इटली में भी हुई थी।  G20 की मुलाकात के बाद मैलोनी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से मिलकर हमेशा बहुत ख़ुशी होती है उन्होंने कहा -

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“भारत के प्रधानमंत्री से मिलकर हमेशा बेहद ख़ुशी होती है, हमारे बीच हुई बातचीत भारत-इटली रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने की हमारी प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि करता है, हमने व्यापार और निवेश, विज्ञानं और प्रौद्योगिकी, नई और उभरती प्रौद्योगिकियां, स्वच्छ ऊर्जा, अंतरिक्ष, रक्षा, संपर्क जैसे प्रमुख क्षेत्रों में एक संयुक्त रणनीतिक कार्य योजना 2025-2029 की घोषणा की है, हमने दोनों देशोक की अर्थव्यवस्थाओं और नागरिकों के लाभ के लिए और और लोकतंत्र, कानून के शासन और सतत विकास के साझा मूल्यों के समर्थन में द्विपक्षीय साझेदारी को और गहरा करने के लिए सहयोग जारी रखने की इच्छा व्यक्त की है”

मोदी की Personal Chemistry और निजी मित्रता विश्व के अनेक देशों के नेताओं के साथ और उसमें इटली की जॉर्जिया मैलोनी और अन्य हैं जैसे नेतन्याहू, पुतिन, ट्रंप, UAE के Sheikh Mohammed bin Zayed Al Nahyan और सऊदी अरब के Crown Prince Mohammed bin Salman शामिल हैं, जापान के शिंजो आबे भी एक परम निजी मित्र थे मोदी के

अब दूसरी तरफ भारत में रहने वाली कांग्रेस की इटली वाली को देखो मोदी से कैसी नफरत करती है, उसकी पार्टी के नेता 100 से ज्यादा अभद्र गालियां दे चुके हैं अभी तक मोदी को और बेटा राहुल गांधी तो रोज अडानी का नाम लेकर कोई दिन ऐसा नहीं जाता जब मोदी को न कोसता हो, राहुल तो मोदी के लिए अनेक “अपशब्द” भी बोल चुका है और सोनिया गांधी खुद मोदी को “मौत का सौदागर” कह चुकी है सोनिया गांधी ही मोदी को गोधरा कांड में मोदी को फ़साने के लिए 15 साल तक षड़यंत्र करती रही और तीस्ता सीतलवाड़ जैसे जो भी मोदी विरोधी थे उन्हें सम्मानित करती रही

कांग्रेस के साथ साथ समूचा विपक्ष भी नरेंद्र मोदी पर गालियों के पत्थर चलाने में पीछे नहीं रहता जिनमे ममता बनर्जी, अखिलेश यादव और लालू यादव प्रमुख हैं अखिलेश यादव ने तो मोदी के  बनारस जाने पर कहा था कि उनके अंतिम समय के लिए बनारस सबसे अच्छी जगह है

यह विडंबना है कि दुनिया भर के देशों में मोदी का सम्मान हो रहा है और अपने देश में विपक्ष मोदी को जलील करने के बहाने तलाशता रहता है सभी सीमाएं तो खरगे पार कर देते हैं कभी मोदी को जहरीला नाग कह कर और कभी प्रतिज्ञा करके कि मोदी को हटा कर ही मरूंगा और मोदी की विदेश यात्राओं को “सैर सपाटा” कहते हैं

वैसे राहुल गांधी जैसे मोदी की अमेरिका यात्रा से पहले अमेरिका और ब्रिटेन जाता है, वैसे ही उसे मोदी को बदनाम करने के लिए रूस, G20 और G7 की शिखर सम्मेलन करने वाले देशों में भी  जाकर मोदी की किरकिरी करने की हिम्मत करनी चाहिए और उनसे  भारत में “लोकतंत्र” बचाने की गुहार लगानी चाहिए

विपक्ष मोदी के खिलाफ घटिया राजनीति करता है तो मैलोनी, नेतन्याहू और पुतिन जैसे नेता मोदी के परम मित्र हैं - “Long Live Modi’s Friendship with World Leaders”.

महाराष्ट्र वाले वोट देने से पहले हिमाचल प्रदेश का हाल देख लो, फिर कर्नाटक और तेलंगाना भी देख लो; बिना समझे वोट देना किस संकट में डाल सकता है

सुभाष चन्द्र

कांग्रेस के बड़े बड़े वादों में हिमाचल प्रदेश वाले बह गए और सत्ता कांग्रेस को सौंप दी, मुफ्त की रेवड़ियां कांग्रेस से लेकर अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली जनता ने - OPS (old pension scheme) लागू करने का झांसा दिया लोगों को जो कभी कोई सरकार दे ही नहीं सकती और महिलाओं को 1500 महीने देने का भी झांसा दिया मुफ्त बिजली देने के अलावा लेकिन दिया कुछ नहीं - राज्य को कंगाल बना कर रख दिया सुक्खू सरकार ने जो कल साबित हो गया -

कल शिमला हाई कोर्ट के जस्टिस अजय मोहन गोयल ने सैली हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी लिमिटेड को ब्याज समेत 150 करोड़ हिमाचल सरकार द्वारा न अदा करने के लिए दिल्ली के हिमाचल भवन की कुर्की के आदेश दे दिए - महिलाओं को एक देहला नहीं मिल रहा हिमाचल में और OPS की बात तो छोड़ ही दो - 

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ऐसे ही हाल कर्नाटक और तेलंगाना में हैं और यदि महाराष्ट्र की जनता ने MVA को वोट देकर सत्ता देने की गलती की तो MVA पहले तो मुस्लिम विकास अघाड़ी बन जाएगी और  फिर महाराष्ट्र को भी कंगाल बनने में देर नहीं लगेगी - 

एक एक वोट की कीमत समझने की जरूरत है, गलत वोट देना कितना महंगा पड़ सकता है राज्य को आर्थिक तौर पर आम जनता को, इसकी कल्पना करने के लिए कांग्रेस के तीनों राज्यों को देख लेना चाहिए  - MVA के तीनो दल कांग्रेस, शरद पवार और उद्धव ठाकरे आज के मुस्लिम लीग, AIMPLB के सामने घुटने टेक चुके हैं - AIMPLB का मौलाना नोमानी हिंदुओं का हुक्का पानी बंद कर बहिष्कार करने का ऐलान कर चुका है -

जाहिर है, MVA मुस्लिमों को खुश करने के लिए हिंदुओं की दुर्दशा करने में आगे रहेगा और राज्य को जल्दी ही कंगाल कर देगा - पुलिस के जरिए लूट मचेगी, पहले 100 करोड़ महीने की उगाही की जाती थी लेकिन अबकी बार वह एक हफ्ते में हुआ करेगी -

इसलिए सोचो, समझो और तब ही वोट दो, MVA को तो हरगिज़ नहीं -

मोदी 3.0 की अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि; सफल हाइपरसोनिक मिसाइल टेस्ट किया गया; देश और शक्तिशाली हुआ

सुभाष चन्द्र

नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में भारत ने सबसे बड़ी उपलब्धि हासिल की है - 17 नवंबर को DRDO ने हाइपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया और भारत इस क्षेत्र में दुनिया के गिने चुने देशों में शामिल हो गया - कही यह लिखा है अमेरिका अभी इसे नहीं बना पाया है और कहीं यह लिखा है कि अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत इस क्लब में शामिल हो गया - कही यह भी बताया गया है की चीन ने अभी तक इस मिसाइल को घोषित नहीं किया है -

