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उत्तर प्रदेश : BSP के पूर्व सांसद शाहिद अख़लाक़ के बेटे दानिश ने लड़की से किया रेप, पीड़िता बोली- और भी हिंदू लड़कियों को फँसा रखा है

पूर्व बसपा सांसद शाहिद अख़लाक़ के बेटे दानिश के खिलाफ रेप की शिकायत (चित्र साभार- @RajuSharmajour1 ट्विटर)
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में बसपा के पूर्व सांसद शाहिद अखलाक के बेटे दानिश पर रेप का आरोप लगा है। दिल्ली की रहने वाली एक हिन्दू लड़की ने शुक्रवार (25 अगस्त 2023) को दानिश के खिलाफ शादी का झाँसा देकर दुष्कर्म करने की शिकायत दर्ज करवाई है। आरोपित पर लड़की को जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुक्रवार को एक लड़की मेरठ के SSP ऑफिस में शिकायत लेकर पहुँची। खुद को दिल्ली की रहने वाली बताते हुए लड़की ने कहा कि कुछ समय पहले उसके इंस्टाग्राम पर दानिश कुरैशी नाम के एक युवक ने मैसेज किया था। थोड़े समय की चैटिंग के बाद दोनों के बीच फोन नंबर की लेन-देन हुई और फिर बातचीत होने लगी। पीड़िता का आरोप है कि दानिश ने खुद को कुँवारा बताया और अपने झाँसे में ले लिया।

दानिश 20 अगस्त को लड़की से मिलने के लिए दिल्ली के हौजखास इलाके में आया। यहाँ उसने खुद को पूर्व सांसद शाहिद अखलाक का बेटा बताया। 2 दिनों के बाद यानी 22 अगस्त को दानिश अख़लाक़ ने लड़की को मेरठ के देहरादून-दिल्ली रोड पर स्थित होटल क्रोम का पता देकर वहाँ मिलने के लिए बुलाया। पीड़िता का कहना है कि होटल में उससे कोई पहचान पत्र नहीं लिया गया। जब वह होटल पहुँची तो मैनेजर ने उसको एक कमरे में भेज दिया।

शिकायत के अनुसार, कुछ देर बाद वहाँ दानिश आया और बातचीत करने लगा। इसी दौरान उसने शराब पीनी शुरू कर दी। शराब पीने के बाद दानिश ने पीड़िता का रेप किया। लड़की रोने लगी तो दानिश ने शादी का वादा करके उसे चुप करा दिया। यहीं नहीं, इसी होटल में आरोपित ने पीड़िता का नहाते हुए वीडियो भी बना लिया। शक होने पर पीड़िता ने दानिश का मोबाइल चेक किया और वीडियो डिलीट कर दिया।

दानिश का मोबाइल चेक करने के दौरान ही पीड़ित युवती को उसके शादीशुदा होने की जानकारी मिली। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि दानिश के फोन की चैटिंग में उसने देखा कि वह कई हिंदू लड़कियों के संपर्क में है। इन सब लड़कियों को वह ऐसे ही बात करके धोखा दे रहा है।

इस घटना से पीड़िता खुद को ठगा महसूस करने लगी। इसके बाद उसने मामले में शिकायत दर्ज करवाई। ऑपइंडिया के पास शिकायत कॉपी मौजूद है। पीड़िता ने मीडिया को दिए गए बयान में यह भी बताया कि उसे धोखा दिया गया है। उसने कहा कि दानिश ने उसे हर सोशल मीडिया पर ब्लॉक कर दिया है और कॉल भी नहीं उठा रहा है।

शिकायत के बाद पुलिस ने मामले का संज्ञान लेकर जाँच शुरू कर दी है। हिन्दू संगठनों ने शाहिद अख़लाक़ के बेटे दानिश पर कड़ी कार्रवाई की माँग की है। एक हिन्दू संगठन के पदाधिकारी सचिन सिरोही ने कहा कि शाहिद अख़लाक़ के परिवार का इतिहास साल 1990 से कलंकित रहा है। सचिन का कहना है कि दानिश अख़लाक़ एक बार बंदूक के साथ पकड़ा गया था, जिसे मेरठ पुलिस ने खिलौना बता दिया था।

दानिश के अब्बा मोहम्मद शाहिद अख़लाक़ मांस के कारोबारी हैं। वो बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर साल 2004 में सांसद भी रह चुके हैं। शाहिद पर साल 2009 में कमेला (कसाईघर) को लेकर 24 अन्य लोगों के साथ केस भी दर्ज हो चुका है।


‘AIMIM का शहर अध्यक्ष हूँ’: हिजाब वाली लड़की को गाली देकर पूछ रहा था – हिन्दू के साथ क्यों घूम रही?

                मेरठ में मुस्लिम युवती से बदसलूकी करने वाला उमेर गिरफ्तार (फोटो साभार: दैनिक भास्कर)
उत्तर प्रदेश के मेरठ (Meerut, Uttar Pradesh) में खुद को असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM का शहर अध्यक्ष बताकर युवती से बदसलूकी करने वाले आरोपित उमैर को पुलिस ने ​गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना ​​​​लालकुर्ती पैंठ बाजार की है। इसका वीडियो भी सामने आया है।

वीडियो में दिख रहा है कि उमैर खुद को AIMIM का अध्यक्ष बताकर हिजाब पहनी हुई मुस्लिम युवती को टॉर्चर कर रहा है। वह उससे कहता है, “तू अपना नाम बता। तू मुस्लिम नहीं है। अपना आधार कार्ड दिखा।” वह युवती से आगे कहता है, “तू मुस्लिम है, हिंदू लड़के के साथ घूम रही।”

