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CBI ने किया खुलासा; रशीदा ने सेक्स करने से मना करने पर केरल के पुलिसवाले ने ISRO वैज्ञानिक नंबी नारायणन को जासूसी के झूठे केस में फँसाया: कहा- जासूसी से नहीं था कोई लेना-देना

मरियम रशीदा से शारीरिक संबंध नहीं बना सकने पर पुलिस अधिकारी ने नम्बी नारायणन को फँसाया (साभार: OManorama/Instagram)
CBI ने 1994 में ISRO वैज्ञानिक नम्बी नारायणन पर लगे विदेशी जासूस होने के आरोप के मामले में अब तिरुवनंतपुरम स्थित चीफ जुडिशल मजिस्ट्रेट के समक्ष 27 मार्च, 2024 को अंतिम चार्जशीट दायर की, जो बताता है कि कैसे एक IPS अधिकारी ने अपनी हवस के कारण बदले की पूरी साजिश रची और एक देशभक्त वैज्ञानिक को फँसा दिया। केरल का उक्त स्पेशल ब्रांच सर्किल इंस्पेक्टर S विजयन फ़िलहाल बरख़ास्त है। उसने मालदीव की एक महिला मरियम रशीदा को 1994 में 2 बार गिरफ्तार किया था।

इसने लिए उसने गलत इरादों से फर्जी रिपोर्ट दायर की थी। 20 अक्टूबर, 1994 को उन्हें पहली बार गिरफ्तार किया गया था। तब उस पर वीजा की अवधि खत्म होने के बावजूद भारत में रुकने का आरोप था। उसकी पुलिस हिरासत खत्म होने से 1 दिन पहले S विजयन ने उसके व्यक्तिगत संबंधों के आधार पर उन्हें जासूस ठहरा दिया। इस तरह मरियम रशीदा 13 नवंबर को फिर गिरफ्तार की गई। विजयन ने अपनी पहली रिपोर्ट में बताया था कि 13 सितंबर से मरियम रशीदा तिरुवनंतपुरम के एक होटल में रह रही हैं।

 पुलिस अधिकारी ने दावा किया था कि विदेशी नागरिकों की रूटीन चेकिंग के दौरान उसे ये पता चला था। कुछ दिनों बाद वो मरियम रशीदा के उस घर में गया, जहाँ वो होटल से निकलने के बाद रह रही थीं, जहाँ उसने पाया कि उनका वीजा 17 अक्टूबर, 1994 को ही एक्सपायर हो चुका है। विजयन का कहना था कि मरियम रशीदा इसका कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाईं कि भारत में रुकने के लिए उनके पास पैसे कहाँ से आ रहे हैं और वो फोन पर किन लोगों से क्या बात करती हैं।

इंस्पेक्टर ने इसे गिरफ़्तारी के लिए पर्याप्त आधार माना। हालाँकि, CBI जाँच में सामने आया कि विजयन ने फर्जी कहानी रची थी। इस कहानी में केवल यही बात सत्य है कि मरियम रशीदा और एक अन्य मालदीवियन महिला फौजिया हसन तिरुवनंतपुरम के उक्त होटल में रुकी हुई थीं। असल में विजयन उनके पास नहीं गया था बल्कि मरियम रशीदा ही उसके सामने पहुँची थीं। 10 अक्टूबर को वो अपने वीजा की अवधि बढ़वाने के लिए पुलिस कमिश्नर के दफ्तर पहुँची हुई थीं।

17 अक्टूबर, 1994 को उनकी श्रीलंका के लिए फ्लाइट थी। कमिश्नर के दफ्तर में ही उसे CI विजयन के केबिन में जाने के लिए कहा गया और विजयन ने उसका वीजा और विमान टिकट अपने पास रखते हुए बाद में आने के लिए कहा। 13 अक्टूबर को S विजयन उसके होटल और 20 अक्टूबर को उसके घर पहुँचा। उसने फौजिया हसन को बाहर जाने के लिए कहा और दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। वहाँ उसने मरियम रशीदा के साथ जोर-जबरदस्ती की।

जब मरियम रशीदा ने विजयन के साथ शारीरिक संबंध बनाने से इनकार कर दिया तो वो वहाँ से जल्दी-जल्दी में निकल कर चला गया। इसे अपना अपमान समझ कर उसने उनका वीजा और टिकट्स नहीं लौटाए। मज़बूरी में मरियम रशीदा को यहाँ रुकना पड़ा और इसी को आधार बना कर विजयन ने उसके खिलाफ मामला चला दिया। उसके बारे में खोद-खोद कर जानकारियाँ निकालने लगा, जिस क्रम में उसे पता चला कि वो ‘लिक्विड प्रोपल्सन सिस्टम्स सेंटर (LPSC)’ के वैज्ञानिक D शशिकुमारन से संपर्क में हैं।

उसने तत्कालीन सिटी पुलिस कमिश्नर VR राजीवन को इसकी रिपोर्ट सौंपी। IB को सूचित किया गया, लेकिन जाँच एजेंसी को कुछ गड़बड़ मिला ही नहीं। फिर पुलिस कमिश्नर ने ISRO के गुप्त राज़ चोरी होने की खबरें मीडिया में प्लांट करवाईं। मरियम रशीदा को दोबारा जिस रिपोर्ट के आधार पर गिरफ्तार किया गया था, उसमें विजयन ने लिखा था कि दोनों महिलाएँ देश-विदेश में कई लोगों से मिल कर भारत की संप्रभुता और अखंडता के खिलाफ काम कर रही हैं, इससे भारत के अपने पड़ोसी देशों के साथ जो संबंध हैं उस पर असर पड़ सकता है।

CBI ने इस रिपोर्ट को भी गलत बताया। विजयन ने अपनी रिपोर्ट का स्रोत बताया ही नहीं। असिस्टेंट पब्लिक प्रॉसिक्यूटर हबीब पिल्लई की सलाह पर उसने दूसरी गिरफ्तार की बात कही, लेकिन हबीब पिल्लई ने नकार दिया कि उन्होंने ऐसी कोई सलाह दी थी। इसका सीधा अर्थ है कि मरियन रशीदा से बदला लेने के लिए फर्जी मामले बनाए गए थे। यहाँ तक कि कुछ IB अधिकारी भी इसमें लिप्त पाए गए। जाँच एजेंसी द्वारा पूछताछ वाली 4 रिपोर्ट CBI के समक्ष आई, किसी पर भी हस्ताक्षर नहीं थे।

केरल पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में जो लोगों के बयान थे, उसके भी सिर का पाँव की कोई थाह नहीं थी। यानी, केरल पुलिस की रिपोर्ट भी फर्जी थी। रिपोर्ट में कहा गया कि मरियम और फौजिया ने कबूल किया है कि वो दोनों D शशिकुमारन के अलावा रूसी ख़ुफ़िया एजेंसी Glavkosmos के बेंगलुरु में स्थित एजेंट K चंद्रशेखर से संपर्क में थीं और उन्होंने विदेश में कुछ ‘महत्वपूर्ण जानकारियाँ’ भेजीं, लेकिन, केस डायरी में ये नहीं लिखा था कि वो इन्फॉर्मेशन क्या था जिसे विदेश पहुँचाया गया।

खास बात ये है कि उस दिन दोनों महिलाओं से पूछताछ हुई ही नहीं थी। इन्हीं में से एक हस्ताक्षर-विहीन रिपोर्ट में नम्बी नारायणन का भी नाम था। क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर S जोगेश ने नम्बी नारायणन को गिरफ्तार किया था, लेकिन उसने CBI को बताया कि उसे इंटेररोगेशन रूम के आसपास भी फटकने नहीं दिया जाता था। SIT के मुखिया सीबी मैथ्यूज ने उन्हें बिना हस्ताक्षर वाली रिपोर्ट दी थी, जिसे उन्होंने आगे बढ़ाया। केरल पुलिस को पता था कि सारे बयान और सबूत फर्जी हैं, फिर भी इस मामले में वो आगे बढ़ती रही।