उधर मोदी को नाइजीरिया में सर्वोच्च सम्मान दिया गया और इधर 1500 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली हाइपरसोनिक मिसाइल खड़ी कर दी गई जिसकी रफ़्तार आवाज़ की गति से 5 गुना तेज़ है - इसकी न्यूनतम रफ़्तार 6174 किलोमीटर है यानि आवाज़ की रफ़्तार 1235 किलोमीटर से 5 गुना ज्यादा - यह क्रूज़ और बैलिस्टिक मिसाइल दोनों के फीचर से लैस है और जमीन या हवा में दुश्मन की रक्षा प्रणालियों को चकमा देकर टारगेट को अचूक निशाना बनाती है और हर हाल में आपरेशन को अंजाम देती है -

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मोदी के रहते DRDO और अन्य संगठन अपने सर्वोत्तम कार्य कर देश को शक्तिशाली बना रहे हैं और यह कोई छोटी बात नहीं है कि हमें राफेल बेचने वाला  फ्रांस जैसा संपन्न देश, भारत द्वारा निर्मित पिनाका मिसाइल सिस्टम को खरीदना चाहता है - आर्मेनिया को जहां हम रक्षा उत्पाद निर्यात कर रहे हैं, वहीँ हमने उसे आकाश एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम भी दिया है और फिलीपींस को ब्रह्मोस मिसाइल निर्यात की -

ये उपलब्धियां देख कर पाकिस्तान की हालत ख़राब है और दर्द के मारे वह चीख कर कह रहा है कि हम चीन से हथियार लेते हैं तो हम पर sanction लग जाते हैं लेकिन भारत ऐसे मिसाइल बना कर हमारे लिए खतरा पैदा कर रहा है पर उस पर कोई प्रतिबन्ध नहीं लग रहे -

ब्रिटेन का अपना ही रोना है, वहां से सुनने में आया है कि ब्रिटेन भारत को “मदद” देता है और वह ऐसे हथियार बना रहा है - चंद्रयान की सफलता पर भी ब्रिटेन रोया था और कहा था कि भारत जैसे गरीब देश को ऐसे यान भेजने में पैसा बर्बाद नहीं करना चाहिए - जबकि सच यह है कि भारत 2015 से ब्रिटेन से कोई मदद नहीं ले रहा - 45 ट्रिलियन डॉलर की सम्पदा भारत की लूट कर आज हमें मदद देने की बात कर रहा है ब्रिटेन -

पाकिस्तान की भारत में मित्र पार्टी कांग्रेस ने मोदी को बधाई देना तो दूर, वैज्ञानिकों को भी बधाई नहीं दी, इतना ही नहीं खरगे कह रहे हैं कि “मोदी दुनिया में घूमते फिर रहे हैं, उसके पहले चुनाव में लगे थे, बस अपने प्रचार में लगे हैं लेकिन मणिपुर जाने का समय नहीं है मोदी के पास - बस मोदी को किसी भी तरह मणिपुर भेजना चाहते हैं जिससे उसकी हत्या को अंजाम दे सके -

देश की ऐसी प्रगति देखते हुए भी निकम्मा शहजादा राहुल गांधी मीम बना रहा है - अडानी और मोदी को साथ खड़ा करके कह रहा है “एक हैं सेफ हैं” लेकिन उसके लिए यह कहना ठीक होगा - 

“सोरोस - राहुल : एक हैं सेफ हैं;

जिनपिंग - राहुल : एक हैं सेफ हैं -

DRDO की वैज्ञानिकों को बहुत बहुत बधाई - आप देश को परम वैभव पर ले जाने में सक्षम हैं -

हाई कोर्ट ने दिल्ली का हिमाचल भवन नीलाम करने का दिया आदेश, बिजली कंपनी का 150 करोड़ रूपए वापस नहीं कर पाई है कांग्रेस सरकार


नई दिल्ली स्थित हिमाचल प्रदेश का हिमाचल भवन नीलाम करने का आदेश हिमाचल हाई कोर्ट ने दिया है। कोर्ट ने यह आदेश सेली हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी और राज्य सरकार के बीच चल रहे विवाद में दिया है। हिमाचल प्रदेश की सरकार ने सेली कंपनी को 64 करोड़ रूपए का भुगतान नहीं किया है। यह पैसा देने का आदेश कोर्ट ने ही दिया था।

लम्बे समय तक पैसा न चुकाने के चलते यह धनराशि ब्याज सहित बढ़ कर 150 करोड़ रूपए हो गई है। कोर्ट ने अब हिमाचल भवन नीलाम करके धनराशि ब्याज सहित चुकाने का आदेश दे दिया है। इस निर्णय के बाद सुक्खू सरकार कठघरे में है। भाजपा नेता जय राम ठाकुर ने कहा है कि हिमाचल भवन की नीलामी प्रदेश के लिए अपमानजनक है।

यह मामला 2009 में शुरू हुआ था जब हिमाचल सरकार ने सेली हाइड्रो को लाहौल स्पीति में 320 मेगावाट का बिजली प्रोजेक्ट आवंटित किया था। हालाँकि, कंपनी ने आरोप लगाया कि सरकार ने जरूरी सुविधाएँ समय पर नहीं उपलब्ध कराई, जिससे प्रोजेक्ट का कार्य रोकना पड़ा और कंपनी को नुकसान हुआ।

राहुल गांधी का भारत में लोकतंत्र खतरे में बताना फटा ढोल निकला - उधर कनाडा पर “खालिस्तानी वक्फ बोर्ड” का कब्ज़ा हो गया - ट्रंप से अपेक्षा

सुभाष चन्द्र

राहुल गांधी अमेरिका जाकर ढोल पीट पीट कर कहता था कि भारत में लोकतंत्र खतरे में और अमेरिका से कहता था कि हमारे लोकतंत्र को बचाने में मदद करें। राहुल गांधी ने डोनाल्ड ट्रंप की जीत पर उन्हें भेजे बधाई संदेश में लिखा “"Under your leadership, we are confident that our nations will further deepen cooperation in areas of mutual interest”. लेकिन ये Mutual interest भी तो लोकतंत्र पर आधारित होता है

अमेरिका और भारत में हुए चुनावों में लगे नारों में समानता को देख जाहिर है दोनों देशों का विपक्ष दूसरे के हाथ एक कठपुतली है और जो दूसरे के इशारे पर नाचता हो ऐसे नेताओं और पार्टियों से देशहित के बारे में सोंचना सबसे बड़ी मूर्खता है। ऐसे नेता और उनकी पार्टियां देशहित नहीं अपने आकाओं के हित में सोंचेगी और काम करेंगे।  

इसके साथ ही कमला हैरिस को भेजे गए संदेश में राहुल गांधी ने खुद स्वीकार किया कि हमारा लोकतंत्र मजबूत है उसने कमला को लिखा -

“Under the Biden administration, India and the US have deepened cooperation on issues of global importance. Our shared commitment to democratic values will continue to guide our friendship”. 