दैनिक भास्कर के मुताबिक, यह घटना 5 जून 2023 की है, लेकिन इसका वीडियो बुधवार (7 जून 2023) को सामने आया है। एसपी सिटी पीयूष कुमार सिंह ने बताया कि वीडियो सामने आने के बाद आरोपित उमैर को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके खिलाफ केस दर्ज करके आगे की कार्रवाई की जा रही है।

रिपार्ट के अनुसार, लालकुर्ती पैंठ बाजार में एक मुस्लिम युवती हिंदू लड़के के साथ घूम रही थी, तभी भीड़ ने दोनों को चारों तरफ से घेर लिया। वीडियो में काली टी-शर्ट पहने लंबे बालों वाला दिख रहा शख्स उमैर है। वह बार-बार युवती से हिंदू युवक के साथ घूमने पर सवाल पूछता है।

उमैर उस युवती से बार-बार उसकी आईडी माँग रहा था। इसके साथ ही उस युवती से वह गाली-गलौच भी कर रहा था। खुद को चारों तरफ से घिरा देखकर और उमैर तथा उसके साथियों की बदतमीजी से परेशान होकर युवती रोने लगती है। हालाँकि, भीड़ को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। भीड़ उसका लगातार वीडियो बनाती रही। इसकी पैंठ बाजार में कपड़े की दुकान है। 

इससे पहले इस साल मई में भी मेरठ का एक ऐसा ही वीडियो सामने आया था, जिसमें मुस्लिमों को अपने ही मजहब की लड़कियों के साथ बदसलूकी करते हुए देखा गया था। यूपी पुलिस ने इस घटना का संज्ञान लिया था। दोनों मुस्लिम युवतियाँ एक हिन्दू युवक के साथ घूम रही थीं, जिस पर कट्टर मुस्लिम भड़क गए और उनके साथ बदसलूकी करने लगे थे। यही नहीं, जबरन उनका चेहरा दिखाने के लिए भी मजबूर किया गया था।

उत्तर प्रदेश : हलाला के नाम पर तीन तलाक पीड़िता का गैंग रेप

           हलाला के नाम पर तीन तलाक पीड़िता का कराया गैंगरेप (साभार: the independent/onindia)
जब संसद ने मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से मुक्ति दिलाने कानून बनाने पर मुस्लिम कट्टरपंथी और मोदी विरोधी इसे इस्लाम में दखलंदाजी बता रहे थे, लेकिन तीन तलाक की आड़ में हलाला के नाम पर हो रहे महिला शोषण पर चुप्पी साधे रहे।  

उत्तर प्रदेश के मेरठ से हलाला के नाम पर तीन तलाक पीड़िता के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है। पीड़िता के मुताबिक, टीपीनगर स्थित एक होटल में हलाला के नाम पर एक मौलाना ने उसका गैंगरेप कराया। महिला ने बताया, “वह अपने शौहर से दोबारा निकाह करना चाहती थी। इसके लिए मौलाना ने उसे हलाला करने के लिए कहा। इसके बाद उसने दो लोगों को बागपत से बुलाकर हलाला के नाम पर उसका गैंगरेप कराया।”

मेरठ के एसपी सिटी विनीत भटनागर के अनुसार, महिला की शिकायत पर पुलिस ने तीनों आरोपितों उम्मेद, रियासत और मौलाना सरफराज के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल मौलाना सरफराज फरार है। पुलिस ने उम्मेद व रियासत को जेल भेज दिया है और मौलाना की तलाश में जुट गई है।

बताया जा रहा है कि लिसाड़ी गेट निवासी महिला का 6 महीने पहले तलाक हो गया था। अब शौहर और बीवी में फिर से एक साथ रहने की सहमति बनी है। लिसाड़ी गेट की शाहजहाँ कॉलोनी में रहने वाले मौलाना सरफराज से जब उन्होंने इसके लिए पूछा तो उसने बताया कि महिला को पहले हलाला कराना होगा। इसके बाद ही वह अपने पहले शौहर से दोबारा निकाह कर सकती है।

इसके लिए मौलाना सरफराज ने बागपत के दोघट के गाँव मिलाना में रहने वाले अपने परिचित हाफिज उम्मेद और रियासत को 24 अक्टूबर को मेरठ बुलाया। रात करीब नौ बजे नूरनगर पुलिया के पास महिला को दोनों आरोपितों के साथ भेज दिया। महिला को बताया गया कि हाफिज निकाह करा देंगे और हलाला होने के बाद सुबह घर वापस आ जाना होगा। इसके बाद आरोपित उसे लेकर NH-58 पर स्थित एक होटल में लेकर पहुँच गए। यहाँ उन्होंने महिला के साथ गैंगरेप किया। पीड़िता ने होटल से ही अपने मौसेरे भाई को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद उसके भाई ने पुलिस को रात में ही गैंगरेप की सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुँचकर दोनों आरोपितों को धर दबोचा।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, मौलाना इससे पहले भी हलाला के नाम पर कई महिलाओं का गैंगरेप करा चुका है। मौलाना मूल रूप से मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना का रहने वाला है। लिसाड़ी गेट में वह काफी समय से रह रहा है और टोने-टोटके समेत झाड़-फूँक करता है। प्रारंभिक जाँच में पुलिस को कुछ साक्ष्य मिले हैं।

मौलाना सरफराज और हाफिज उम्मैद एक-दूसरे को काफी समय से जानते हैं। दोनों पहले एक साथ दोघट के मिलाना गाँव में इस्लामिया मदरसे में पढ़ाया करते थे। बाद में सरफराज मेरठ आ गया। पुलिस आसपास के क्षेत्र में दोनों की जानकारी जुटा रही है।