वांचियूर पुलिस थाने में मरियम रशीदा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। फौजिया हसन को भी गिरफ्तार किया गया था। D शशिकुमारन, K चंद्रशेखर और नम्बी नारायणन के अलावा बेंगलुरु स्थित लेबर कॉन्ट्रैक्टर सुधीर कुमार शर्मा को भी गिरफ्तार किया गया था। अंततः 1994 में ही दिसंबर में CBI ने मामले को हाथ में लिया। अप्रैल 1996 में एर्नाकुलम के CJM के समक्ष दायर रिपोर्ट में ही CBI ने बता दिया था कि आरोपितों के खिलाफ जो आरोप हैं वो साबित नहीं हो रहे।

अप्रैल 1998 में सुप्रीम कोर्ट ने केरल सरकार द्वारा दोबारा जासूसी काण्ड की जाँच वाले निर्णय को रद्द कर दिया। जून 2011 में तत्कालीन मुख्यमंत्री ओमान चांडी की सरकार ने CBI द्वारा दोषी पाए गए तीन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई से इनकार कर दिया। सिरांबर 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने 50 लाख रुपए मुआवजा देने के लिए केरल सरकार को आदेश दिया। अप्रैल 2021 में जैन कमिटी की रिपोर्ट के आधार पर सुप्रीम कोर्ट ने CBI से केरल पुलिस के 7 और IB के 11 अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा।

इस मामले में नम्बी नारायणन को 1996 में जाकर राहत मिली थी, लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था। इसके बाद नम्बी नारायणन ने काफी लंबी लड़ाई लड़ी। उन्हें भारत सरकार ने मुआवजा भी दिया, तो सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केरल सरकार को भी उन्हें मुआवजा देना पड़ा। मोदी सरकार ने नम्बी नारायणन को 2019 में पद्म भूषण से सम्मानित किया था। वहीं, एक्टर-डायरेक्टर आर माधवन ने नम्बी नारायणन की जिंदगी पर नम्बी-द रॉकेट इफेक्ट नाम की फिल्म भी बनाई थी, जिसके राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला था।

महिला विरोधी कांग्रेस: पीड़िता की शिकायत पर कांग्रेस नेता ने कहा- अकेला आदमी रेप नहीं कर सकता

कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के रहते भी पार्टी में महिलाओं के प्रति कोई सम्मान नहीं है। ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ का नारा सिर्फ प्रियंका वाड्रा के भाषणों तक ही है। कांग्रेस की ‘कथनी और करनी’ में बड़ा फर्क है। कांग्रेस नेता महिला हितैषी होने के बड़े-बड़े दावे करते हैं, लेकिन महिलाओं का अपमान करने का कोई मौका नहीं चूकते हैं। यहां तक कि महिलाओं के प्रति घटिया सोच भी रखते हैं। ताजा मामला कर्नाटक के कांग्रेस नेता अमरेगौड़ा पाटिल का है। उन्होंने रेप पीड़िता को लेकर विवादित बयान दिया है। अमरेगौड़ा पाटिल से जब उनके एक सहयोगी संगनगौड़ा पाटिल के खिलाफ बलात्कार की शिकायत की गई तो उन्होंने पीड़ित परिवार को चुप रहने हिदायत देते हुए कहा कि एक अकेला आदमी रेप नहीं कर सकता, इसके लिए कम से कम 2-3 लोग चाहिए। अमरेगौड़ा का ये ऑडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

वायरल ऑडियो में अमरेगौड़ा पाटिल कहते हैं कि ‘एक महिला का रेप करने के लिए आपको कम से कम दो-तीन लोगों की जरूरत होती है। इस दुनिया में कोई भी ऐसा नहीं है जो अकेले में किसी का रेप कर सके। मुझे दिखाओं। चाहे वह कितना भी ताकतवर क्यों न हो, कोई भी ऐसा नहीं कर सकता।’ इतना ही नहीं अपने सहयोगी का बचाव करते हुए अमरेगौड़ा यह भी कहते हैं कि ‘वह बलात्कार कैसे कर सकता है? वह जरूर चिल्लाई होगी। कोई एक हाथ से ताली नहीं बजा सकता। इसके लिए दो हाथों की जरूरत होती है। आप एक तंदरूस्त आदमी लाओ, और मैं एक महिला भेजूंगा, उससे पूछो। उसका बलात्कार करो, देखते हैं।’

कांग्रेस का महिला विरोधी चेहरा। दिए गए बयानों और कांग्रेस नेताओं की हरकतों से साफ हो जाएगा कि कांग्रेस की नजर में महिलाओं की क्या हैसियत है और वे किस तरह महिलाओं का अपमान करते हैं

दलित महिला नेता अर्चना गौतम के साथ हुई बदसलूकी
कांग्रेसियों ने ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ की पोस्टर गर्ल और दलित महिला नेता अर्चना गौतम से बदसलूकी और मारपीट कर महिला विरोधी होने का प्रमाण दिया है। अर्चना गौतम ने हाल ही में जो आपबीती सुनाया है, वह काफी हैरान करने वाला है। इससे पता चलता है कि कांग्रेसी महिलाओं से कितना नफरत करते हैं। महिलाएं उनके लिए सिर्फ मनोरंजन और वोट का साधन हैं और मकसद पूरा होते ही फेंक देते हैं।

 

कांग्रेस मुख्यालय में दलित महिला नेता और उसके बुजुर्ग पिता से मारपीट 
रियलिटी टीवी शो बिग बॉस से मशहूर हुईं अर्चना गौतम का एक वीडियो सोशिल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वो चिल्लाती हुई और भागती हुई नजर आती है। अर्चना के साथ कुछ लोग धक्का-मुक्की कर रहे हैं। दौड़ा-दौड़ाकर मारपीट कर रहे हैं। इस वीडियो में ऑफिस में दोबारा नहीं आने की धमकी देते हुए सुना जा सकता है। अर्चना के साथ उनके बुजुर्ग पिता गौतम बुद्ध भी थे, जो अर्चना को बचाने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान उनके साथ भी मारपीट की गई, जिसकी वजह से वो सड़क पर गिर पड़े। सड़क पर हो रहा यह हंगामा किस जगह पर हुआ, इसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे। यह हंगामा दिल्ली के 24 अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय के बाहर हुआ। अर्चना और उसके पिता सड़क पर पार्क की गई गाड़ियों के बीच खुद को बचाते हुए नजर आए।

 

मदद की गुहार लगाती रही, लेकिन किसी ने मदद नहीं की- अर्चना
जब इस घटना को लेकर अर्चना गौतम से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि 29 सितंबर को कांग्रेस मुख्यालय में उनके बाल खींचे गए और सड़क पर मेरे साथ रेप की वारदात को अंजाम देने की कोशिश की गई थी। मैं मदद की गुहार लगाती रही, लेकिन किसी ने मदद नहीं की। अर्चना गौतम ने बताया कि उन्हें कांग्रेस कार्यालय के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई। हमें बताया गया कि ऊपर से आदेश है कि आपको अंदर जाने की अनुमति नहीं है। मैं इसकी वजह जानने की कोशिश की। लेकिन मेरे साथ बदसलूकी की गई। मैं वहां से किसी तरह बचकर निकली। मैं महिला आरक्षण बिल पास होने के बाद बधाई देने गई थी। मुझे उम्मीद था कि मेरा अच्छे से स्वागत किया जाएगा, क्योंकि बिग बॉस खत्म होने के बाद मैं कार्यालय नहीं गई थी। मेरे कार्यालय पहुंचते ही कुछ महिलाएं सामने आ गईं और मेरा विरोध करने लगीं। उन्हें मेरा अपमान करने के लिए खास तौर पर भेजा गया था।

  