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ये लोकतंत्र के लिए प्रतिबद्धता (commitment to democracy) से मतलब देश के लोकतंत्र से है न कि राहुल गांधी की अपनी खोपड़ी के लोकतंत्र से और यह कह कर राहुल गांधी ने स्वयं माना कि बिडेन सरकार के समय भारत के लोकतंत्र में हमें पूर्ण आस्था थी यानी लोकतंत्र को खतरे में बताने वाला राहुल गांधी का ढोल खुद ही फट गया

कल एक खबर थी जिसमें बताया गया कि जिन कथित खालिस्तानियों को कनाडा ने पाला पोसा, उन्होंने तो कनाडा पर ही जैसे कब्ज़ा कर लिया कहें तो कथित खालिस्तानी वक्फ बोर्ड ने पूरे कनाडा पर कब्ज़ा कर लिया और कनाडा के लोगों को देश छोड़ने के लिए कह दिया

इस खबर में कहा गया कि इंटरनेट मीडिया पर दो मिनट के एक वायरल वीडियो में  खालिस्तान समर्थकों ने कनाडा के लोगों को “आक्रमणकारी” बताया और उन्हें “इंग्लैंड और यूरोप वापस चले जाने के लिए कहा वीडियो में कथित खालिस्तानियों ने कहा कि “यह कनाडा है, हमारा अपना देश, कनाडा के मालिक हम हैं, गोरे लोग वापस यूरोप जाएं”

अब कनाडा का बैंड बजेगा और साथ में इन कथित खालिस्तानियों का भी क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका में हो रही घुसपैठ को लेकर सख्त रुख अपना रहे हैं ट्रंप द्वारा नियुक्त सीमा मामलों के चीफ टॉम होमन ने कहा है कि कनाडा से लगती अमेरिका की सीमाएं सुरक्षित नहीं है और कनाडा की सीमा से “आतंकी” अमेरिका में घुस सकते हैं ये आतंकी खासकर खालिस्तानियों के लिए कहा गया है उन्होंने कहा कि ट्रूडो प्रशासन ने सीमा सुरक्षा को गंभीरता से नहीं लिया भारत बार बार कहता रहा है कि ट्रूडो प्रशासन खालिस्तानी आतंकियों पर नकेल नहीं कस रहा

होमन ने कहा कि कनाडा को आतंकियों का प्रवेश द्वार नहीं बनने दिया जा सकता 

ट्रंप से अपेक्षा है कि वह गुरपतवंत सिंह पन्नू का बोरिया बिस्तर बांध कर अमेरिका से दफा करे या उसकी भारत विरोधी गतिविधियों के लिए उसे जेल में डाले? वह मोदी, अमित शाह और अन्य नेताओं को हत्या की धमकी दे चुका है और कल ही उसने अयोध्या के राम मंदिर में भी बलवा मचाने की धमकी दी है अमेरिकी संविधान और कानून ऐसे आपराधिक कृत्यों की अनुमति तो नहीं देता होगा उसकी कथित हत्या के झूठे आरोप को रद्द करे

दूसरी अपेक्षा ट्रंप से है कि बिडेन प्रशासन में चल रहे Deep State में वे कौन लोग थे जो राहुल गांधी को भारत में लोकतंत्र बचाने के अभियान में मोदी को हटाने में मदद कर रहे थे और  साजिश कर रहे थे उनकी Secret conversations Disclose की जाएं और पाकिस्तानी लोगों की भूमिका की भी जांच की जाए, इसमें Donald Lu का क्या रोल था वह भी पता किया जाए USCIRF जैसी संस्थाओं से भारत विरोधी पाकिस्तानियों को बाहर किया जाए  

कैलाश गहलोत 10 साल के बाद नींद से जागे; भाजपा को ऐसे लोगों को सोच समझ कर लेना चाहिए, गहलोत के बिना भी भाजपा सरकार बना सकती है लेकिन गहलोत बिना भाजपा के वीराने में चला जाएगा

सुभाष चन्द्र

केजरीवाल का गिरोह “आम आदमी पार्टी” और उसके नेता थूक और पेशाब मिला खाना खिलाने वालों के मोहपाश में बंधे हैं। केजरीवाल की पार्टी मुख्यतः मुसलमानों की वोटों पर निर्भर है और उन्हें हिंदुओं की कोई परवाह नहीं है कैलाश गहलोत भी पार्टी के जन्म से लेकर अभी तक इसी रंग ढंग में पला बढ़ा है उसका सेकुलरिज्म का भूत इतनी आसानी से नहीं उतर सकता और यदि उसे भाजपा में लिया गया तो उसका वो भूत रह रह कर उठता रहेगा

ऐसा अजित पवार और अशोक चव्हाण ने भी किया उन्होंने ने भी कांग्रेस में 40-40 साल तक रह कर “थूक मूत” का खाना खाया और इसलिए योगी के नारे “बटोगे तो कटोगे” पर बिफर रहे हैं क्योंकि वे दोनों मुसलमानों के प्रिय रहे हैं अजित पवार तो भाजपा के साथ गठबंधन में है लेकिन अशोक चव्हाण तो भाजपा में ही है ऐसे “सेकुलर कीड़ों” को साथ लेना भाजपा के लिए नुकसान दे सकता है और इसलिए कैलाश गहलोत को भी दूर रखा जाए

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भाजपा को एक बात समझ लेनी चाहिए कि भाजपा कैलाश गहलोत के बिना भी बढ़िया प्रदर्शन करके सरकार बना सकती है लेकिन गहलोत “आप” से निकल कर भाजपा का साथ न मिलने पर वीरान हो सकता है भाजपा को Rehabilitation Center नहीं बना देना चाहिए पार्टी को

भाजपा बेशक “आप” के बिखरने से खुश हो सकती है लेकिन ऐसे बगावती लोगों को पार्टी में नहीं लेना चाहिए

गहलोत ने “आप” छोड़ने के कारण बताए हैं कि -

-दिल्ली सरकार विकास पर ध्यान देने की बजाय केंद्र के साथ झगड़े में समय बर्बाद कर रही है;

-शीशमहल जैसे कई शर्मनाक विवाद सामने आए;

-यमुना की बदहाली के लिए “आप” जिम्मेदार है; यमुना नदी पहले से ज्यादा प्रदूषित हो गई है;

-जनता की बजाय अपने राजनीतिक एजेंडे के लिए लड़ रहे हैं “आप” नेता 

ये ऐसे मुद्दे हैं जो गहलोत शुरू से देख रहे थे लेकिन नींद से आज जागे हैं जिसका कारण हो सकता है कि सामने दीवारों पर “आप” की हार लिखी देख रहे हैं और “आप” को डूबता जहाज समझ कर कूद कर बाहर आ गए गहलोत ने या किसी भी “आप” नेता ने इन विषयों पर कभी कोई आवाज़ नहीं उठाई

“आप” के गठन के बाद केजरीवाल के ज्यादा भी नहीं तो 25 लोग पार्टी छोड़ चुके हैं और उनमे कई तो संस्थापक सदस्य थे लेकिन गहलोत सब कुछ देखते रहे अब शायद अपने को बचाने के लिए बाहर आ गए

“आप’ वाले कह रहे हैं कि गहलोत अपने पर चल रहे ED/CBI और Income Tax के cases की वजह से पार्टी छोड़ गए क्योंकि अब भाजपा में जाने के बाद वो “बेदाग” हो जाएंगे ये एक घिसा पिटा आरोप है और यदि ऐसा ही है तो फिर सभी मुकदमा झेल रहे “आप” नेताओं को भाजपा में आ जाना चाहिए गहलोत पर तो कुछ केस 2018 और 2019 से चल रहे हैं, फिर आज क्यों निकले?