जमीयत ए उलेमा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कारी उस्मान का कोरोना से निधन, जनाजे में हटाया गया किट

जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं दारुल उलूम देवबंद के कार्यवाहक मोहतमिम हजरत मौलाना कारी मोहम्मद उस्मान मंसूरपुरी का शुक्रवार (मई 21, 2021) को कोरोना से निधन हो गया। कोरोना संक्रमित होने के बाद 75 वर्षीय मौलाना को नोएडा के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

कोरोना संक्रमित मरीज की मौत के बाद उसे किट में लपेटकर उसका अंतिम संस्कार किया जाता है। ताकि दूसरे संक्रमित न हों, लेकिन यूट्यूब पर “दीनदारी” नाम के यूजर द्वारा अपलोड किए गए वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि मौलाना की मौत बाद उनके जनाजे के दौरान किट को हटा दिया गया था और मौलाना का मुँह खुला हुआ था। इससे जितने भी लोग वहाँ थे उनके कोरोना संक्रमित होने का खतरा बढ़ गया है।

वहीं “एमटी मीडिया ओडिशा” नाम के हैंडल से जो वीडियो अपलोड किया है उसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि जिस वक्त मौलाना कारी मोहम्मद उस्मान मंसूरपुरी का जनाजा आता है उस दौराना हजारों की तादात में भीड़ इकट्ठी होती है। वीडियो में देखा जा सकता है कि सोशल डिस्टेंसिंग पूरी तरह से नदारद थी।

एक अन्य “आल ओडिशा मदरसा” नाम के यूजर ने भी वैसा ही वीडियो अपलोड किया है, जिसमें भारी भीड़ देखी जा सकती है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, मौलाना की मौत के बाद शोक सभा में जमीयत उलमा ए हिंद के शहर अध्यक्ष जैनुर राशिद्दीन सिद्दीकी ने मगफिरत के लिए दुआ कराई। बता दें कि दारुल उलूम देवबंद मुसलमानों की सबसे बड़ी संस्था मानी जाती है और मौलाना कारी मोहम्मद उस्मान मंसूरपुरी उसके कार्यकारी मुहतमिम थे।

उत्तर प्रदेश सरकार की 24 अप्रैल 2021 की गाइडलाइंस के मुताबिक, किसी के भी अंतिम संस्कार में केवल 20 लोग ही शामिल हो सकते हैं। बावजूद इसके यूट्यूब पर अपलोड किए गए वीडियो में हजारों की भीड़ देखी जा सकती है, जो कि राज्य सरकार की गाइडलाइंस का उल्लंघन है। उत्तर प्रदेश में मास्क नहीं पहनने पर पहली बार एक हजार और दूसरी बार ऐसा ही करने पर 10,000 रुपए के जुर्माने का भी प्रावधान है।

उत्तर प्रदेश : मर चुके कोरोना मरीज की Remdesivir इंजेक्शन को नर्स आबिद और अंकित 32000 रूपए में बेचते गिरफ्तार

देश है कोरोना की बीमारी से झूझ रहा है, लेकिन कुछ लोग कोरोना को एक व्यापार के रूप में कर रहे हैं। कुछ ही दिन पूर्व, महाराष्ट्र के विषय में शीर्षक "मुंबई में कोरोना बना व्यापार" लेख सत्यापित हो रहा है। 

हॉस्पिटल में मरीजों के साथ हो व्यवहार के ही कारण शायद कोरोना मरीजों के कमरों, वार्ड, बाहर गैलरी आदि में कैमरे लगाने की मांग करना उचित है। एक तरफ दवाओं और ऑक्सीजन से मरीज परेशान है, वही हॉस्पिटल स्टाफ किस तरह मृतक मरीजों की दवाइयों को बेच अपना खजाना भरने में लगे हुए हैं।    

देश में कोरोना के कहर के बीच कुछ ऐसी घटनाएँ भी सामने आ रही हैं, जो मानवता को शर्मसार करने वाली हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के एक चर्चित अस्पताल में सामने आया, जहाँ के दो वॉर्डबॉय (पुरुष स्टाफ नर्स) को एक मरीज के लिए आवंटित रेमडेसिविर इंजेक्शन को कथित तौर पर 32000 रुपए में बेचने की कोशिश करने के लिए अप्रैल 24 को गिरफ्तार किया गया।

रेमडेसिविर इंजेक्शन की कीमत 900-2000 रुपए है लेकिन इसे नीलामी के लिए रखा गया था और इसे 25000 रुपये की बोली लगाकर खरीदा गया। हालाँकि बोली एक मरीज का रिश्ता बनकर एक पुलिसवाले द्वारा लगाई गई थी।

मरीज के इंजेक्शन को अस्पताल स्टाफ ने की बेचने की कोशिश

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, मेरठ के एक प्रमुख अस्पताल में भर्ती एक कोविड शोभित जैन की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाए जाने थे। उन्हें इसके तीन डोज लगाए गए लेकिन चौथी डोज को अस्पताल के इन दो वार्डबॉयों ने अपने पास रख लिया। जब जैन की मौत हो गई तो वे इस इंजेक्शन को बेचने के लिए ग्राहकों की तलाश में जुट गए।

मेरठ के एसएसपी अजय साहनी ने कहा कि इस मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस की सर्विलांस टीम और पुलिसकर्मी इस मामले की जाँच में जुटे थे। उन्होंने वॉर्डबॉय ने 32000 रुपए की बोली रखी थी। पुलिस ने वॉर्डबॉय आबिद खान और अंकित शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। अस्पताल के छह सिक्योरिटी गार्ड्स ने इन दोनों को बचाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस टीम द्वारा उन पर काबू पाते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।