प्रियंका गांधी के पीए संदीप कुमार महिलाओं की इज्जत नहीं करते- अर्चना
अर्चना गौतम ने संदीप कुमार पर महिलाओं की इज्जत नहीं करने का आरोप लगाया। अर्चना ने कहा कि संदीप की पार्टी में प्रभाव और ताकत की वजह से महिलाएं उसके खिलाफ आवाज तक नहीं उठाती। जो भी आवाज उठाता है, उसको बाहर कर दिया जाता है। अर्चना ने आगे कहा कि संदीप सिंह जैसों की छाती पर बैठकर मूंग दलने का काम करूंगी और उसका हर चिट्ठा खोलूंगी। उसका सबूत मेरे पास हैं। संदीप सिंह ने जो घोटाले किए हैं, जो झूठ बोला है, उसका पर्दाफाश करूंगी। मैंने संदीप के शिकायत के लिए प्रियंका वाड्रा से मिलने के लिए गई थी, लेकिन संदीप ने उन्हें मिलने नहीं दिया। संदीप कुमार ने धमकी दी थी कि ज्यादा बोलेगी तो जेल में डलवा दूंगा।

कांग्रेस में महिलाओं को नहीं मिलता अपना पक्ष रखने का मौका


कांग्रेस महिलाओं के साथ इंसाफ की बात करती है। लेकिन उसने अर्चना को अपना पक्ष रखने का मौका तक नहीं दिया। कांग्रेस के मेरठ जिलाध्यक्ष अवीनाश काजला और शहर अध्यक्ष जाहिद अंसारी ने कहा कि अर्चना को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण 31 मई 2023 को पार्टी से 6 साल के लिए निलंबित कर दिया गया था। लेकिन अर्चना गौतम के पिता गौतम बुद्ध ने कहा कि बेटी के निलंबन का कोई पत्र अभी तक हमें नहीं दिया गया है। हम पर जो कांग्रेसी फर्जी मुकदमा करने और अवैध वसूली का आरोप लगा रहे हैं, पुलिस से उम्मीद है कि इन आरोपों की जांच करके सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के बड़े नेता संदीप कुमार के इशारे पर उनके साथ मारपीट की गई।

राहुल गांधी ने की शर्मनाक हरकत
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने 9 अगस्त, 2023 को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर जारी चर्चा के बाद अभद्रता का परिचय दिया। राहुल ने अपनी हरकतों से महिलाओं का अपमान किया। अपना संबोधन पूरा करने के बाद राहुल गांधी सदन से रवाना हो गए लेकिन जाते समय उन्होंने एक छिछोरी हरकत कर दी। संसद से बाहर जाते समय उन्होंने महिला सांसदों की तरफ फ्लाइंग किस के इशारे किए। केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने राहुल पर महिला सांसदों को फ्लाइंग किस देने के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि एक बात पर मैं आपत्ति जाहिर करना चाहती हूं। जिनको आज मुझसे पहले बोलने का अधिकार दिया गया, उन्होंने जाते-जाते एक अभद्र लक्षण के दर्शन दिए। यह कोई अभद्र शख्स ही महिला सांसदों को फ्लाइंग किस दे सकता है। ऐसे गरिमाविहीन आचरण को इस देश के सदन में कभी नहीं देखा गया। यह उस खानदान के लक्षण हैं ये आज देश को पता चल गया।

कांग्रेस नेता का अश्लील वीडियो हुआ वायरल
सोशल मीडिया पर झारखंड के कांग्रेस नेता बन्ना गुप्ता का अश्लील वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में बन्ना गुप्ता एक महिला के साथ अश्लील बातचीत करते नजर आ रहे हैं। बन्ना गुप्ता कांग्रेस कोटे से राज्य की झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री हैं। हालांकि उनका कहना है कि वीडियो फर्जी है, लेकिन इससे राजनीतिक गलियारे में फोन पर वीडियो कॉल से की गई अश्लील बातचीत से सनसनी फैल गई है।

यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर परेशान करने का आरोप
यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी पर गंभीर आरोप लगे हैं। यूथ कांग्रेस असम की अध्यक्ष अंगकिता दत्ता ने आरोप लगाया है कि श्रीनिवास बीवी ने मुझे लगातार परेशान किया और लिंग के आधार पर मेरे साथ भेदभाव किया। मेरे मूल्य और संस्कार अब मुझे इसकी अनुमति नहीं देते। मामले को कई बार सामने लाने के बावजूद नेतृत्व में इसे अनसुना कर दिया। अंगकिता दत्ता ने कहा है कि बीवी श्रीनिवास को लगता है कि वह बहुत शक्तिशाली हैं और उन्हें पार्टी बड़े नेताओं का आशीर्वाद है इसलिए वह संगठन में एक महिला को परेशान और नीचा दिखा सकता है। युवा कांग्रेस की असम अध्यक्ष ने अपने ट्वीट में यह भी लिखा है उन्हें राहुल गांधी पर बहुत ज्यादा विश्वास था और भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जम्मू में श्रीनिवास के उत्पीड़न और अपमानजनक बर्ताव के बारे में बताया भी था लेकिन अभी तक उनके खिलाफ कोई जांच या कार्रवाई नहीं हुई है। कांग्रेस महिलाओं के लिए सुरक्षित जगह नहीं है।

महिला कार्यकर्ता ने कांग्रेस नेता पर लगाया यौन उत्पीड़न का आरोप
छत्तीसगढ़ के रायपुर में एक महिला कार्यकर्ता ने कांग्रेस नेता जयंत साहू पर बड़ा आरोप लगाया है। महिला ने जयंत साहू पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। बेमेतरा इलाके की रहने वाली महिला कार्यकर्ता ने इसकी लिखित शिकायत रायपुर एसपी से की है। कांग्रेस नेता जयंत साहू धरसींवा से कांग्रेस पार्टी से पूर्व जनपद सदस्य रह चुके हैं। धरसींवा में ही वह काफी सक्रिय है। जयंत साहू पर यह भी आरोप लगाया गया है कि उन्होंने कथित रूप से महिला को उच्च पद पर पहुंचाने का लालच दिया। महिला ने यह भी आरोप लगाया है कि जयंत मेरे साथ फिजिकल रिलेशन बनाना चाहता था। इतना ही नहीं महिला ने एसपी को शिकायत करते हुए यह भी कहा कि जयंत ने मुझसे ब्लैकमेल कर 5 लाख रुपए लिए हैं। फिलहाल मामला रायपुर पुलिस के पास है। पुलिस दोनों ही मामलों की जांच करने में जुट गई है।

चुनाव कोई ब्यूटी कॉन्टेस्ट नहीं जो… जयराम रमेश
महिला विरोधी मानसिकता वाली कांग्रेस में महिलाओं का कोई सम्मान नहीं है। 12 दिसंबर, 2022 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सोनिया गांधी के करीबी जयराम रमेश से पूछा गया कि क्या राजस्थान में कांग्रेस अगले चुनाव में सीएम पद के लिए किसी महिला को उम्मीदवार बना सकती है? इस पर जयराम रमेश ने कहा कि चुनाव कोई ब्यूटी कॉन्टेस्ट नहीं है, जो व्यक्तियों के बीच कराया जाए। चुनाव दलों के बीच, उनकी विचारधारा के बीच और घोषणापत्र पर लड़े जाते हैं। हैरानी की बात यह है कि जयराम रमेश जब यह कह रहे थे, उनके साथ कांग्रेस की दो महिला नेता भी मौजूद थीं।

सोनिया गांधी के निजी सचिव पर दलित महिला से दुष्कर्म का आरोप
हाल ही में एक दलित महिला का वीडियो सामने आया, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निजी सचिव पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया गया है। इसमें पीड़िता ने पुलिस पर आरोपी को बचाने की बात कही है। शिकायत के दो महीने बाद भी अब तक निजी सचिव की गिरफ्तारी नहीं हुई है। राजनीतिक रसूख की वजह से लगातार महिला पर बयान बदलने और केस वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। अब महिला न्याय की गुहार लगा रही है।

यूथ कांग्रेस की महिला नेता का यौन शोषण
हाल ही में केरल में यूथ कांग्रेस की महिला नेता ने विंग के राष्ट्रीय सचिव को पत्र लिखकर एक कार्यकारी सदस्य पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। पलक्कड़ में एक से तीन जुलाई तक यूथ कांग्रेस के तीन दिवसीय युवा चिंतन शिविर का आयोजना किया गया था। महिला नेता ने अपने पत्र में बताया था कि इस चिंतन शिविर में शराब के नशे में राज्य के कार्यकारी सदस्य विवेक नायर ने उसका यौन शोषण करने की कोशिश की। महिला नेता के पत्र के बाद विवेक नायर को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया। लेकिन हैरानी की बात यह है कि निलंबन का जो कारण बताया गया है, उसमें यौन शोषण के आरोप को खारिज कर दिया गया था।