केजरीवाल ने कुछ दिन पहले अमानतुल्लाह को जमानत मिलने के बाद कहा था कि हमारे सभी लोग जेल से बाहर आ गए और ईमानदार साबित हुए कितना बड़ा फ्रॉड खेलता है, जमानत मिलने को ऐसे बता रहा है जैसे “बरी” हो गए 

लेकिन कैलाश गहलोत का “ईमानदारी” का सर्टिफिकेट तो कल उसके पार्टी छोड़ने के बाद केजरीवाल ने “रद्द” कर दिया और अब वह “ईमानदार” नहीं रहा मतलब यदि “आप” कहती है कि भाजपा में जाकर गहलोत “बेदाग़” हो जाएगा तो इसका विपरीत भी सही है कि जब तक कोई “आप” में रहेगा, तब तक ही “ईमानदार” होगा, पार्टी छोड़ने के बाद “बेईमान” कहलाएगा

सऊदी अरब के मौलाना Dr Ahmad Al-Mub’i Marriage Officiant (विवाह अधिकारी) के 19 जून, 2008 को इंटरव्यू में इस्लाम में शादी के लिए दिए गए विचार

सुभाष चन्द्र

भारत में लोग अरबी भाषा पढ़ तो सकते लेकिन कई लब्ज ऐसे हैं जिनका मतलब या तो मुसलमान जानता नहीं या फिर बताना नहीं चाहता। निकाह अरबी भाषा से है, जिसका मतलब सिर्फ sex से है, contract to sex इससे आगे कुछ नहीं। यही वजह है कि डोली से नयी नवेली दुल्हन को बोरे की तरह कंधे पर लेकर सीधे बिस्तर पर अपनी हवस मिटाने के लिए ले जाया जाता है। महिला को periods में भी sex से मना करने का हक़ नहीं। जरा सी बात पर तलाक फिर हलाला इसी का एक नमूना है। जो शौहर periods में कुछ नहीं करते यह उनका बड़ापन है, औरत की निगाह में उस शौहर की बहुत इज्जत होती है।     

सऊदी अरब के मौलाना Dr Ahmad Al - Mub’i के 2008 में एक इंटरव्यू में इस्लाम में शादी के लिए दिए गए विचारों के बारे में एक वीडियो देखने को मिला जो गूगल पर भी उपलब्ध है। उसमे जो उन्होंने कहा, उसका हिंदी में अनुवाद नीचे दे रहा हूं, इसमें मेरा कुछ नहीं है, जो उन्होंने कहा, उसे ही हिंदी में पेश किया गया है उन्होंने कहा कि -

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"शादी का मतलब दो बातों से है, पहला शादी के अनुबंध के बारे में बात करना यह एक बात है, विवाह की पूर्ति करना मतलब पत्नी के साथ सेक्स करना, ये दूसरी बात है;

शादी करने के लिए कोई Minimum Age नहीं है, एक साल की लड़की से भी शादी की जा सकती है; 7, 8, 9 साल की लड़की की बात छोड़िये, आप एक साल की लड़की के साथ भी शादी कर सकते हैं, यह केवल Contract है 

जिसमें रजामंदी होती है, ऐसे मामले में अभिभावक पिता होता है क्योंकि पिता की राय जरूरी होती है; और इस तरह लड़की पत्नी बन जाती है;

लेकिन लड़की sex के लिए तैयार है या नहीं, उसके लिए उपयुक्त आयु Environment और Traditions पर निर्भर है 

यमन में 8 से लेकर 13 साल तक की लड़कियों की शादी की जा सकती है;

कुछ देशों ने 18 साल से कम उम्र की लड़कियों से sex न करने के कानून बनाये हैं; 

हम पैगम्बर मुहम्मद मॉडल को मानते हैं, Follow करते हैं:

उन्होंने आयशा से 6 साल की उम्र में शादी की थी लेकिन उन्होंने शादी को consummate किया पहली बार उसके साथ 9 साल की उम्र में sex करके; 

इस तरह हम पैगम्बर मुहम्मद को अपना Role Model मानते हैं"

कायदे से देखा जाए तो एक साल की बच्ची किसी तरह का Contract करने की क्षमता नहीं रख सकती लेकिन उसे उसके पिता की मर्जी पर छोड़ दिया जाता है और वह ही उसके भाग्य का फैसला करता है मौलवी साहब ने कहा ये पैगम्बर मुहम्मद के दिखाए गए मार्ग के अनुसार है और वे ही हमारे Role Model हैं अब यह कहां कहां follow किया जा रहा है वह तो इस्लामिक देशों को ही पता होगा

लेकिन अक्टूबर 2019 में सऊदी अरब के रक्षा मंत्रालय ने नियम बनाया कि महिलाएं भी मिलिट्री में senior rank में भर्ती हो सकती हैं और दिसंबर, 2019 में सऊदी अरब सरकार ने 18 वर्ष से कम उम्र के लड़के लड़कियों की शादी पर प्रतिबंध लगा दिया था

यह ध्यान देने वाली बात है कि 2019 तक कितने वर्षों तक ऐसी प्रथा चल रही थी और अभी भी कितने इस्लामिक देशों में चल रही होगी शायद यही कारण है कि भारत में मुस्लिम दरिंदे हिंदुओं की छोटी छोटी बच्चियों को अपनी हवस का शिकार बनाते है जिन्हें सुप्रीम कोर्ट यह कह कर छोड़ देता है कि Every Sinner Has A Future. 

भारत में एक मामला यह भी सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है कि क्या मुस्लिम लड़कियों की शादी 15 साल की उम्र में हो सकती है क्योंकि विभिन्न हाई कोर्टों ने इस दलील को माना था कि इस्लाम में लड़की के यौन कैश आने पर उसकी शादी हो सकती है मौलाना ने तो एक साल की लड़की से भी शादी को सही ठहराया था

‘भगवा लव ट्रैप’ का प्रोपेगेंडा रचने वाले मौलाना नोमानी की खिदमत में संग पहुँची स्वरा भास्कर: लड़कियों के स्कूल जाने को बता चुका है ‘हराम’, अब BJP को वोट देने पर हुक्का-पानी बंद करने की दे रहा धमकी

                     शौहर फहद के साथ स्वरा भास्कर मौलाना नोमानी के साथ (साभार: x/FahadAhmad)
हिंदुओं और भाजपा से दिल की गहराई घृणा करने वाली फिल्म अभिनेत्री स्वरा भास्कर अपने शौहर फहद अहमद के साथ मौलाना सज्जाद नोमानी की। फहद ने इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया साइट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा कीं। नोमानी वही मौलाना हैं, जो हिंदुओं के खिलाफ जहर उगलते रहते हैं और भाजपा को वोट देने वालों का हुक्का-पानी बंद करने की धमकी दी है।

मौलाना खलीलुर रहमान सज्जाद नोमानी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह मुस्लिम समुदाय से कह रहे हैं, “जो बीजेपी का साथ दे, ऐसे लोगों का हुक्का-पानी बंद होना चाहिए।” इसको लेकर भाजपा ने चुनाव आयोग से शिकायत की है और कार्रवाई की माँग की है। इसको लेकर भाजपा नेता किरीट सोमैया ने कॉन्ग्रेस सहित विपक्षी दलों पर निशाना साधा है।

विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए भाजपा नेता किरीट सोमैया ने कहा, “क्या शरद पवार को शर्म आती है या उन्हें हिंदुओं के बारे में बोलने में डर लगता है? मौलाना खलीलुर्रहमान सज्जाद नोमानी जैसा बयान कोई नहीं देता कि अगर कोई हिंदू बीजेपी के खिलाफ वोट करता है तो उसका सामाजिक बहिष्कार कर उसका नाम अब्दुल रहमान रख दो। हिंदुत्व में इस तरह की भाषा नहीं है।”

 किरीट सोमैया ने आगे कहा, “शरद पवार ने ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड और मराठी मुस्लिम सेवा संघ को समर्थन दिया है। शरद पवार ने वोट जिहाद जैसी बातें फैलाई हैं। राहुल गाँधी, सलमान खुर्शीद के परिवार ने वोट जिहाद फैलाया है। इन लोगों को शर्म आनी चाहिए।” किरीट सोमैया ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना खलीलउर रहमान सज्जाद नोमानी के खिलाफ कार्रवाई की माँग की है।