इस रिपोर्ट के मुताबिक, इन सभी के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी), 147 (दंगा करना), 342 (गलत तरीके से कैद करना), 353 (सार्वजनिक बल पर अपने कर्तव्य का निर्वहन करने से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल), और 120 बी (आपराधिक षड्यंत्र) के तहत मामला दर्ज किया गया है। उनके खिलाफ ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट और महामारी रोग अधिनियम की धाराएं भी लगाई गईं हैं।

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राजस्थान : जयपुर के अस्पताल से कोरोना वैक्सीन की 320 डोज चोरी
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अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस की कार्रवाई का समर्थन किया। इस अस्पताल को चलाने वाले चैरिटेबल ट्रस्ट सुभारती केकेबी के ट्रस्टी डॉ. अतुल कृष्णा ने पुलिस के दावे को गलत बताते हुए कहा कि यहाँ ऐसा नहीं होता है और यह एक अलग मामला था। उन्होंने कहा कि पुलिसवाले सादे कपड़ों में हथियार लेकर जा रहे थे, इसीलिए ड्यूटी पर मौजूद गार्डों ने उन्हें रोकने की कोशिश की।

रेप में नाकाम बाप ने बेटी को ही कर दिया गंजा, जब बीवी पढ़ने लगती नमाज शुरू कर देता था गंदी हरकतें

                                                     बेटी को किया गंजा (साभार: आज तक)
उत्तर प्रदेश के मेरठ से रिश्तों को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहाँ एक अब्बू ने ही अपनी बेटी के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया और विफल होने पर उसने अपनी बेटी की चोटी कैंची से काटने के बाद उसे उस्तरे से गंजा कर डाला। अब्बू की हदें पार होने के बाद बेटी ने 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने आरोपित अब्बू शकील को हिरासत में ले लिया है।

मामला थामा लिसाड़ी गेट क्षेत्र के लक्खीपुरा गली नंबर 26 का है। 20 वर्षीय पीड़िता ने बताया कि उसका अब्बू उस पर गंदी निगाह रखता था। कई बार उसके साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया। पीड़िता के अनुसार जब भी उसकी अम्मी नमाज पढ़ने लगती, अब्बू नशे में धुत्त होकर उसके साथ गंदी हरकतें करता था। कथित तौर पर शकील पिछले 3 साल से बेटी के साथ गंदी हरकतें करता आ रहा था।

पीड़िता ने बताया कि घर की इज्जत को छुपाने के लिए उसने पहले किसी को कुछ नहीं बताया। लेकिन इस बार जैसे ही उसकी अम्मी नमाज पढ़ने गई तो अब्बू शकील नशे में धुत्त होकर उसके कमरे में घुस गया और दुष्कर्म का प्रयास करने लगा। इसके बाद बेटी ने शोर मचा दी और उसके चंगुल से छूटने की कोशिश की। लेकिन शकील ने उसको पकड़ लिया और गंजा कर दिया।

पीड़िता ने थाना लिसाड़ी गेट में अब्बू के खिलाफ दुष्कर्म का प्रयास करने की तहरीर दी। पुलिस ने आरोपित शकील को हिरासत में ले पीड़िता, उसकी अम्मी और मोहल्ले के लोगों के बयान दर्ज किए हैं और मेडिकल भी कराया है।

पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के फतेहपुर थाना के एक गाँव में अपनी ही नाबालिग बेटी से अब्बू द्वारा दुष्कर्म करने का मामला सामने आया था। आरोपित अब्बू, गुलाम रसूल पिछले 1 साल से अपनी ही 16 साल की बेटी को हवस शिकार बनाया। लगातार दुष्कर्म के बाद जब उसकी बेटी गर्भवती हो गई तब मामले का खुलासा हुआ।

‘नरसिंहानंद की गर्दन काटने वाले को 51 लाख रूपए इनाम, बेच डालूँगा घर, जमीन व जेवर’: मोहम्मद दानिश गिरफ्तार

                                                         मोहम्मद दानिश (बाएँ) गिरफ्तार
एक शख्स ने वीडियो बना कर गाजियाबाद के डासना स्थित शिव-शक्ति पीठ के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती की गर्दन काटने की धमकी दी थी। अब मेरठ पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। ये वीडियो स्थानीय रेलवे रोड थाना क्षेत्र के मकबरा डिग्गी निवासी युवक मोहम्मद दानिश ने बनाया था, जिसमें उसने घोषणा की थी कि जो महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती की गर्दन काट कर ले आएगा, उसे वो 51 लाख रुपए का इनाम देगा।

पुलिस ने वीडियो इंटरनेट पर वायरल होने के एक घंटे के भीतर कार्रवाई की और उसे धर-दबोचा। दानिश ने घोषणा की थी कि वो अपना घर, जमीन और जेवर बेच कर महंत यति सरस्वती की गर्दन काटने वाले को इनाम देगा। उसने कहा था कि अगर इन सबके बावजूद रुपए कम पड़ जाते हैं तो वो खुद को बेच डालेगा। कैंट ASP सूरज राय ने बताया कि आरोपित को गिरफ्तार कर के आगे की कार्रवाई की जा रही है।

बस अब इसको 'गरीब, मजलूम, भटका हुआ और निहायत शरीफ' कहलाने वालो की लाइन लगने वाली है। योगी सरकार को इसके और इसके परिवार के बैंक खातों की भी जाँच करनी चाहिए।  