कांग्रेस के मंत्री-पुत्र ने किया रस्सियों से बांधकर रेप
राजस्थान सरकार में जलदाय मंत्री डॉ. महेश जोशी के बेटे रोहित के खिलाफ जयपुर की 23 साल की युवती ने दिल्ली में रेप का केस दर्ज कराया। पीड़िता ने आरोप लगाया कि रोहित जोशी ने उसे नशीला पदार्थ पिलाकर कई बार रेप किया। मांग में सिंदूर भरकर शादी का झांसा दिया। शादी तो नहीं की, लेकिन उसे जबरन हनीमून पर ले गया। पीड़िता प्रेग्नेंट हुई तो अबॉर्शन करा दिया। परेशान होकर पीड़िता ने खुदकुशी की कोशिश की। इससे बची तो रोहित मारपीट पर उतारू हो गया। आखिरकार पीड़िता ने नॉर्थ दिल्ली के सदर थाने में मामला दर्ज करवाया। 

कांग्रेस विधायक के बेटे ने नाबालिग से रेप कर बनाए अश्लील वीडियो
राजस्थान में कांग्रेस विधायक जौहरी लाल मीणा के बेटे दीपक मीणा पर नाबालिग से गैंगरेप व ब्लैकमेल करने का आरोप लगा। दौसा में एक 15 साल की नाबालिग से गैंगरेप के मामले में एमएलए के बेटे समेत 5 युवकों पर मामला दर्ज किया गया। पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि एमएलए के बेटे और उसके दोस्तों ने होटल में रेप कर अश्लील वीडियो बनाए। इन्हें वायरल करने की धमकी देकर साढ़े 15 लाख रुपए व जेवरात ले लिए। इसके साथ धमकाया भी कि कानून हमारा कुछ नहीं कर सकता। परिजनों ने बताया कि पीड़िता 10वीं क्लास में पढ़ती है।

कांग्रेस के मंत्री धारीवाल ने कहा था, रेप में नंबर-1, क्योंकि राजस्थान मर्दों का प्रदेश है
पिछले दिनों विधानसभा में ही वरिष्ठ मंत्री शांति धारीवाल ने स्वीकारा था कि राजस्थान रेप के मामले में देशभर में नंबर वन है। इसके साथ ही धारीवाल ने शर्मनाक वक्तव्य भी जोड़ा कि क्या करें…राजस्थान मर्दों का प्रदेश है। गोठवाल ने कहा कि राजस्थान दुष्कर्म के मामलों में देश में पहले नंबर पर है। यहां आए दिन दुष्कर्म होते हैं, लेकिन कांग्रेस सरकार दुष्कर्म की घटनाओं पर काबू पाने में बिल्कुल विफल साबित रही है। 

राजस्थान : अगर लाल डायरी में कांग्रेसियों के काले चिट्ठे नहीं होते तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जलवाते ही क्यों?


जब चोर ही 'चिल्लाये पकड़ो-पकड़ो, चोर-चोर' का शोर मचाने लगे, तब असली चोर को पकड़ना बहुत कठिन हो जाता है, असली चोर भाग निकलता है और बेगुनाह अपने-आपको बेकसूर ज़िंदगी बर्बाद कर देता है। यही घिनौना खेल कुछ वर्षों से देश में चल रहा है, जिस कारण कानून एक मजाक बनकर रह गया है। जनता है कि चोर को साहूकार और साहूकार को चोर समझने की गलती कर रही है। जनता ने भी अब इस बात को समझना शुरू कर दिया है कि भाजपा विरोधी भाजपा शासित राज्यों में घटित होने वाली किसी भी अप्रिय घटना पर चीखा चिल्ली करने वाले अन्य राज्यों में होने वाली उन्ही घटनाओं पर क्यों मुंह में दही जमाकर बैठ जाते हैं? किसी को बंगाल, राजस्थान, झाड़खंड और बिहार आदि में हो रहे महिला शोषण पर किसी का मुंह नहीं खुलता। 
राजस्थान की गहलोत सरकार महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को तो रोक नहीं पा रही, इस बारे में आवाज उठाने वाले अपनी ही पूर्व मंत्री की अभिव्यक्ति की आजादी पर जरूर रोक लगा रही है। राजस्थान के पूर्व मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा को कैबिनेट से बर्खास्त किए जाने को लेकर गहलोत सरकार की आलोचना हो ही रही है। अब न सिर्फ गुढ़ा को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया, बल्कि सदन में सदन में ‘लाल डायरी’ के बारे में बोलने की अनुमति नहीं दी गई और कांग्रेस के मंत्रियों ने उन्हें घसीट कर, लात मारकर सदन से बाहर निकाल दिया। आरोप है कि इस लाल डायरी राज्यसभा चुनाव में खरीद-फरोख्त, राजस्थान क्रिकेट एसोसिएसन चुनाव में प्रलोभन के काले चिठ्ठे हैं। राजेंद्र सिंह गुढ़ा का आरोप है कि सदन में लगभग 25-30 लोगों ने उनपर हमला किया। उन्हें मुक्के-लात मारे और कांग्रेस नेताओं ने विधानसभा से बाहर खींच लिया। पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने रोते हुए मीडिया के सामने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि मैं 40 साल से कांग्रेस में काम कर रहा हूं। पूर्व मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाड़िया के समय से पार्टी को देख रहा हूं। लेकिन सच्ची बात कहने पर सरकार और पार्टी मेरे साथ बदसुलूकी कर रही है। मैं सदन में आखिर यही तो जानना चाहता था कि मेरी गलती क्या है?

सत्ता के साथ ही कांग्रेस संगठन से बेदखली की पटकथा भी पहले ही लिख दी
राजस्थान के सैनिक कल्याण मंत्री रहे राजेंद्र गुढ़ा ने विधानसभा में प्रदेश में बढ़ते महिला अपराधों को लेकर आईना दिखाया था। उन्होंने तीन दिन पहले कहा था कि मणिपुर की बजाए हमें अपने गिरेबां में झांकना चाहिए। हम राजस्थान में महिलाओं को सुरक्षित नहीं रख पा रहे हैं। महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को रोक नहीं पा रहे हैं। लेकिन सरकार को अपने ही मंत्री की सच्चाई इतनी कड़वी लगी कि आनन-फानन में ही मुख्यमंत्री ने राज्यपाल कलराज मिश्र से गुढ़ा को मंत्री पद से बर्खास्त करने की अनुशंसा कर दी। देर शाम से अनुशंसा स्वीकार हो गई। सत्ता के साथ ही कांग्रेस संगठन ने भी राजेंद्र गुढ़ा के खिलाफ घोड़े खोल दिए। कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने गुढ़ा के खिलाफ जांच की जिम्मेदारी प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को सौंप दी। जांच के परिणाम की पटकथा पहले से ही लिख दी गई और आज जैसा कि माना जा रहा था, कांग्रेस पार्टी ने नैतिकता की सारी सीमाएं लांघते हुए अपने पूर्व मंत्री को संगठन से भी बाहर का रास्ता दिखा दिया।