महिलाओं के खिलाफ रहा है नोमानी का मत

पिछले साल अप्रैल 2023 में नोमानी ने मुस्लिमों को भड़काते हुए कहा था कि रमजान के वक्त लड़कियों को स्कूल/कॉलेज अकेले नहीं भेजना चाहिए, क्योंकि ऐसा करना इस्लाम में हराम है। इसका एक वीडियो भी सामने आया था। इसमें वो मुस्लिम अभिभावकों को भड़काते हुए नजर आते हैं।
वीडियो में नोमानी कहते नजर आते हैं, “अपनी बच्चियों को हिजाब पहनने के बाद भी अकेले स्कूल-कॉलेज मत भेजो। ये हराम है, हराम। पाक रमजान की रात में उन लोगों पर लानत भेजता हूँ, जो अपनी बच्चियों को अकेले कोचिंग सेंटर या स्कूल-कॉलेज भेजते हैं। अल्लाह उन्हें जहन्नुम में भेजेगा।”
वह पूछते हैं, “क्या उन्हें (लड़कियों के अम्मी-अब्बू को) पता है उनकी बेटी स्कूल-कॉलेज जाकर पीरियड अटेंड करती है या नहीं या फिर कॉलेज में आकर चुपके से कहीं चली जाती है। आप अगर बाप हैं। आप अगर मुसलमान हैं। अगर आप शरीफ इंसान हैं और हलाल बाप के रुतबे से पैदा हुए हैं तो ये हराम है कि आप अपनी बच्चियों की तरह से बेफिक्र हों।”

हिंदू लड़कों पर लगाया था लव जिहाद का आरोप

सितंबर 2021 में नोमानी का एक और वीडियो सामने आया था, जिसमें वह हिंदू लड़कों पर लव जिहाद का आरोप लगाया था। अल कमल टीवी पर अपलोड की गई इस वीडियो में नोमानी ने दावा किया था कि 5,000 मुस्लिम लड़कियों ने हिंदू लड़कों के साथ भागकर शादी की और हिंदू बन गईं। नोमानी के मुताबिक, ये लड़कियाँ हाई प्रोफाइल परिवारों से थीं।
सज्जाद नोमानी ने कहा था, “मुस्लिम महिलाओं को हिंदू धर्म की ओर लुभाने के लिए सुनियोजित साजिश के तहत ये सब किया जा रहा है। दूसरी तरफ (हिंदू धर्म के लोगों की ओर) से ज्यादा से ज्यादा मुस्लिम महिलाओं को लुभाने, उनके मजहब को बर्बाद करने और उनको इस्तेमाल के बाद छोड़ने की साजिश चल रही है। ये सब प्लान के तहत हो रहा है।”
उन्होंने दावा किया था, “मुझे सूत्रों से पता चला है कि एक ग्रुप है जो लड़कों को ट्रेनिंग देता है कि मुस्लिमों से कैसे बात करें। वह उन्हें सलाम वालेकुम बोलना सिखाते हैं। पूछते हैं- कैसे मिजाज हैं। उन्हें ‘खैरियत है’, ‘इंशाल्लाह’ ‘माशाल्लाह’ ‘रहमुदिल्लाह’, ‘सुभानअल्लाह’ और अन्य शब्द कहना सिखाते हैं। वे हमारी बच्चियों से नर्म जुबान में बात करते हैं, ताकि फँसा सकें।”
नोमानी ने दावा किया था कि मोबाइल फोन और स्कूल-कॉलेज में दी जा रही तालीम के कारण ऐसा होता है। उनके मुताबिक, लड़कियों को ऐसी स्वतंत्रता दी जाती है कि वे दूसरे समुदाय के लोगों से दोस्ती करें। नोमानी कहते हैं कि माता-पिता अपनी लड़कियों को इस्लाम का तालीम नहीं देते और न ही जानते हैं कि उनके इर्द-गिर्द क्या हो रहा है।

तालिबान को भेजा था सलाम

इसके अलावा साल 2021 में तालिबान ने जब अफगानिस्तान पर कब्जा किया था तब सज्जाद नोमानी ने भारत में इसका स्वागत किया था। मौलाना सज्जाद नोमानी ने ‘तालिबान के हौसले’ को सलाम करते हुए कहा था कि तालिबान ने दुनिया की सबसे मजबूत फौज को शिकस्त दे दी है।
AIMPLB प्रवक्ता नोमानी ने कहा था, “एक बार फिर यह तारीख रकम हुई है। एक निहत्थी कौम ने सबसे मजबूत फौजों को शिकस्त दी है। काबुल के महल में वे दाखिल होने में कामयाब रहे। उनके दाखिले का अंदाज पूरी दुनिया ने देखा। उनमें कोई गुरूर और घमंड नहीं था।”
अवलोकन करें:-
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने, MVA से मुस्लिम वोटों के लिए सौदेबाजी की और MVA बिक गया; चुनाव आयोग मरणासन
मौलाना सज्जाद नोमानी ने तालिबान की तारीफों के पुल बाँधते हुए कहा था, “उनके कोई बड़े बोल नहीं थे। ये नौजवान काबुल की सरजमीं को चूम रहे हैं। मुबारक हो। आपको दूर बैठा हुआ यह हिंदी मुसलमान सलाम करता है। आपके हौसले को सलाम करता है। आपके जज्बे को सलाम करता है।”

दिल्ली : मंत्री कैलाश गहलोत का AAP से इस्तीफा: कहा- ‘शीशमहल’ से पार्टी की छवि हुई खराब, जनता का काम करने की जगह राजनीतिक एजेंडे की चल रही लड़ाई; BJP किसी भी आप सदस्य को लेकर भयंकर भूल करेगी


दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले अरविंद केजरीवाल वाली आम आदमी पार्टी (AAP) को गहरा झटका लगा है। दिल्ली सरकार में मंत्री कैलाश गहलोत ने पार्टी से त्याग-पत्र दे दिया है। कैलाश गहलोत के पास दिल्ली सरकार में गृह, प्रशासनिक सुधार, महिला एवं बाल विकास, परिवहन, सूचना एवं प्रौद्योगिकी की बड़ी जिम्मेदारी रही है। कैलाश ने अरविंद केजरीवाल को लिखी चिट्ठी X पर भी शेयर की है।

इस चिट्ठी में कैलाश में आरोप लगाया है कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने जनता को किए गए अपने वादे को पूरा नहीं किया। उन्होंने यमुना की सफाई में नाकामी, अरविंद केजरीवाल के बंगले का निर्माण सहित कई मुद्दों को उठाया है और कहा कि इन सब अजीबो-गरीब मुद्दों के कारण AAP की जनता में छवि खराब हुई है और पार्टी बड़ी चुनौतियों से गुजर रही है।

अपने पत्र में गहलोत ने लिखा है, “पार्टी आज गंभीर चुनौतियों का सामना कर रही है। मूल्यों की भी चुनौतियाँ हैं, जो हम साथ लेकर चले थे। राजनीतिक महत्वाकांक्षी ने लोगों के प्रति प्रतिबद्धता को पीछे छोड़ दिया है और कई वादे अधूरे रह गए हैं। इसमें यमुना का उदाहरण है, जिसे हमने स्वच्छ नदी बनाने का वादा किया था, लेकिन ऐसा नहीं कर पाए। यमुना अब पहले से भी अधिक प्रदूषित हो गई है।”

अरविंद केजरीवाल के ‘शीशमहल’ पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, इन सबके अलावा शीशमहल जैसे अजीबो-गरीब और शर्मिंदा करने वाले विवाद सामने आए। इसके कारण अब हर कोई इस बात पर आशंका करने लगा है कि क्या हम आज भी ‘आम आदमी’ में विश्वास रखते हैं। अब लोगों के अधिकारों के लिए लड़ने के बजाय हम लोग अपने राजनीतिक एजेंडा के लिए लड़ रहे हैं।”