युवा हिंदू वाहिनी के महानगर अध्यक्ष अंकित शर्मा ने कहा कि मोहम्मद दानिश ने माहौल खराब करने की कोशिश की है, इसीलिए उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। वीडियो में युवक ने कहा था, “हमारे नबी के बारे में ऐसी बात कही गई, जिसे सुन कर पूरी दुनिया के हिन्दू-मुस्लिम-सिख-ईसाई शर्मिंदा हैं। आप एक बात तो समझते कि आप किससे टक्कर ले रहे हैं। आपने जिनके बारे में ऐसी बात कही, वो पूरी दुनिया को चलाने वाला है, पूरी कायनात को बनाने वाले हैं।”

दानिश ने आगे कहा था, “गाजियाबाद में आपका मंदिर है। मुझे आपसे मिलने का मौका भी न मिले, हमें आपकी शक्ल भी नहीं देखनी है। हमें आपकी गर्दन उतारनी है, लेकिन हम ये करेंगे नहीं। लेकिन, जो ऐसा करेगा उसे 51 लाख रुपए देंगे। आपने इसके बारे में ऐसी बात कही, उसके बारे में दुनिया जानती है और जिससे पूरा निजाम चल रहा है। इस बात को सोच कर और ये देख कर हम कितने आक्रोशित हैं।”

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उत्तर प्रदेश : एएमयू के छात्रों ने यति नरसिंहानंद सरस्वती के विरोध में प्रदर्शन का ऐलान किया

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उत्तर प्रदेश : एएमयू के छात्रों ने यति नरसिंहानंद सरस्वती के विरोध में प्रदर्शन का ऐलान किया

इससे पहले AAP विधायक अमानतुल्लाह खान ने लिखा था, “हमारे नबी की शान में गुस्ताखी हमें बिल्कुल बर्दाश्त नहीं। इस नफरती कीड़े की जुबान और गर्दन दोनों काट कर इसे सख्त से सख्त सजा देनी चाहिए। लेकिन हिंदुस्तान का कानून हमें इसकी इजाजत नहीं देता।” कई इस्लामी कट्टरपंथी सोशल मीडिया में उसके समर्थन में उतर आए थे। ट्विटर पर उसके समर्थन में ट्रेंड भी चलाया गया था। अमानतुल्लाह ने स्वामी नरसिंहानंद को ‘मजहबी कीड़ा’ बताया था।

लड़कियों के अंडरगार्मेंट्स चुराते CCTV में कैद: एक स्कूटी से भागा, दूसरा टोपी पहन पहुँचा मस्जिद

                                    अंडरगार्मेंट चुराने वाला एक युवक गिरफ्तार (साभार: सचिन गुप्ता का ट्विटर)
उत्तर प्रदेश के मेरठ में लड़कियों के अंडरगार्मेंट्स चुराने का एक बड़ा ही अजीब मामला सामने आया है। स्थानीय लोगों की शिकायत है कि कुछ युवक सदर बाजार इलाके में लड़कियों के अंडरगारमेंट्स चुरा रहे हैं। रविवार (मार्च 14, 2021) को इस संबंध में शिकायत की गई। लोगों को शक है कि ऐसे प्रयास के पीछे किसी तरह के वशीकरण की मंशा हो सकती है।

आजतक की खबर के मुताबिक, मेरठ सदर बाजार के लोग रविवार को सदर बाजार थाने में लड़कियों के अंडरगार्मेंट्स चोरी होने की शिकायत लेकर थाने पहुँचे। मामला सुन पुलिस भी हैरान रह गई।

लोगों ने बताया कि ऐसी घटना पहले भी हो चुकी है। CCTV वीडियो में देख सकते हैं कि स्कूटी सवार दो युवक आए और घर के बाहर सूख रहे कपड़ों में से युवती का अंडरगारमेंट्स चुरा ले गए। स्थानीय लोगों ने अपनी बात को साबित करने के लिए सीसीटीवी फुटेज पेश की है। इनमें युवक साफ तौर पर चोरी करते दिख रहे हैं।

सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि इस घटना को अंजाम देने वालों में से एक लड़के ने बाहर सूख रहे अंडरगार्मेंट्स को चुराया और दूसरा टोपी पहन कर मस्जिद में नमाज पढ़ने चला गया। इस संबंध में दो के ख़िलाफ़ शिकायत की गई है।
पूरा मामला मेरठ जिले के कबाड़ी बाजार का है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में स्कूटी से आए एक युवक को टोपी लगाकर मस्जिद में जाते देखा जा सकता है। दूसरे को धीरे से वस्त्र चोरी कर स्कूटी में रखते देखा जा सकता है।
इस मामले में पत्रकार सचिन गुप्ता ने अपने अकॉउंट से बताया है कि मेरठ पुलिस ने अंडरगार्मेंट चुराने वाले मोहम्मद रोमिन को देर रात गिरफ्तार कर लिया है। वहीं दूसरे आरोपित मोहम्मद अस्साक की तलाश जारी है।
गिरफ्तार आरोपित के पास से पुलिस ने अंडरगार्मेंट्स बरामद कर लिए हैं। बता दें क इस गिरफ्तारी की जानकारी अभी तक सिर्फ़ सचिन गुप्ता के ट्विटर से मिली है। मेरठ पुलिस के ट्विटर पर इस संबंध में कोई आधिकारिक सूचना नहीं है।

अगर ‘किसानों के लिए डेथ वारंट है ये तीनों कृषि कानून, फिर दिल्ली में लागू क्यों किया था केजरीवाल?