मंत्री-विधायकों ने सदन में गिराकर लात-घूंसों से पूर्व मंत्री की पिटाई की
सीएम गहलोत की कैबिनेट में मंत्री पद से हटाए जाने के बाद सोमवार (24 जुलाई) को कांग्रेस नेता राजेंद्र सिंह गुढ़ा को राजस्थान विधानसभा के बाहर रोका गया। कांग्रेस के ही मंत्रियों ने उन्हें सदन में प्रवेश न करने के लिए बाध्य किया, लेकिन गुढ़ा विधानसभा के अंदर पहुंच गए और उन्होंने अध्यक्ष से बोलने की अनुमति मांगी, जो उन्हें नहीं दी गई। राजेंद्र गुढ़ा का कहना है कि विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने उन्हें बोलने की अनुमति नहीं दी। राज्य में दुष्कर्म के नए कीर्तिमान स्थापित हो रहे हैं, लेकिन इस बारे में बोलने तक नहीं दिया गया। राजेंद्र गुढ़ा का आरोप है कि 25-30 लोगों ने मिलकर उनपर हमला कर दिया। यूडीएच मिनिस्टर शांति धारीवाल पर संगीन आरोप लगाते हुए गुढ़ा ने कहा कि धारीवाल ने उन्हें गिराकर लात मारी। अन्य कांग्रेस विधायकों ने उनको गिराकर लात-घूंसे मारे। उन्होंने कहा कि वह सीएम गहलोत की रिक्वेस्ट पर साथ आए थे, अब लड़ाई लड़ेंगे। उनसे पार्टी ने कहा है कि माफी मांगो। ऐसे में राजेंद्र गुढ़ा का सवाल है कि वह किस बात की माफी मांगें? गुढ़ा का कहना है कि जब तक उनके शरीर में सांस है, तब तक राजस्थान की बहनों-बेटियों के लिए बोलते रहेंगे।

‘अगर लाल डायरी में कांग्रेसियों के काले चिट्ठे नहीं होते तो सीएम जलवाते ही क्यों?’
इससे पहले गत दिवस राजेंद्र गुढ़ा ने झुंझुनू में एक जनसभा के दौरान सीएम अशोक गहलोत पर सीधा हमला बोलते हुए दावा किया कि आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ के घर पर ईडी और इनकम टैक्स ने छापा मारा था। उस वक्त मुझे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुलाकर कहा था कि कुछ भी हो गुढ़ा, वहां से ‘लाल डायरी’ निकलाकर लाओ। सीएम के कहने पर मैं लाल डायरी वहां से किसी तरह निकलाकर लाया। इसके बाद उस डायरी को जलवा दिया। अगर उसमें काले चिट्ठे नहीं होते तो सीएम जलवाते ही क्यों?’ उन्होंने कहा कि तब सीएम ने कहा था कि लाल डायरी यदि किसी जांच एजेंसी के हाथ लग गई तो हम सबके लिए मुश्किल हो जाएगी। गुढ़ा ने कहा कि अगर तब मैं सैकड़ों पुलिस जवानों के बीच में से जाकर नौवीं मंजिल से गेट तोड़कर वो लाल डायरी नहीं निकालता सीएम गहलोत जेल में होते। और राजस्थान का मुख्यमंत्री कोई और ही होता।

गुढ़ा तुमने तो सर्जिकल स्ट्राइक कर दी, तुमको को हॉलीवुड में होना चाहिए- गहलोत
पूर्व मंत्री ने कहा कि तब तो लाल डायरी लाने पर सीएम गहलोत ने कहा था कि गुढ़ा तुमने तो सर्जिकल स्ट्राइक कर दी। तुमको को हॉलीवुड में होना चाहिए। अब अपने मंत्रियों से पिटवा रहे हैं। जैसे फिल्म डॉन में लाल डायरी सुर्खियों में रही और तब उसमें प्राण का डॉयलाग था, ‘काका, इसमें नारंग और उसकी सिंडिकेट के एक-एक मैंबर का नाम और पता है।’ राजेंद्र गुढ़ा के बयान के बाद अब राजस्थान में ‘रेड डायरी’ की चर्चा है, जिसे सभी खोज रहे हैं। जानना चाह रहे हैं कि इसमें किस-किस मंत्री-विधायक का नाम है और उसके आगे कितने करोड़ की रकम लिखी हुई है। कहा जा रहा है कि इस रेड डायरी में अशोक गहलोत और उनकी सरकार के काले कारनामों की जानकारी हो सकती है। गुढ़ा के इस खुलासे के बाद, बीजेपी ने तुरंत पलटवार किया। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट करते हुए कहा ‘सीएम साहब के बड़े खास रहे लेकिन सच बोलने की वजह से तुरंत ही बर्खास्त होने वाले राजेंद्र गुढ़ा जी जिस लाल डायरी की बात कर रहे हैं, उसमें न जाने कितने काले चिट्ठे होंगे। नाम तो एक दिन सभी भ्रष्टाचारियों के सामने आएंगे, अगले विधानसभा चुनाव परिणाम आने का इंतजार करें।’

गहलोत पर तंज…बहन-बेटियों की सुरक्षा पर बोलना गुनाह कैसे हो गया?
गहलोत पर तंज कसते हुए गुढ़ा ने कहा कि आपने मुझे विधानसभा में भेजा भी इसलिए था कि मैं सच बोलूं। उसके बाद आप जब हमारी बहन-बेटियों की सुरक्षा नहीं कर पाए तो मैं बोल गया, यह गुनाह हो गया? मैं मरते दम तक राजस्थान की, उदयपुरवाटी, शेखावटी की जनता के लिए लड़ता रहूंगा। गौरतलब है कि गुढ़ा ने शुक्रवार को सदन में महिलाओं के बढ़ते अपराधों को लेकर कहा था कि ‘ये स्वीकार करना चाहिए, ये सच्चाई है कि हम महिलाओं की सुरक्षा में असफल हो गए. राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ जिस तरह से अत्याचार बढ़े हैं, मणिपुर की चिंता करने की बजाय हमें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि मुझे तो दूसरा काम भी नहीं आता। मुझे आदत पड़ गई है सच बोलने की। मैंने बस इतना कहा था कि मणिपुर हिंसा पर बात कर रहे हो तो राजस्थान में बढ़ते अत्याचार पर भी देखो। इसमें गलत क्या है। गुढ़ा ने बर्खास्त किए जाने के फैसले पर हमला बोलते हुए कहा कि मुझसे इस्तीफा मांग लेते तो मैं इस्तीफा दे देता। जब मुकदमा होता है तो भी समय दिया जाता है और फिर जज फैसला करता है, लेकिन मुझे तो साजिश के साथ सीधे ही उड़ा दिया गया।

जनता जानना चाहती है कि लाल डायरी की दाल में क्या काला है- शेखावत
इस बीच केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि गहलोत सरकार महिलाओं की सुरक्षा नहीं कर पाई, ये विषय साहस के साथ विधानसभा के पटल पर रखा तो राजेंद्र गुढ़ा को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया। आज राजेंद्र गुढ़ा विधानसभा में एक लाल डायरी लेकर पहुंचे थे। कल उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से ये बताया था कि इस लाल डायरी से सरकार धराशायी हो जाएगी। और आज जब राजेंद्र गुढ़ा उस डायरी को लेकर पहुंचे तो कांग्रेस के नेताओं में उस डायरी को छीनने और फाड़ने की होड़ मच गई। इससे पता चलता है कि दाल में कुछ काला है। आज राजस्थान की जनता ये जानना चाहती है कि लाल डायरी में किस-किसके काले कारनामे छिपे हैं। राजस्थान की जनता ये जानना चाहती है कि गरीब जनता के पैसों से कौन-कौन गुलछर्रे उड़ा रहा था और कौन-कौन अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए उन पैसों का उपयोग कर रहा था।

राजस्थान में हम असफल, मणिपुर के बजाए अपने गिरेबां में झांकना चाहिए-गुढ़ा

अपने खरे-खरे बयानों के लिए अक्सर सुर्खियों में रहने वाले सैनिक कल्याण मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढ़ा ने एक बार फिर अपनी ही कांग्रेस सरकार की आंखें खोल दी हैं। उन्होंने विधानसभा में कहा कि राजस्थान में जिस तरह से महिलाओं पर अत्याचार हुए हैं और लगातार बढ़ रहे हैं, हमें मणिपुर के बजाए अपने गिरेबां में झांकना चाहिए। सैनिक कल्याण मंत्री गुढ़ा की सच्चाई को सीएम गहलोत सह नहीं पाए और उन्होंने 21 जुलाई को देर शाम राज्यपाल से राज्यमंत्री को बर्खास्त करने की अनुशंसा कर दी। राज्यपाल कलराज मिश्र ने सीएम  इस अनुशंसा को तत्काल प्रभाव से स्वीकार किया है। गुढ़ा पहले भी सरकार के भ्रष्टाचार पर सार्वजनिक रूप से खरी-खरी सुना चुके हैं। पायलट की जनसंघर्ष यात्रा के दौरान गुढ़ा ने कहा था कि हमारी सरकार का एलाइनमेंट खराब हो गया है। सरकार में जो काम होना चाहिए, वह नहीं हो पा रहा है। सरकार भ्रष्टाचार के उन सभी मानकों को पूरा कर चुकी है, जो देश में हो चुके हैं। गहलोत सरकार 40 परसेंट कि करप्शन से बहुत आगे जा चुकी हैं। हालात यह हैं कि शहरी विकास मंत्री शांति धारीवाल के ऑफिस से तो कोई भी फाइल बिना भ्रष्टाचार के आगे नहीं खिसक पाती है।