दिल्ली के लोगों को किए गए वादों को पूरा करने में नाकामी के साथ केंद्र से लड़ाई को लेकर गहलोत ने कहा, “इन सब कारणों ने दिल्ली के लोगों के लोगों को मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध कराने की हमारी क्षमता को बड़े पैमाने पर प्रभावित किया है। अब यह निश्चित है कि दिल्ली का वास्तविक विकास तब तक नहीं हो सकता, जब तक वह अपना अधिकांश समय केंद्र के साथ लड़ाई में व्यतीत करती है।”

अपने राजनीतिक जीवन और अंत में इस्तीफे को लेकर लेकर जाट परिवार में जन्मे कैलाश गहलोत ने आगे लिखा, “मैंने अपना राजनीतिक जीवन दिल्ली के लोगों का जीवन बेहतर बनाने के लिए शुरू किया था। मेरे पास आम आदमी पार्टी से अलग होने के अलावा अब कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा है और इसलिए मैं आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूँ।”

पिछले कुछ महीने में दिल्ली सरकार के 2 मंत्रियों और 2 विधायकों ने पार्टी छोड़ दी है। इससे पहले स्वाति मालीवाल ने भी बागी रुख अपना लिया है। माना जा रहा है कि दिल्ली के नजफगढ़ से भाजपा उम्मीदवार को हराकर विधायक बने कैलाश गहलोत जल्दी ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं। बता दें कि दिल्ली विधानसभा का चुनाव फरवरी 2025 में प्रस्तावित है।

मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने, MVA से मुस्लिम वोटों के लिए सौदेबाजी की और MVA बिक गया; चुनाव आयोग मरणासन्न है जैसे, फिर हिंदू संतों को 3 दिन BJP के लिए वोट मांगनी चाहिए

सुभाष चन्द्र

एक समय था जब दिल्ली की जामा मस्जिद के इमाम सईद अब्दुल्ला बुखारी के दरवाजे पर सेकुलर दलों के नेता मुस्लिम वोटों के लिए माथा रगड़ते थे और वहां सौदा किया जाता था। शाही इमाम कहलाते थे बुखारी जिन्हें कुछ “सेकुलर कीड़े” मौलाना आज़ाद के बाद मुसलमानों का मसीहा समझते थे और जो मुसलमानों की वोट जिस मर्जी को डलवाने की ताकत रखने वाला मुस्लिमों का नेता मानते थे 

बुखारी से मिल कर “आशीर्वाद” मांगने वालों की लिस्ट में शामिल थे वी पी सिंह, इंद्र कुमार गुजराल, बूटा सिंह, HKL Bhagat, रोमेश भंडारी, राजीव गांधी के प्रतिनिधि RK Dhawan और पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जेल सिंह इंदिरा गांधी ने भी 1980 में इमाम बुखारी को दाना डालने की कोशिश की थी इमाम साहब जिसके भी हक़ में वोट देने के लिए मुसलमानों को “फतवा” जारी करते थे, उस दल को बड़ी उम्मीद होती थी और जाहिर है “फ्री’ में फतवा जारी होता नहीं था। 

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आज बुखारी के रोल में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड आ गया है बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना साजिद नोमानी ने MVA से पूरी सौदे बाजी की है और 17 शर्तें मनवा कर मुसलमानों का समर्थन देने का ऐलान किया है कांग्रेस, शरद पवार और उद्धव ने मौलाना की हिंदुओं के प्रति नफरत मांगों को स्वीकार कर लिया है, उन मांगों में संघ को बैन करना भी शामिल है  - मौलाना ने यह भी कहा है कि महाराष्ट्र चुनाव में जीत देश में हमारी पहचान बनाएगा और यदि हार हुई तो दिल्ली में “आप” भी हारेगी मौलाना ने दिल्ली में “आप” को भी समर्थन का ऐलान कर दिया

लेकिन सवाल यह है कि क्या AIMPLB ने मौलाना नोमानी को यह सब करने के लिए अधिकृत किया भी है और यदि किया है तो अब AIMPLB के कार्यों पर सख्ती करना जरूरी है और उसके खातों का ऑडिट भी होना चाहिए

समस्या यह है कि चुनाव आयोग इन सब बातों पर मरणासन्न क्यों है और हमेशा रहता है क्योंकि ये हरकत मुस्लिम संगठन हर चुनाव में करते हैं? अपने आप आयोग कुछ नहीं करता आज भाजपा के किरीट सोमैया ने आयोग में शिकायत दर्ज की है

इसलिए मेरा सुझाव है कि निम्नलिखित हिन्दू संत अब भाजपा के लिए प्रचार करें:- 

-आचार्य विक्रमादित्य जी, 

-बाबा बागेश्वर धीरेन्द्र शास्त्री जी,  

-पंडित देवकीनंदन ठाकुर जी,

-आचार्य सूर्य सागर जी 

-स्वामी दीपांकर जी और 

जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी 

ये सभी आज से ही 3 दिन तक महाराष्ट्र और झारखंड में हिंदुओं से भाजपा को वोट देने के लिए अपील करें और प्रचार करें जिसके लिए मीडिया पर संयुक्त रूप से इंटरव्यू दिए जा सकते हैं 

लगता है सौदा पैसे का इस तरह हुआ है कि 12 खातों में एक खबर के अनुसार 125 करोड़ रूपया जमा किया गया है जांच तुरंत करके पैसा जमा करने वालों को अंदर करना चाहिए, लेकिन योगी के नारे पर विलाप करने वाले, हिंदुओं को हर समय निशाना बनाने वालों के सामने आज मुस्लिम वोटों के लिए घुटने टेक चुके हैं 

हिंदुओं को किसी भी हाल में कांग्रेस, शरद पवार और उद्धव की पार्टी को वोट नहीं देना चाहिए 

श्रीलंका में राष्ट्रपति दिसानायके के गठबंधन को आम चुनावों में दो-तिहाई बहुमत, तमिल बहुल क्षेत्र में भारी जन समर्थन


श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके की अगुवाई वाले गठबंधन NPP ने आम चुनावों में बड़ी जीत हासिल की है। दिसानायके के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 225 सीटों में से 159 सीटें हासिल की हैं। इस गठबंधन को 60% से अधिक वोट हासिल हुए हैं।

दिसानायके ने यह चुनाव सितम्बर में राष्ट्रपति बनने के बाद करवाए थे। इससे पहले उनके गठबंधन के पास संसद में मात्र 3 सीटें थी। उन्होंने संसद भंग कर दी थी और अब उन्हें यहाँ भी दो तिहाई बहुमत हासिल हुआ है। दिसानायके को वामपंथी विचारों वाला माना जाता है।

दिसानायके के गठबंधन को श्रीलंका के उत्तरी तमिल बहुत इलाके में भी अच्छा समर्थन मिला है। दिसानायके की पार्टी को बड़ी जीत हासिल होने के बाद श्रीलंका में भारतीय हाई कमिश्नर संतोष झा ने उनसे मुलाक़ात की है और उन्हें बधाई दी है। भारत ने इस चुनाव नतीजे का स्वागत किया है।

डोनाल्ड ट्रंप तो राहुल गांधी के लिए खतरे की घंटी बजा रहे हैं; एक “हिंसक हिंदू” तुलसी को DNI बना दिया और राहुल के दोस्त चीन के दुश्मन को NSA बना दिया