उत्तर प्रदेश के मेरठ में किसान महापंचायत में पहुँचे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने तीनों कृषि कानूनों को डेथ वारंट बताया। केजरीवाल ने कहा कि पीएम मोदी ने अपने पूँजीपति मित्रों को फायदा पहुँचाने के लिए ये कानून पास कराया है। इस कानून के चलते सबकी खेती इन पूँजीपतियों के हाथ में चली जाएगी।

राहुल गाँधी की तरह दोगलेपन की राजनीती करने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल बड़बोले झूठ बोल आरोपित करने पर कितने ही भाजपाइयों से माफ़ी मांग चुके हैं। अब भाजपा पर पूंजीपतियों के हाथ खेती की जमीन सौंपने की बात तो बोल दी, लेकिन उनमें से किसी का नाम नहीं लिया, क्योकि उनको डर था कि नेताओं के मुकदमें पर माफ़ी मांगकर निपटा लिए, अगर इन्होने मुकदमा ठोक दिया, माफ़ी मांगने की बजाए कमाया गया सारा पैसा भी कम पड़ जायेगा। लगता है कि कांग्रेस की तरह केजरीवाल और इनकी पार्टी #Confused है। पहले कानून को दिल्ली में लागू करके #U-turn लेना ही सिद्ध कर रहा है। फिर कुछ बोलने से पहले केजरीवाल को राकेश द्वारा बेची गयी गन्ना फसल के बारे में भी जनता को बताना था। कितना झूठ बोलोगे?   

राकेश टिकैत के आँसू देख मन दुखित हुआ

केजरीवाल ने किसान नेता राकेश टिकैत के रोने का जिक्र करते हुए कहा, “जब किसान आंदोलन के दौरान राकेश टिकैते रो रहे थे तो मुझसे यह देखा नहीं गया। किसानों पर लाठियाँ बरसाई जा रही है, कीलें ठोकी जा रही है। ऐसा तो अंग्रेज़ो ने हमारे किसानों पर इतने जुल्म नहीं किए थे, भाजपा ने तो अंग्रेज़ो को भी पीछे छोड़ दिया।अब ये हमारे किसानों पर झूठे मुकदमे कर रहे हैं।”

केजरीवाल ने अपने संबोधन के दौरान कहा, ”आज अपने देश का किसान बहुत ज्यादा पीड़ा में है। किसान भाई परिवार समेत 95 दिनों से कड़कती ठंड में दिल्ली के बॉर्डर पर धरने पर बैठा है। 250 से ज्यादा किसान भाइयों की शहादत हो चुकी है। लेकिन सरकार के कान पर जूँ नहीं रेंग रहा है। उन्होंने कहा कि सभी पार्टी की सरकारों ने 70 सालों तक किसानों को धोखा दिया है। किसान 70 साल से अपनी फ़सल का सही दाम माँग रहा है। सभी के चुनावी घोषणापत्र में लिखा होगा कि हमें जीता दो हम सही दाम दे देंगे। लेकिन अगर सही दाम दे देते तो किसान आत्महत्या नहीं करता।”

बीजेपी पर निशाना साधते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा ने 2014 के घोषणा पत्र में कहा था कि हम स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करेंगे। किसानों ने इन्हें जमकर वोट दिया। 3 साल बाद भाजपा ने सुप्रीम कोर्ट के एफिडेविट में लिखा कि वो MSP नहीं देंगे। इन्होंने किसानों की पीठ में छुरा मार दिया। केजरीवाल ने कहा कि सरकार के पास पैसे की कमी नहीं है नीयत की कमी है। उन्होंने कहा कि अच्छी नीयत वाली सरकार होगी तो किसान ट्रैक्टर लेकर मिल में जाएँगे और उनके घर पहुँचते ही गन्ने का भुगतान हो जाएगा।

 दिल्‍ली की घटना केंद्र सरकार की साजिश 

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि किसानों के उपर लाठियाँ बरसाई गई। यह केंद्र सरकार का ही प्‍लान था। भाजपा समर्थक ही दिल्‍ली की घटना (ट्रैक्टर रैली हिंसा) में शामिल थे। केंद्र सरकार का प्‍लान था कि किसानों का रुट डायवर्ट कराकर दिल्‍ली में भेजा जाए। ताकि इन पर मुकदमा कर आंदोलन समाप्‍त किया जा सके और हिंसा होते ही किसानों को बदनाम किया। उन्‍होंने कहा कि उस समय अगर किसानों को स्‍टेडियम जाने देते तो ये सभी को जेल में डाल देते। इस कारण हमने किसानों को रोका।

बेशर्मी की भी हद होती है, 26 जनवरी के दोषियों पर कार्यवाही होने पर समस्त मोदी विरोधी बौखलाए हुए हैं। दिल्ली में हुए हिन्दू विरोधी दंगों में मुख्य आरोपी अपने पार्षद ताहिर के संपर्क में थे। दूसरे, जंतर मंतर पर इनकी रैली के दौरान इनके ही सामने पेड़ से लटक कर किसान द्वारा आत्महत्या करने पर क्यों चुप्पी साध ली थी? अगर पिछले कानून ठीक थे, फिर किसान क्यों आत्महत्या कर रहा था? 