सरकार के एक मंत्री ने ही सरकार की कलई खोलकर रख दी है- राठौड़

गहलोत सरकार के राज में प्रदेश लगातार महिलाओं से दुष्कर्म के मामले में नंबर वन बना हुआ है। इतना ही नहीं दलित महिलाओं से ज्यादती की घटनाएं भी लगातार बढ़ रही हैं। खुद मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र जोधपुर में दलित युवती से गैंग रेप और चार लोगों को नृशंस हत्या हाल ही में हो चुकी है। यही वजह है कि सैनिक कल्याण मंत्री ने विधानसभा में साफ तौर पर कहा कि यह मान लेना चाहिए कि प्रदेश में हम महिलाओं की सुरक्षा के मामले में असफल रहे हैं। इस पर नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ ने पाइंट ऑफ ऑर्डर में कहा कि सरकार कलेक्टिव रेस्पॉन्सिबिलिटी से चलती है। संविधान के मुताबिक यदि सरकार का एक मंत्री बोलता है तो इसका मतलब है पूरी सरकार बोलती है। सरकार के एक मंत्री ने सरकार की ही कलई खोलकर रख दी है।

मणिपुर मामले में टिप्पणी का गुढ़ा ने दिया करारा जवाब
राठौड़ ने कहा कि ये बहुत शर्मनाक बात है मर्दों के प्रदेश वाले मंत्री जी। बता दें कि संसदीय कार्य मंत्री धारीवाल ने ही इससे पहले के विधानसभा सत्र में महिलाओं पर रेप के मामले में अभद्र टिप्पणी की थी। उन्होंने प्रदेश में बढ़ते रेप के मामलों पर कहा था, रेप के मामले बढ़ तो रहे हैं। मगर क्या करें…राजस्थान मर्दों का प्रदेश है। विपक्ष ने जब इस बयान पर धारीवाल को आड़े हाथों लिया तो उनको माफी तक मांगनी पड़ी थी। दूसरी ओर सैनिक कल्याण मंत्री गुढ़ा का बयान उस संदर्भ में भी देखा जा रहा है, जिसमें सीएम गहलोत ने मणिपुर के मामले में टिप्पणी की थी। राजस्थान के रेपिस्तान के रूप में कुख्यात होने के बावजूद सीएम ने कहा हमारे लिए महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान से बढ़कर कुछ भी नहीं है। जोधपुर में भयानक गैंग रेप के बाद तीन आरोपियों को महज दो घंटे में गिरफ्तार कर लिया गया, वहीं मणिपुर की शर्मनाक घटना में सिर्फ एक आरोपी को पकड़ने में 77 दिन लग गए।

दलित महिलाओं से दुष्कर्म और दलितों के खिलाफ अपराधों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। पुलिस-प्रशासन इन्हें रोकने में नाकाम साबित हो रहा है। पिछले कुछ माह की वारदातों पर एक नजर…

करौली: दलित युवती के साथ हैवानियत की हदें पार
करौली में हाल ही में एक दलित युवती के साथ दरिंदों की कारगुजारी की ऐसी वारदात सामने आई, जिसे सुनकर किसी का भी दिल कांप जाएगा। जिले के नादौती उपखंड की दलित युवती के साथ न सिर्फ गैंगरेप किया गया, बल्कि इसके बाद उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। गैंगरेप करने वाले आरोपियों ने इसके बाद दलित युवती की पहचान छिपाने के लिए चेहरे को एसिड डालकर जला दिया। इसके बाद दरिंदों ने उसको एक कुएं में फेंक दिया। घटना की जानकारी के बाद सांसद किरोडी लाल मीणा हिंडौन सिटी के राजकीय अस्पताल पहुंचे और सरकार को बेपरवाह बताते हुए पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए धरने पर बैठे।

बाड़मेर: दलित महिला को रेप के बाद जिंदा जलाया
राजस्थान के बाड़मेर जिले के पचपदरा में इसी साल अप्रैल माह में एक दलित महिला को बलात्कार के बाद आरोपियों ने जिंदा जला दिया गया। साठ फीसदी झुलसी महिला ने इलाज के दौरान जोधपुर के सरकारी अस्पताल में दम तोड़ दिया। मृतका के पति राजू राम का आरोप है कि उनकी पत्नी के साथ शकूर ख़ान ने बलात्कार किया और थिनर डालकर जिंदा जला दिया। इस बर्बर घटना के खिलाफ मृतका के परिजनों और ग्रामीणों ने अपनी मांगों को लेकर बालोतरा एसडीएम ऑफिस के सामने धरना भी दिया।

भरतपुर: सगे भाइयों ने किया दलित महिला से गैंगरेप
पूर्वी राजस्थान में दलितों के खिलाफ अपराधों में निरंतर वृद्धि हो रही है। भरतपुर जिले में इसी माह दलित महिला के साथ गैंगरेप की वारदात को दो सगे भाइयों ने ही अंजाम दिया। सेवर थाना क्षेत्र की रहने वाली एक महिला बाजार में चश्मा सही कराने दुकान पर गई थी। वहां पर मौजूद दो भाई काम कराने के बहाने से उसके घर के अंदर ले गए, जहां दोनों ने दलित महिला के साथ गैंगरेप किया। सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद महिला को किसी को भी बताने पर जान से मरने की धमकी दी।

बीकानेर: रक्षक पुलिस ही बनी भक्षक, रेप के बाद मारा
गत जून माह में बीकानेर के खाजूवाला में एक दलित युवती के साथ पहले रेप करने और बाद में उसकी हत्या करने का सनसनीखेज आरोप भक्षक बनी पुलिस पर ही लगा है। महज बीस साल की इस युवती से एक घर में पहले रेप किया गया और बाद में वहीं मारकर फैंक दिया गया। महिला के पिता ने आरोप लगाया है कांस्टेबल मनोज और भागीरथ एक अन्य युवक के साथ उसे कमरे में ले गए। जहां पहले दुष्कर्म किया और इसके बाद मार दिया। एफआईआर में दो पुलिसकर्मियों के भी नाम आने के बाद पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने दोनों को सस्पेंड कर दिया है।

उत्तर प्रदेश : लोक सभा टिकट दिलवाने के लालच में किया जा रहा था महिला का शोषण

                           कांग्रेस टिकट के बहाने रेप का आरोपित तैयब गिरफ्तार (चित्र साभार- लखनऊ पुलिस)
उत्तर प्रदेश की लखनऊ पुलिस ने कांग्रेस पार्टी से टिकट दिलाने के नाम पर महिला से रेप करने के आरोपित एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपित का नाम तैयब अंसारी है जिसकी उम्र 52 साल है। पीड़िता ने कथित कांग्रेस नेता पर खुद को शादी के नाम पर धोखा देने और पैसे ऐंठने का भी आरोप लगाया है। तैयब लगभग 2 माह से फरार चल रहा था। यह गिरफ्तारी 13 जनवरी 2023 को हुई है।

लखनऊ पुलिस के मुताबिक, मामला चिनहट थानाक्षेत्र का है। यहाँ नवम्बर 2022 में एक महिला ने तैयब नाम के व्यक्ति पर अपने साथ रेप करने के आरोप में FIR दर्ज करवाई थी। शिकायत में पीड़िता ने यह भी बताया था कि आरोपित ने खुद को कांग्रेस पार्टी का बड़ा नेता बताते हुए उसे लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिलाने का भी वादा किया था। तैयब अंसारी पर महिला को शादी का झाँसा दे कर उसके साथ कई बार दुष्कर्म करने का अभी आरोप है। जब महिला को लगा कि तैयब उसके साथ धोखा कर रहा है तब उन्होंने केस दर्ज करवा दिया।

ऐसे में प्रश्न यह भी हो रहा कि शक होने से पूर्व जो कुकर्म हो रहा था, क्या वह रजामंदी से नहीं था? यदि नहीं फिर किस आधार पर इतने दिन अय्याशी हो रही थी? क्या ऐसे कुकर्म करके के लोकसभा जाकर ऐसे अपराधों को रोकने के लिए आवाज़ बुलंद करती? क्या किसी महिला की कोई मान-मर्यादा नहीं? आखिर राजनीति से ऐसी कुरीतियां कब दूर होंगी? 