सुभाष चन्द्र

याद होगा आपको, जब राहुल गांधी ने लोकसभा में चीख चीखकर कहा था कि “हिंदू हिंसक” होते हैं लेकिन डोनाल्ड ट्रंप ने राहुल गांधी के लिए खतरे की घंटी बजा दी है।  National Intelligence की Director तुलसी गबार्ड को बना दिया जो हिंदू और सनातन की ध्वज वाहक है अमेरिकी आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल रही हुई तुलसी भगवान कृष्ण की भक्त हैं क्योंकि उन्हें “गीता” पर अगाध श्रद्धा है और जिस संस्था की Director उन्हें बनाया गया है, उसके अंतर्गत CIA समेत 17 अन्य ख़ुफ़िया विभाग आते हैं और तुलसी केवल राष्ट्रपति ट्रंप को रिपोर्ट करेंगी

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तुलसी गबार्ड राहुल गांधी की तरह बकबक नहीं करती, वो अमेरिकी सेना की तरफ से इराक युद्ध लड़ चुकी हैं  बांग्लादेश के हिंदुओं पर हुई बर्बरता पर राहुल गांधी और समूचा विपक्ष मुंह में दही जमाये बैंठा है लेकिन तुलसी गबार्ड ने हिंदुओं के समर्थन में बयान दिया और उन्हें बचाने के लिए सभी उपाय करने की बात कही

तुलसी गबार्ड ने कहा है कि बिडेन प्रशासन में वो  Transportation Security Administration (TSA) की "secret terror watchlist" में रही हैं और दूसरी तरफ ट्रंप ने उन्हें सिर आँखों पर बिठा लिया जबकि वह 4 बार Democrats के टिकट पर चुनाव जीतती रही हैं अब राहुल गांधी को ट्रंप की निंदा करते हुए कहना चाहिए कि आप किसी हिंसक हिंदू को इतना बड़ा पद कैसे दे सकते हो, उसकी तो जाति का भी पता नहीं है

इसके अलावा ट्रंप ने 53 वर्षीय मार्को रुबियो को विदेश मंत्री नियुक्त किया है और वे राहुल गांधी के मित्र जिनपिंग के चीन के प्रति सख्त और इज़रायल के लिए नरम रुख रखते हैं उन्हें चीन ने 2020 में प्रतिबंधित कर दिया था जब उन्होंने हांगकांग में लोकतंत्र की मांग करने वाले आंदोलनकारियों का समर्थन किया था

एक और मजेदार नियुक्ति की है ट्रंप ने और वह भी चीन के दोस्त राहुल के लिए बुरी खबर है अमेरिका का NSA Mike Waltz को बनाया है जो हमारे NSA अजित डोभाल के दोस्त हैं और चीन/पाकिस्तान के प्रति कठोर रवैया रखते हैं

उसके साथ ही विवेक रामास्वामी और एलन मस्क को ऐसे विभाग की जिम्मेदारी दी गई है जो अमेरिका के सरकारी खर्च 6.75 ट्रिलियन डॉलर में से 2 ट्रिलियन की कटौती के रास्ते सुझाएगा, और हो सकता वह यह भी पता करे कि बांग्लादेश के तख्तापलट और राहुल गैंग को मोदी को हटाने के लिए कितना पैसा दिया गया इसलिए राहुल को Alert हो जाना चाहिए

ट्रंप की दहशत तो कनाडा में भी फैली हुई है। कल तक जस्टिन ट्रूडो के साथ रहे खालिस्तान समर्थक जसमीत सिंह का बयान बता रहा है कि वो कितने खौफ में है उसने ट्रंप की जीतने पर कहा -

“कनाडा के बहुत से लोग जब सो कर उठे तो वो डरे हुए थे, चिंतित थे और टूट चुके थे, अब समय आ गया है कि हम कनाडाई हितों की रक्षा के लिए एक साथ आएं, मुझे लगता है कि ट्रंप का जीतना कनाडाई लोगों पर गंभीर प्रभाव डालेगा

हमारी नौकरियों और अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा असर पड़ेगा”

“इब्तदाए इश्क है, रोता है क्या,

आगे आगे देखिये, होता है क्या”  

तेलंगाना : दारू, ड्रग और हिंसा वाले गाने ना गाएँ दिलजीत दोसांझ : रेवंत रेड्डी सरकार ने थमाया नोटिस: हैदराबाद में हो रहा है कॉन्सर्ट

                                            दिलजीत दोसांझ को कॉन्सर्ट से पहले मिला नोटिल
पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ का 15 नवंबर यानी आज हैदराबाद में ‘दिल-लुमिनाटी’ कॉन्सर्ट होना है लेकिन उससे पहले सिंगर को राज्य सरकार ने कानूनी नोटिस भेजा है। नोटिस में शर्त रखी गई है कि दिलजीत इस कॉन्सर्ट में शराब, ड्रग्स और हिंसा से जुड़े कोई गाने न गाएँ।

पंजाबी सिंगर को यह नोटिस चंडीगढ़ के प्रोफेसर पंडितराव धरनेवर की शिकायत के बाद जारी किया गया है। उन्होंने शिकायत में बताया था कि दोसांझ ने लाइव शो में दारू आदि से जुड़े गाने गाए। इसके साथ उन्होंने वीडियो एविडेंस भी दिए थे।

इसी शिकायत के बाद रंगारेड्डी जिले के महिला एवं बाल, विकलांग और वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण विभाग के जिला कल्याण अधिकारी द्वारा 7 नवंबर को जारी नोटिस जारी किया गया। नोटिस में कहा गया है,”हम आपके लाइव शो में दारू, ड्रग्स और हिंसा को बढ़ावा देने से रोकने के लिए एडवांस में यह नोटिस जारी कर रहे हैं।”

नोटिस में यह भी कहा गया, “विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, व्यस्कों को 140 डेसिबल से ज्यादा साउंड प्रेशर के कॉन्टैक्ट में नहीं आना चाहिए और बच्चों को 120 डेसिबल से ज्यादा… इसलिए, बच्चे लाइव शो के दौरान मंच पर नहीं आने चाहिए क्योंकि स्टेज पर साउंड प्रेशर 120 डेसिबल से ऊपर हो जाता है।”

उल्लेखनीय है कि आज शाम 7 बजे हैदराबाद के एयरपोर्ट एप्रोच रोड स्थित जीएमआर एरिना में ‘दिल-ल्यूमिनाटी’ कॉन्सर्ट आयोजित होगा। इस शो का प्रचार राज्य में जोरो-शोरों से हुआ है। इससे पहले दिलजीत का प्रोग्राम दिल्ली के जेएलएन स्टेडियम में हुआ था जहाँ अगले दिन हर जगह दारू की बोतल पड़ी मिली थी।

‘वोट जिहाद’ के 100+ करोड़ रूपए वाले केस में ED ने मारे छापे, गुजरात-महाराष्ट्र में हुई तलाशी: सिराज अहमद पर है गड़बड़ी का आरोप; मुसलमान वोट के सौदागरों पर पर्दाफाश

         आरोपित सिराज अहमद (बाएँ) के ठिकानों पर ED ने छापा मारा है (फोटो साभार: Kirit Somaiya/X)
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने महाराष्ट्र और गुजरात में ‘वोट जिहाद’ के आरोपों के बाद छापेमारी की है। यह छापेमारी महाराष्ट्र के मुस्लिम व्यापारी के खिलाफ 125 करोड़ रूपए के गड़बड़ी के आरोपों के बाद हुई है। इस व्यापारी ने कई लोगों के खाते लेकर उनमें यह लेनदेन किया था। भाजपा ने इस पैसे का इस्तेमाल महाराष्ट्र चुनाव में वोट जिहाद के लिए करने का आरोप लगाया था।