पार्टी के कार्यकर्ता कर रहे किसानों की सेवा

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मेरे पार्टी के कार्यकर्ता और विधायक बार्डर पर बैठे किसानों की सेवा कर रहे हैं। उनकी सभी जरुरतों को आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता पूरा कर रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि 28 जनवरी की रात जो कुछ हमने देखा वे बड़ा ही दुखद था।
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योगी सरकार पर साधा निशाना 
योगी सरकार पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने कहा कि योगी की ऐसी क्या कमजोरी है कि ये मिल मालिकों को ठीक नहीं कर सकते। जब मैं दिल्ली में सत्ता में आया तो पाँच साल बाद बिजली कंपनियों को ठीक कर दिया। पहले दिल्ली में 20-20 हजार बिल आते थे आज दिल्ली में मुफ्त में बिजली मिलती है और 24 घंटे बिजली मिलती है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार अगर किसानों को उनकी फसल के पैसे नहीं दिला सकती तो लानत है आप (योगी) पर।

शादी में थूक लगा कर तंदूरी रोटी सेंकने वाला नौशाद उर्फ सोहैल गिरफ्तार

नौशाद उर्फ़ सुहैल का वीडियो वायरल होने के बाद हुआ गिरफ्तार (फोटो साभार: Breaking Tube)
मेरठ में एक शादी समारोह में थूक लगा कर रोटी बनाने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है। आरोपित का नाम नौशाद उर्फ़ सुहैल है, जिसका वीडियो वायरल होने के बाद उसे मेरठ पुलिस ने दबोचा। इस मामले में ‘हिन्दू जागरण मंच’ के सचिन सिरोही ने पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। उक्त वीडियो अरोमा गार्डन गढ़ रोड का है, जिसके बारे में हाजा थाने में मामला दर्ज कराया गया था।

उन्होंने अपनी लिखित तहरीर में बताया था कि नौशाद उर्फ़ सोहैल शादी समारोह में तंदूर की रोटियाँ बनाते समय थूक कर तंदूर में सेंक रहा था। उन्होंने अपनी शिकायत में कोरोना वायरस संक्रमण महामारी का भी जिक्र किया था। ऐसे कृत्यों को महामारी एक्ट के तहत जानबूझ कर संक्रमण फैलाने के प्रयास में गिना जा सकता है। साथ ही उन्होंने इसे समाज के विरुद्ध भी करार दिया था। पुलिस ने इस शिकायत के आधार पर कार्रवाई की।

महामारी अधिनियम के तहत इस मामले को पंजीकृत कर पुलिस ने विवेचना की। कई हिन्दू संगठनों और कार्यकर्ताओं ने इस मामले में रोष जताया। पुलिस ने बताया है कि कानून-व्यवस्था को बनाने रखने के लिए कार्रवाई की गई और इस दौरान ये तथ्य सामने आया कि ये वीडियो मंगलवार (फरवरी 16, 2021) का है। आरोपित लिसाड़ी गेट मेरठ थाना क्षेत्र स्थित डहर स्मार गार्डन मोहल्ला का निवासी है।

मेरठ में थूक लगा कर रोटी बनाने के मामले में गिरफ्तार नौशाद के पिता का नाम अख्तर है। हिरासत में लेकर जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने कबूल किया कि इस वीडियो में दिख रहा शख्स वही है और उसने ही इस तरह की हरकत की है। पुलिस ने बताया कि उसकी गिरफ़्तारी के बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है। ये वीडियो मेडिकल क्षेत्र स्थित एक मैरिज हॉल का है। फ़िलहाल नौशाद उर्फ़ सुहैल को जेल भेज दिया गया है और उससे कड़ी पूछताछ की गई है।

कहाँ है ‘पत्रकार’ सैयद मोहम्मद अहमद काजमी, क्या कर रहा है? 2012 बम धमाके में हुआ था गिरफ्तार

                                  दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के साथ सैयद मोहम्मद अहमद काज़मी
दिल्ली स्थित इजरायली दूतावास के नज़दीक शुक्रवार (29 जनवरी 2021) को बम धमाका हुआ था। फॉरेंसिक जाँच में पता चला कि इजरायली दूतावास पर हमले के लिए ब्लैक पाउडर का इस्तेमाल किया गया था।

दिल्ली स्थित इजरायली दूतावास पर बम धमाका

दिल्ली स्थित इजरायली दूतावास के पास शुक्रवार (जनवरी 29, 2021) शाम धमाका हुआ था। कम तीव्रता वाले इस धमाके में कोई हताहत नहीं हुआ था लेकिन कुछ गाड़ियों के शीशे टूट गए थे। इसके बाद पूरी राजधानी को अलर्ट पर रखा गया था। एयरपोर्ट, सरकारी इमारतों और अहम जगहों की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी।

जाँच के दौरान एक लिफ़ाफ़े में पत्र बरामद किया गया जो ‘इजरायली दूतावास के दूत’ के लिए लिखा गया था। पत्र में धमकी दी गई थी कि ये धमाका तो सिर्फ ‘ट्रेलर’ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक़ इस धमकी भरे ख़त में मारे गए ईरानी क़ुद्स फ़ोर्स (Quds Force) के मुखिया जनरल कासिम सुलेमानी और परमाणु वैज्ञानिक (nuclear scientist) डॉ. मोहसिन फकरीज़देह का संदर्भ दिया हुआ था।  

कासिम सुलेमानी IRGC (इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉप्स) या क़ुद्स फ़ोर्स का ईरानी कमांडर था और बग़दाद में जनवरी 2020 के दौरान अमेरिकी सेना के अभियान में मारा गया था। वहीं ईरानी परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन की हत्या तेहरान के बाहरी इलाके में 62 मेंबर स्क्वाड ने की थी। यह पहला ऐसा मौक़ा नहीं जब भारत में इजरायली दूतावास पर हमला हुआ है। 

13 फरवरी 2012 को दिल्ली में इजरायली राजनयिक की कार में धमाका किया गया था। दो बाइक सवार हमलावरों ने इजरायली राजनयिक की पत्नी (Tal Yehoshua Koren) की गाड़ी में बम चिपका दिया था। इस हमले में भी क़ुद्स फ़ोर्स जिसे IRGC के नाम से जाना जाता है, उसका नाम सामने आया था। इजरायली राजनयिक की कार में हुए बम धमाकों की घटना में 4 लोग घायल हुए थे।

ईरानी वैज्ञानिक की हत्या के ठीक बाद इजरायली राजनयिक की हत्या का प्रयास हुआ था। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान को इस धमाके के लिए जिम्मेदार ठहराया था। संयोग से यह हमला ईरान समर्थित शिया लेबनानी समूह और हिजबुल्ला नेता इमद मुगनियेह (Imad Mughniyeh) की हत्या की तिथि से भी मेल खाता था। 

भारतीय पत्रकार की हमले में अहम भूमिका?