केस दर्ज होने के बाद आरोपित फरार हो गया था। उसकी तलाश में पुलिस टीमें लगातार छापेमारी करती रहीं। इस बीच पुलिस को लगभग 2 माह की मेहनत के बाद आखिरकार सफलता हाथ लग ही गई। पुलिस को पता चला कि आरोपित तैयब अंसारी लखनऊ से लगभग 250 किलोमीटर दूर बरेली में रह रहा है। पुलिस टीम वहाँ पहुँची तो तैयब की लोकेशन बरेली के मोती महल नाम के होटल में मिली। यहाँ पर तैयब कमरा नंबर 110 में रह रहा था।

पुलिस ने अपना जाल बिछाते हुए तैयब अंसारी को गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि पहले तो तैयब ने अपने प्रभाव की डींगे हाँकते हुए पुलिस को दबाव में लेने की पूरी कोशिश की लेकिन उसकी एक भी न चली। पुलिस की पूछताछ में तैयब ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। आरोपित पर IPC की धारा 120 बी, 376, 328, 342, 506, 406और 420 के तहत कार्रवाई की गई है। तैयब अंसारी को जेल भेज दिया गया है।

पुलिस इस बात की भी जाँच कर रही है कि कहीं तैयब ने टिकट के नाम पर इसी प्रकार की धोखाधड़ी का शिकार कुछ और लोगों को भी तो नहीं बनाया है। कांग्रेस पार्टी की तरफ से अभी तक तैयब अंसारी की पुष्टि संबंधी कोई बयान नहीं आया है।

एयर होस्टेस के लिए ‘कुवैत एयरवेज’ का इंटरव्यू : ‘हमें जानवर समझा’: कपड़े उतरवा कर ब्रा-अंडरवियर में महिलाओं को खड़ा करवाया, रोती निकलीं बाहर

कुवैत की एक एयरलाइन में एयर होस्टेस की भर्ती के लिए आयोजित इंटरव्यू को लेकर चौंकाने वाले दावे किए गए हैं। कहा जा रहा है कि इंटरव्यू के दौरान महिलाओं को अपने कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया गया। साक्षात्कार के लिए पहुँची महिलाओं में से एक ने कहा कि उनकी जाँच जानवरों की तरह की जा रही थी। एक महिला तो रोते हुए कमरे से बाहर चली गई थी।

स्पैनिश मीडिया के हवाले से प्रकाशित ‘डेली स्टार‘ की रिपोर्ट के मुताबिक, मैड्रिड एयरपोर्ट के पास मेलिया बाराजस होटल में ‘कुवैत एयरवेज’ के लिए इंटरव्यू का आयोजन हुआ। इस दौरान महिला आवेदकों से ब्रा और अंडरवियर में प्रस्तुत होने के लिए कहा गया। 23 साल की महिला आवेदक मारियाना ने दावा किया कि साक्षातकार के दौरान महिला जो नोटपैड पर आवेदकों के बारे में लिख रही थी उसने अंडरवियर में उम्मीदवारों का इंस्पेक्शन किया।

निरीक्षण के बाद सबसे पहले उन लोगों को रिजेक्ट किया गया, जिनका वजन ज्यादा था। उसके बाद उन्हें निकाला गया, जिन्होंने चश्मे पहने थे या जिनके शरीर पर नजर आने वाले निशान थे। साक्षात्कार के दौरान एक महिला ने ऐलान किया कि उनलोगों को भर्ती नहीं किया जाएगा, जिनके शरीर पर किसी तरह का निशान है।

मारियाना ने कहा कि सात भाषाओं की जानकार लड़की को इसलिए रिजेक्ट कर दिया गया क्योंकि उसकी भौंह के ऊपर एक छोटा सा निशान था। इंटरव्यू में शामिल हुई 23 साल की बियांका नाम की उम्मीदवार ने स्थानीय मीडिया को बताया कि इंटरव्यू में उससे पहले वाली एक उम्मीदवार रोते हुए बाहर आई थी। उस उम्मीदवार को उसकी ड्रेस ऊपर उठाने के लिए कहा गया था। उसने ड्रेस ऊपर किया लेकिन इंटरव्यू लेने वाले और अधिक देखना चाहते थे। आखिरकार महिला को ब्रा और अंडरवियर में सामने आना पड़ा।

बियंका ने कहा, “एक महिला ने मुझसे मुँह खोलने के लिए कहा और अंदर झाँकने लगी जैसे मैं कोई कुत्ता हूँ। महिला ने मेरे दाँत देखने के लिए अपनी आँखें लगभग मेरे मुँह के भीतर ही घुसा दीं थी। इस व्यवहार से मुझे बेहद अपमानित महसूस हुआ। बियंका ने कहा कि उसे चिड़ियाघर के किसी जानवर सा महसूस हो रहा था।

रिपोर्ट के अनुसार एक तीसरी उम्मीदवार मारिया (19 साल) ने बताया कि कुछ आवेदकों से वजन कम करने के लिए कहा गया जबकि कुछ को वजन बढ़ाने के लिए कहा गया। जानकारी के मुताबिक इन आरोपों पर फिलहाल कुवैत एयरवेज या Meccti Ltd. की तरफ से कोई टिप्पणी नहीं की गई है।

‘पाकिस्तान : टॉप हिरोइनों के साथ सेक्स करते थे आर्मी और ISI चीफ’: पूर्व अधिकारी ने नाम नहीं बताया, लेकिन हनीट्रैप खुलासे को इन चार से जोड़ रहे लोग

पाकिस्तान की टॉप एक्ट्रेस मेहविश हयात, सजल अली, कुब्रा खान और माहिरा खान, (फोटो साभार: मेहविश, सजल अली का ट्विटर/ कुबरा और माहिरा का इंस्टाग्राम)

एक कहावत बहुत पुरानी है कि किसी आदमी या देश की बर्बादी में 3Ws(Wine, Wealth, Woman) की मुख्य भूमिका होती है। इतिहास साक्षी है, जिसमे इन तीनो का समावेश होगा, उसका डूबना निश्चित है, पाकिस्तान इसका जीता-जगता गवाह है। 1947 में हिंदुस्तान और पाकिस्तान आज़ाद हुए, हिंदुस्तान पाकिस्तान से बहुत आगे निकल गया, और पाकिस्तान की हालत क्या हो रही है। इतना ही नहीं, 1971 में पाकिस्तान से अलग होकर ईस्ट पाकिस्तान बांग्लादेश बन गया, वह भी पाकिस्तान से कहीं अधिक बेहतर स्थिति में है। बरहाल, कर्ज में डूबे पाकिस्तान में एक पूर्व सेना अधिकारी ने एक नया भूचाल ला दिया है।     