ED ने इस मामले में महाराष्ट्र और गुजरात में गुरुवार (14 नवंबर, 2024) को छापेमारी की है। ED की यह छापेमारी महाराष्ट्र के मुंबई और मालेगाँव में हुई है। इसके अलावा गुजरात के अहमदाबाद में ED ने छापे मारे हैं। ED को शक है कि मालेगाँव के व्यापारी सिराज अहमद ने जो 100 करोड़ से अधिक की गड़बड़ी की, उसमें कुछ हवाला व्यवसाय के लोग भी जुड़े हैं।

ED ने अपनी जाँच का दायरा महाराष्ट्र के मालेगाँव से बढ़ा कर उत्तर प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, ओडिशा और पश्चिम बंगाल समेत देश के बाकी हिस्सों तक फैला दिया है। ED अब 2500 से अधिक लेनदेन की जाँच कर रही है। वह देश की 170 शाखाओं में हुए लेनदेन पर छानबीन कर रही है।

एजेंसी को शक है कि जिन लोगों के खाते सिराज अहमद ने लिए थे, उनमें आया यह पैसा हवाला का था और इसका मनी लाँड्रिंग से लिंक है। वह इस पैसे का इस्तेमाल महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में होने के एंगल पर जाँच कर रही है। भाजपा ने इसी को लेकर वोट जिहाद का आरोप लगाया है।

क्या है मामला?

महाराष्ट्र के मालेगाँव में एक व्यापारी सिराज अहमद पर 12 लोगों के खाते लेकर उनमें करोड़ों की गड़बड़ी की। उसने लोगों को बताया कि वह कृषि के संबंध में व्यापार चालू करना चाहता है और इसके लिए खाते चाहिए। लोगों ने जब उसके खाते दिए तो वह गड़बड़ी करने लगा।
उसने खाते हासिल करने के लोगों को नौकरी का झांसा भी दिया। उसके इस झाँसे में राहुल काले, मनोज मिसाल, प्रतीक जाधव, पवन जाधव, ललित मोरे, राजेंद्र गिरी, धनराज बच्छव, भावेश घुमरे, दिवाकर घुमरे और दत्तात्रेय कैलास जैसे 12 लोग फंस गए और अपने खाते दिए। इसके बाद उन्हें पता चला कि सिराज ने करोड़ों की गड़बड़ी की है।
मालेगाँव में छावनी पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर दीपक जाधव ने मीडिया को बताया था सिराज मालेगाँव में चाय और कोल्ड ड्रिंक्स की एजेंसी चलाता है। उसने कुछ दिन पहले अपने ड्राइवर को बताया था कि उसे किसानों को भुगतान देने के लिए अन्य लोगों के नाम से बैंक खाते चाहिए।
यह खाते मक्के के व्यापार के लिए जरूरी होने की बात उसने कही थी। उसने वादा किया था कि जो भी उसे खाते देगा, उन्हें मंडी समिति में नौकरी मिलेगी। इसके बाद ड्राइवर ने अपने समेत 11 अन्य लोगों के मालेगाँव में एक सहकारी बैंक में खाते खुलवाए। इन सभी ने अपने कागज उसे दिए थे।
ये खाते 27 सितंबर को खोले गए थे। ऑपइंडिया को मिली FIR कॉपी के अनुसार, खाताधारकों में से एक ने अपने खाते की जाँच की तो पता चला कि उसके खाते से करोड़ों रुपए का लेन-देन हुआ है। इसके बाद उसने बाकी लोगों से संपर्क किया।
यह सभी जब बैंक पहुँचे तो उन्हें पता चला कि उनके 12 खातों में कुल ₹90 करोड़ का लेनदेन हुआ है। उन्हें चिंता हुई कि उनके खातों का अवैध गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है, इसलिए उन्होंने व्यापारी के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवा दी। अब जानकारी सामने आई है कि यह गड़बड़ी 125 करोड़ रूपए की है।
भाजपा ने इस पैसे का इस्तेमाल वोट जिहाद के लिए किए जाने का शक जताया है। भाजपा नेता किरीट सोमैया ने इस मामले में को लेकर चुनाव आयोग को एक पत्र भी लिखा था। किरीट सोमैया ने बताया है कि सिराज अहमद को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है। उसके साथ एक और शख्स की गिरफ्तारी हुई है।
किरीट सोमैया मालेगाँव जाकर उन लोगों से भी मिले हैं, जिनके खातों में गड़बड़ी की बात कही गई है, इन लोगों ने किरीट सोमैया से माँग की है कि उन्हें न्याय मिले। किरीट सोमैया इनके साथ शुक्रवार (15 नवम्बर, 2024) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करने जा रहे हैं।
ऑल इंडिया मुस्लिम उलेमा बोर्ड और कांग्रेस शरद पवार उद्धव ठाकरे के बीच में एक समझौता हुआ है
 जिसके तहत 
1:-आतंकवाद के केस में महाराष्ट्र की जेल में बंद सभी मुस्लिम लोगों से केस  वापस लिए जाएंगे
2:-  वक्फ बोर्ड को MVA की सरकार 1000 करोड रुपए देगी 
3:- महाराष्ट्र में सर्वे करवारकर वक्फ बोर्ड को 500 एकड़ जमीन दिया जाएगा 
4:- महाराष्ट्र में किसानों के कब्जे में जो 400 एकड़ खेत है उसे किसानों से लेकर वक्फ बोर्ड को दिया जाएगा
5:- महाराष्ट्र पुलिस में 30% मुसलमानों को भर्ती किया जाएगा 
6:-महाराष्ट्र में मुसलमान को 10% आरक्षण दिया जाएगा
7:-  महाराष्ट्र में सभी मुस्लिम मौलवी और उलेमा और मुफ्ती को 15000 रूपए सरकारी खजाने से सैलरी दी जाएगी
 8:-मोदी सरकार जो वक्फ बोर्ड  पर नया कानून ला रहे हैं उस कानून का विरोध कांग्रेस उद्धव ठाकरे और शरद पवार विरोध करेंगे और उसे महाराष्ट्र में लागू नहीं होने देंगे
9:- महाराष्ट्र के सभी जिलों में दरगाह मस्जिद बनवाने के लिए सरकार फंड  देगी
10:-  रामगिरी जी महाराज और नीतेश राणे  को जेल में बंद किया जाएगा
11:-  पैगंबर मोहम्मद के बारे में कुछ भी बोलने वाले को फांसी की सजा दिया जाएगा
12:-  महाराष्ट्र राज्य वक्फ बोर्ड में 500 मुस्लिम को महाराष्ट्र सरकार के तरफ से भर्ती किया जाएगा जिन्हें पूरी सैलरी और पेंशन महाराष्ट्र सरकार देगी
13:-  महाराष्ट्र में कांग्रेस उद्धव ठाकरे और शरद पवार की सरकार बनने पर आरएसएस पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा लेकिन किसी भी मुस्लिम आतंकी संगठन पर कोई रोक नहीं लगेगी 
14:- महाराष्ट्र में 50 मुस्लिम को टिकट दिया जाएगा और उपमुख्यमंत्री एक मुस्लिम होगा
15:-2012 से 2024 के बीच में जितने भी मुसलमान किसी भी जुर्म में चाहे हत्या हो बलात्कार या आतंकवादी हो उन पर सारे मुकदमे वापस लेकर उन्हें जेल से रिहा किया जाएगा 
महाराष्ट्र के हिंदुओं अभी भी सोच लो 
अगर उद्धव  ठाकरे शरद पवार और कांग्रेस की सरकार बन गई तो महाराष्ट्र में एक भी हिंदू नहीं बचेगा हिंदुओं का जीना दुभर हो जाएगा