इजरायली राजनयिक पर हुए हमले की जाँच में दिल्ली पुलिस ने पाया कि यह IRGC का काम है। दिल्ली पुलिस की जाँच में यह बात भी सामने आई थी कि IRGC के सदस्यों ने इस हमले की योजना पर भारतीय पत्रकार सैयद मोहम्मद अहमद काज़मी के साथ चर्चा की थी। खुलासे के मुताबिक़ अहमद काज़मी पिछले 10 सालों से IRGC सदस्यों के संपर्क में था।

एक लंबी जाँच के बाद दिल्ली पुलिस ने ‘पत्रकार’ अहमद काज़मी को बाइक सवार हमलावरों की मदद करने के लिए गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अहमद काज़मी को साज़िश में शामिल होने के आरोप में गैर क़ानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के अंतर्गत गिरफ्तार किया। इतना ही नहीं वह इजरायली राजनयिकों को निशाना बनाने के लिए साज़िश के तहत ख़ुफ़िया तरीके से काम कर रहा था।

पूरे मामले में एक और रोचक बात ये है कि विवादित एडिटर्स गिल्ड ऑफ़ इंडिया की मुखिया सीमा मुस्तफ़ा काज़मी के समर्थन में उतर आई थीं। इनके मुताबिक़ इजरायली राजनयिक पर हुए हमले के मामले में अहमद काज़मी निर्दोष था। 

कौन है सैयद मोहम्मद अहमद काज़मी

उत्तर प्रदेश स्थित मेरठ के निवासी सैयद मोहम्मद अहमद काज़मी ने अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत 1983 में ईरानी ब्रॉडकास्टर के अंतर्गत ईरान रिपब्लिक न्यूज़ एजेंसी (IRNA)  के दिल्ली कार्यालय से की थी। काज़मी की अरबी और फारसी भाषा पर मज़बूत पकड़ थी। नतीजतन उसे खाड़ी के देशों की ख़बरों का अनुवाद करने में कोई परेशानी नहीं होती थी। 
कुछ सालों बाद काज़मी की रूचि पश्चिमी एशिया में बढ़ी। ख़ासकर ईरान, ईराक और इजरायल। ईरानी मीडिया समूह में 7 साल लगातार काम करने के बाद ‘मीडिया स्टार’ नाम से अपना मीडिया समूह शुरू किया जो कि पश्चिमी एशिया की ख़बरों पर केन्द्रित था। एक छोटे कार्यकाल के बाद उसने 1993 दूरदर्शन में बतौर प्रस्तोता काम शुरू किया और वहाँ उर्दू ख़बरें पढ़ता था।
दूरदर्शन के कार्यकाल के दौरान काज़मी ‘वर्ल्ड व्यू इंडिया’ (World View India) नाम के साप्ताहिक विदेश मामलों से जुड़े कार्यक्रम का हिस्सा था। सबा नकवी के पिता और पत्रकार सईद नकवी के मुताबिक़ काज़मी को उस क्षेत्र के बारे में अद्भुत जानकारी थी और उसके संपर्क भी काफी ज़्यादा थे। नकवी ने काज़मी के साथ मिल कर दूरदर्शन के इस कार्यक्रम को प्रोड्यूस किया था और दोनों साथ में कई विदेशी असाइनमेंट पर भी गए थे। 
पुलिस के मुताबिक़ काज़मी का ईरान में गहरा नेटवर्क था। तत्कालीन दिल्ली पुलिस कमिश्नर बीके गुप्ता ने इस मामले में एक बड़ा खुलासा किया था। उनका कहना था कि पूछताछ में काज़मी ने खुलासा किया था कि उसने इजरायली दूतावास की रेकी के लिए ईरानियों की भरपूर मदद की थी। काज़मी ईरानी मूल के सैयद अली सदर मेहँदी की मदद से हौशन अफशर से मिला था, जिसने इजरायली दूतावास के आस-पास रेकी की थी। इसके लिए इन लोगों ने स्कूटी का इस्तेमाल किया था। इस रेकी के दौरान उसने इजरायली राजनयिकों को निशाना बनाने का फैसला लिया था। हैरानी की बात है कि काज़मी के परिवार वालों ने भी उसके ईरान समर्थक स्टैंड को खारिज नहीं किया।
सुप्रीम कोर्ट ने 2012 में अहमद काज़मी को जमानत पर रिहा कर दिया था, लेकिन विदेश जाने पर रोक लगाई थी। वह अभी तक जमानत पर आज़ाद घूम रहा है। फ़िलहाल ‘मीडिया स्टार वर्ल्ड‘ नाम का यूट्यूब चैनल चलाता है, जिसमें वह पश्चिमी एशिया के मुद्दों पर बात करता है। उसकी लिंक्डइन प्रोफाइल के मुताबिक़ वह ‘कौमी सलामती’ नाम के उर्दू अखबार का सम्पादक भी है। अक्टूबर 2012 में जमानत मिलने के बाद वह अखबार का सम्पादक बना था। कॉन्ग्रेस की वरिष्ठ नेता और दिल्ली की तत्कालीन मुख्यमंत्री स्व. शीला दीक्षित भी अखबार के लॉन्च पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थीं।