लंदन में रहने वाले पाकिस्तान के पूर्व सैन्य अधिकारी आदिल राजा (Adil Raja) ने पूर्व सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा (General Bajwa) और आईएसआई चीफ रह चुके जनरल फैज (General Faiz) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आदिल राजा ने दावा किया है कि बाजवा और पूर्व आईएसआई चीफ फैज टॉप पाकिस्तानी एक्ट्रेस को खुफिया एजेंसी के मुख्यालय या सेफ हाउस में बुलाकर उनके साथ जिस्मानी रिश्ते बनाते थे। साथ ही देश के सियासतदानों का हनीट्रैप करने के लिए इन एक्ट्रेस को उनके पास भेजते थे और फिर उनका वीडियो बना लेते थे।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे अपने वीडियो ब्‍लॉग में राजा ने खुलासा किया, “कहा जा रहा है कि पाकिस्तान की टॉप मॉडल और एक्ट्रेस आईएसआई के सेफ हाउसेस और बी मेस में आकर ठहरती थीं। यहाँ उनका इस्तेमाल किया जाता था। जरनल फैज हमीद और जनरल बाजवा का यह दावा है कि ये लोग भी इन एक्ट्रेस का इस्तेमाल करते थे। उनके अलावा जब बाकी सियासतदानों को बुलाया जाता था, तो उनकी वीडियो भी बनाई जाती थी। इस मामले में चार टॉप एक्ट्रेस के नाम सामने आए हैं, जिनका मैं नाम नहीं लूँगा। मैं सिर्फ उनके बारे में संकेत दे सकता हूँ। पहला MH, दूसरा MK, तीसरा KK और चौथा नाम SA है। बस इससे ज्यादा मैं आपको कुछ नहीं बताऊँगा। ज्यादा गंद उछालने की जरूरत नहीं है। समझने वाले समझ जाएँ।”

उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए आगे कहा, “मेरे लिए इस बात को आपसे शेयर करना बेहद तकलीफदेह है। अल्लाह मेरा गवाह है। ये जज्बात खुद ब खुद उबल रहे हैं। जब मुझे बताते हुए इतनी तकलीफ हो रही है, तो सुनने वालों को तो तकलीफ होती ही होगी।”

आदिल राजा का यह वीडियो 31 दिसंबर 2022 का है। उन्होंने अपने वीडियो में किसी का नाम नहीं लिया है। लेकिन राजा ने जो संकेत दिए हैं उसके बाद सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की टॉप एक्ट्रेस माहिरा खान, मेहविश हयात, कुब्रा खान और सजल अली का नाम जोड़ा जा रहा है। इसको लेकर माहिरा को छोड़कर तीन हिरोइनों की प्रतिक्रिया सामने आई है।

मेहविश हयात ने आदिल राजा को फटकारा

पाकिस्तानी अभिनेत्री मेहविश हयात ने सनसनीखेज दावे करने वाले आदिल राजा को आड़े हाथों लेते हुए ट्विटर पर 3 जनवरी 2023 को लिखा, “सस्ती शोहरत हासिल करने के लिए कुछ लोग इंसानियत के दर्जे से भी गिर जाते हैं। उम्मीद है कि आप अपने दो मिनट के फेम का आनंद उठा रहे होंगे। सिर्फ इसलिए कि मैं एक अभिनेत्री हूँ, इसका मतलब यह नहीं है कि मेरे ऊपर कीचड़ उछाला जाए। किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में बेबुनियाद आरोप लगाना, जिसके बारे में आप कुछ जानते भी नहीं हैं। इसके लिए आपको शर्म आनी चाहिए।” अपने दूसरे ट्वीट में मेहविश लिखती हैं, “इससे भी बड़ी शर्म की बात उन लोगों के लिए है, जो इस बकवास पर विश्वास करते हैं। यह हमारे समाज की उस बीमारी को दर्शाता है जो बिना सोचे-समझे इस गटर वाली पत्रकारिता पर विश्वास करते हैं। लेकिन अब यह सब बंद करो। मैं किसी को अपना नाम बदनाम करने की इजाजत नहीं दूँगी।”

सजल अली ने आदिल के दावों की कड़ी निंदा की

एक्ट्रेस सजल अली आदिल के दावों से काफी गुस्से में हैं। उन्होंने अपने ही देश की इस हरकत की जमकर आलोचना की है। सजल अली ने 2 जनवरी 2023 को अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, “बड़े दुख की बात है कि हमारा देश नैतिक रूप से निराधार और कुरूप होता जा रहा है। किसी को बदनाम करने के लिए उसके चरित्र पर उँगली उठाना मानवता और पाप का सबसे घिनौना रूप है।”

कुब्रा खान भी हुईं आगबूबला

कुब्रा खान ने आदिल राजा के दावों को निराधार बताते हुए इसकी आलोचना की है। कुब्रा खान ने 2 जनवरी 2023 को अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में आदिल राजा के दावों को निराधार बताया। कुब्रा खान ने सोमवार को अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में आदिल को चेतावनी देते हुए लिखा कि वह अपने ऊपर उँगली उठाने वालों के खिलाफ चुप नहीं बैठेंगी। उन्होंने जो दावे किए हैं उन्हें तीन दिनों में साबित करें, नहीं तो वह पूर्व पाकिस्‍तानी सैन्‍य अधिकारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने जा रही हैं। उन्होंने अपनी पोस्ट के अंत में लिखा, “मैं सच पे हूँ। मैं हक पे हूँ और मैं किसी के बाप से नहीं डरती हूँ।”

आदिल राजा ने दी सफाई
                                                      साभार: कुब्रा खान का इंस्टाग्राम

सोशल मीडिया पर चौतरफा घिरने के बाद आदिल राजा ने कुब्रा खान की पोस्ट पर सफाई देते हुए लिखा, “मिस कुब्रा एम खान, मैंने किसी भी तरह से आपका नाम नहीं लिया है या आपको बदनाम नहीं किया है। मैं सोशल मीडिया पर किसी का नाम लिए जाने की निंदा करता हूँ। हालाँकि, आपने अटकलों के आधार पर स्पष्ट रूप से मेरा नाम लिया और मुझे बदनाम किया। अच्छी बात है कि आप यूके आ रही हैं।”

गुजरात : ‘मॉडल बनाने के नाम पर फ्लैट में बुलाकर रेप किया’ : AAP नेता पर कास्टिंग काउच का इल्जाम

                                                                                                                                      साभार: inextlive और टीवी9 गुजराती
गुजरात के वेरावल में आम आदमी पार्टी के नेता भागू वाला के विरुद्ध रेप मामले में एफआईआर दर्ज हुई है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि उसे भागू वाला की ‘विश्वास फिल्म क्रिएशन कंपनी’ ने काम का लालच देकर अपने जाल में फँसाया और फिर उसका रेप हुआ। कंप्लेन मिलने के बाद लड़की को मेडिकल चेक अप के लिए ले जाया गया। वहीं मामले में आप नेता को आरोपित बनाकर आईपीसी की धारा 376 के तहत दर्ज किया गया।

भागू वाला पहले कांग्रेस में उपाध्यक्ष पद पर थे और उसके बाद उन्होंने हाल में आम आदमी पार्टी ज्वाइन की। उनके नाम एक फिल्म प्रोडक्शन कंपनी है जिसका नाम विश्वास फिल्म क्रिएशन है। भागू वाला पर आरोप है कि उन्होंने इसी के बूते एक मॉडल को कास्टिंग का लालच दिया। उसके बाद फ्लैट पर बुलाकर उसका रेप किया।

शिकायत में ये उल्लेख है कि आरोपित ने युवा महिला को लालच दिया कि वो उसे मॉडलिंग का काम दिलवाएँगे। इसके बाद लड़की को उन्होंने अपने फ्लैट पर बुलाया और उसका रेप किया। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज करके पड़ताल शुरू कर दी है।

आम आदमी पार्टी के नेता और उनके विवादित बयान

इससे पहले गुजरात में आम आदमी पार्टी के एक अन्य नेता जगमाल वाला चर्चा में आए थे। उनकी एक वीडियो वायरल हुई थी। इस वीडियो में दारू का बखान कर रहे थे। उनका कहना था कि दारू कोई बुरी बात नहीं है। अगर शरीर में ताकत है तो इसे पी लेना चाहिए।

उनसे पहले गुजरात AAP के प्रमुख गोपाल इटालिया ने भगवान श्री कृष्ण को राक्षस बताते हुए उनका अपमान किया था। द्वारका में एक रैली को संबोधित करते हुए इटालिया ने गुजराती में कहा, “अब भगवान श्री कृष्ण और भाजपा के इन राक्षसों से सभी को छुटकारा दिलाने के लिए, अरविंद केजरीवाल अर्जुन के रूप में आए हैं।”